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Meerut Double Murder: दामाद ने कराई थी सास और सौतेली बेटी की हत्या, पुलिस ने किया घटना का खुलासा
Meerut Double Murder: शहर के शास्त्रीनगर जैसे पॉश इलाके में सोमवार तड़के हुई महिला कौशल (60) और उनकी नातिन तमन्ना की हत्या से पुलिस ने 24 घंटे के भीतर परदा उठा दिया है।
Meerut News: शहर के शास्त्रीनगर जैसे पॉश इलाके में सोमवार तड़के हुई महिला कौशल (60) और उनकी नातिन तमन्ना की हत्या से पुलिस ने 24 घंटे के भीतर परदा उठा दिया है। पुलिस ने पड़ोस के तीन युवकों और मृतका के दामाद को गिरफ्तार करते हुए इनसे 40 लाख से अधिक की नगदी व करीब 40 - 50 लाख की ज्वैलरी बरामद (Jewelery recovered) किये हैं।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने आज घटना के खुलासे के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को शहर के शास्त्रीनगर इलाके में कौशल उम्र करीब 60 वर्ष व नातिन तमन्ना उम्र करीब 12 वर्ष की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। घटना के संबंध में मृतका के पुत्र नवीन कुमार पुत्र स्व0 रतन सिहं द्वारा थाना नौचन्दी पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज कराया था।
तीनों युवक मृतका के पड़ोसी
एसएसपी के अनुसार घटना के संबंध में थाना नौचन्दी (Thana Nauchandi) पुलिस द्वारा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, मैनुअल इंटेलिजेंस बयान व पूछताछ भौतिक व परिस्थितिजन्य साक्ष्य एवं अन्य संकलित किये गये, साक्ष्यों के आधार पर हत्या की घटना का त्वरित खुलासा करते हुए आज मृतका के दामाद ईशु पुत्र करन सिह निवासी अम्बेडकर नगर प्रेमविहार माधवपुरम थाना ब्रहमपुरी मेरठ के अलावा घटना को अंजाम देने वाले तीन युवको विशांत सिहं पुत्र सुखपाल सिह, रिंकू सिहं पुत्र हुकुम सिंह व दीपक पुत्र राजेश कुमार को गिरफ्तार किया है। तीनों युवक मृतका के पड़ोसी हैं। एसएसपी के अनुसार फोरेंसिक टीम द्वारा मौके से लिये गये अंगुष्ठछाप भी वास्तविक अंगुष्ठ से मेल खा रहे हैं ।
एसएसपी ने गिरफ्तार अभियुक्त ईशू से पूछताछ के आधार पर बताया कि वर्ष-2018 में ईशु ने जी-ब्लॉक शास्त्रीनगर निवासी स्नेहा पुत्री रतन सिंह से शादी की थी । स्नेहा की यह दूसरी शादी थी । क्योंकि स्नेहा के पहले पति की मृत्यु हो गयी थी । बकौल ईशू,स्नेहा के पहले पति से स्नेहा को एक बेटी ही थी परन्तु जब स्नेहा ने मुझसे शादी की थी तो मैंने व स्नेहा ने यह बात अपने परिवार वालो व रिश्तेदारों को नही बतायी। मेरे परिवार वालो व रिश्तेदारो को आज तक भी यह जानकारी नही है कि स्नेहा की पहले पति से भी कोई संतान है । स्नेहा की यह बेटी तमन्ना उर्फ कुट्टू अपनी नानी के पास शास्त्रीनगर में ही रहती थी ।
तमन्ना छोटेपन से ही अपने नाना-नानी के साथ रह रही थी
ईशु के अनुसार स्नेहा के पहले पति के हिस्से की सम्पत्ति भी स्नेहा के पिता ने तमन्ना के नाम करा दी थी तथा अपने मरने से कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपनी मकान व पैसे तमन्ना के नाम करा दिये थे । तमन्ना छोटेपन से ही अपने नाना-नानी के साथ रह रही थी। जिसके कारण उसका लगाव उन्हीं से अधिक था तथा वह उन्हीं को मम्मी-पापा कहती थी ।
मेरी भी एक 08 माह की बेटी है, परन्तु स्नेहा का ध्यान हमेशा अपनी पहली बेटी तमन्ना उर्फ कुट्टू की तरफ ही रहता था और वह उसी से लगाव के कारण निरन्तर शास्त्रीनगर आती-जाती रहती थी तथा अपनी छोटी बच्ची पर कम ध्यान देती थी । बकौल इशु, मुझे यह बात अंदर ही अंदर खलती रहती थी । मैंने अपने ससुर के मरने के अगले दिन ही अपने साथी रिंकू से इस सम्बन्ध में बात की तो रिंकू ने कहा कि दीपक व विशान्त से बातकर कोई योजना बनाते है और फिर हम चारों ने मिलकर तमन्ना उर्फ कुट्टू व मेरी सास कौशल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई ।
बकौल इशु, मैंने सोचा कि तमन्ना व सास कौशल के मरने से मुझे उसके हिस्से की सम्पत्ति मिल जायेगी तथा मेरी पत्नी का ध्यान उधर से हटकर अपने परिवार व बच्ची पर आ जायेगा । मैंने इस कार्य के लिये अपने साथी रिंकू, विशान्त व दीपक को एक-एक लाख रुपये देने का वादा भी किया था क्योंकि मुझे पता था कि मेरी सास के घर में करीब 40-50 लाख रुपये व ज्वैलरी रखी हुई है । योजना के अनुसार दो दिन पहले मैंने रिंकू, विशान्त व दीपक से बातकर कुट्टू को मारने की सात तारीख फिक्स कर दी थी और सात तारीख की सायं को मैं व स्नेहा शास्त्रीनगर आये थे । मैं स्नेहा को छोड़कर अपने साथियों से बात करने चला गया था तथा रिंकू व दीपक को चाकू दे आया था तथा उन्हें यह भी बता दिया था कि पैसे व ज्वैलरी अलमारी के ऊपर के खाने में और दीवान में रखी है । स्नेहा करीब 12.30 बजे तक अपनी माँ व बेटी के साथ रही, उसके बाद मैं उसे लेकर अपने घर माधवपुरम चला गया था ।
घर में रखी नगदी व ज्वैलरी लूट कर ले गये
ईशु के अनुसार उसके जाने के एक घंटे बाद रिंकू, विशान्त व दीपक ने योजना के अनुसार मेरी सास को पैसे माँगने के बहाने फोन करके घर का गेट खुलावाया और अंदर घुसकर मेरी सास व तमन्ना का काम तमाम कर दिया तथा घर में रखी नगदी व ज्वैलरी लूट कर ले गये । योजनानुसार उन्होंने मेरे हिस्से के रुपये व ज्वैलरी वहीं दीवान बैड में रख दी थी तथा अपने - अपने हिस्से की लेकर चले गये थे ।
08 तारीख को सुबह करीब 07.30 बजे किसी ने मेरी पत्नी को फोन किया कि तुम्हारे घर में चोरी हो गयी है । मेरी पत्नी ने मुझे बताया तो मैं उसे लेकर तुरन्त शास्त्रीनगर आया और मैंने उससे सबसे पहले दीवान बैड में रखे पैसे व ज्वैलरी निकालकर गाड़ी में रखने को कहा तो उसने मुझे पैसे व ज्वैलरी निकाल कर दे दी थी मैंने वह गाड़ी में रख दी थी और वहीं लोगो में शोक मनाने के लिये शामिल हो गया था ताकि मेरे ऊपर कोई शक ना करें ।