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Sonbhadra: जहरीले पानी से निजात दिलाने और अन्य कार्यों पर 297 करोड़ किए जाएंगे खर्च, डीएमएफ की बैठक में बनी सहमति

Sonbhadra: राज्यमंत्री ने कहा कि डीएमएफ में जमा धनराशि का इस्तेमाल खनन क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों के विकास और उनके लिए सुविधा को बेहतर करने के लिए किया जाए।

Kaushlendra Pandey
Published on: 16 Aug 2022 2:03 PM GMT (Updated on: 16 Aug 2022 3:47 PM GMT)
Sonbhadra 297 crores will be spent to get rid of toxic water
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Sonbhadra 297 crores will be spent to get rid of toxic water (Image: Newstrack)

Sonbhadra: डीएम चंद्रविजय सिंह की तरफ से जिले के बाशिंदों को वर्षों से अभिशाप बने फ्लोराइड जैसे जहर से निजात दिलाने को लेकर की गई पहल, अब तेजी से परवार चढ़ने लगी है। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को संजीव कुमार गौंड़ राज्यमंत्री समाज कल्याण विभाग की अध्यक्षता में हुई जिला खनिज फांउडेशन न्यास की बैठक में इसके लिए 297 करोड़ की कार्ययोजना पर काम करने को लेकर सहमति बनी।

सांसद राज्यसभा रामशकल, एमएलसी विनीत सिंह, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, विधायक अनिल कुमार मौर्या, विधायक दुद्धी मा0 रामदुलार गौंड़, डीएम चंद्रविजय सिंह, सीडीओ सौरभ गंगवार एडीएम सहदेव कुमार मिश्रा, एसडीएम रमेश कुमार, जिला खान अधिकारी आशीष कुमार, सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने इस पर मुहर लगाई।

राज्यमंत्री ने कहा कि डीएमएफ में जमा धनराशि का इस्तेमाल खनन क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों के विकास और उनके लिए सुविधा को बेहतर करने के लिए किया जाए। जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों के परिजनों के रूकने के लिए रैन बसेरे का निर्माण कराने, प्राथमिक विद्यालयों मेें फ्लोरोराइडयुक्त पानी की समस्या के निदान के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने, खनन कार्यों के साथ खनन क्षेत्रों में संपर्क मार्ग, संपर्क मार्ग का अनुरक्षण आदि कराने पर बल दिया।

परिषदीय स्कूलोें में जरूरी जरूरतों को पूरा करने का निर्देश देते हुए कहा कि साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल, शिक्षा आदि के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए, इसे कार्ययोजना को शामिल किया जाए। परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प, स्वास्थ्य केंद्रों का सुदृढ़ीकरण, आंगनबाड़ी केंद्रों का सुदृृढ़ीकरण आदि को प्राथमिकता देने के लिए कहा। कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि डीएमएफ से जो निर्माण कार्य कराये जाने हैं, उसका शीघ्र इस्टीमेट बनाकर प्रस्ताव प्रस्तुत करें और कार्य प्रारंभ कर, उसे निर्धारित समय के अंदर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. आरएस ठाकुर, डीडीओ शेषनाथ चैहान, बीएसए हरिवंश कुमार, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह आदि की मौजूदगी बनी रही। बताते चलें कि जहां जांच के दौरान जिले के दर्जनों विद्यालय फ्लोराइड प्रभावित पाए गए हैं। वहीं इसका बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की पुष्टि भी हुई है। इसी तरह चोपन, कोन, दुद्धी, बभनी और दुद्धी ब्लाक में कई गांव फ्लोराइड की अधिकता के चलते तीन पीढ़ी से दिव्यांगता का दंश झेलने के लिए विवश हैं।

Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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