Sonbhadra: सोनभद्र में डेंगू के पाए गए 85 मरीज, हालात नियंत्रण को लगी टीमें

Sonbhadra: सोनभद्र में डेंगू अपना कहर बरपा रहा है। रेणुकूट कस्बे की एरिया डेंगू की जोन सी बन गई है। हालत यह है कि जिले में जहां अब तक 85 डेंगू मरीज चिन्हित किए जा चुके हैं।

Kaushlendra Pandey
Published on: 9 Oct 2022 1:14 PM GMT
Dengue
X

Dengue Outbreak in India (News Network)

Sonbhadra News: सूबे के अन्य जिलों के साथ सोनभद्र में डेंगू अपना कहर बरपा रहा है। इस मामले में रेणुकूट कस्बे की एरिया डेंगू की जोन सी बन गई है। हालत यह है कि जिले में जहां अब इतक 85 डेंगू मरीज चिन्हित किए जा चुके हैं। वहीं उनमें लगभग 80 की संख्या रेणुकूट की है। राहत की बात यहीं है कि रेणुकूट के अलावा, जिले की अन्य एरिया सेफजोन में है। हालात जल्द से जल्द नियंत्रण में आ जाएं।

इसके लिए स्थानीय परियोजना की प्रशासनिक टीम, शिक्षकों और स्कूली बच्चों के जरिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने के साथ ही, रेणुकूट स्थित परियोजना अस्पताल में मरीजों का उपचार कराने के साथ ही, स्वास्थ्य महकमे की तरफ से भी राहत के लिए टीमें लगाई गई हैं। मौसम के उतार-चढ़ाव के साथ ही, मच्छरों की मार इन दिनों बीमारियों का कहर बरपाने में लगी हुई है। पिछले वर्ष भी जिले में डेंगू के कई मरीज पाए गए थे।

इसको लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया था। इसका फायदा यह हुआ कि जिले के दुद्धी, और शक्तिनगर वाले इलाके में इस बार डेंगू अब तक नियंत्रण में हैं। वहीं रेणुकूट में पिछले एक पखवाारे से लगातार सामने आ रहे डेंगू के नए मरीजों ने स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा कर रख दिया है। यहां की कालोनी एरिया इस मामले में काफी ज्यादा संक्रमित मानी जा रही है। पिछले वर्ष भी रेणुकूट में ही सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज पाए गए थे लेकिन इस बार हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं।

कालोनी की ऐसी कोई गली नहीं बची है जहां डेंगू ने अपनी इंट्री दर्ज न करा रखी हो। हालात को देखते हुए, रेणुकूट स्थित निजी परियोजना प्रबंधक की तरफ से तो डेंगू नियंत्रण की कवायद हो ही रही है। स्वास्थ्य महकमे ने भी अपनी तकत झोंक रखी है। सेलफोन पर जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि डेंगू की सबसे ज्यादा मरीज रेणुकूट में ही पाए गए हैं। उन्होंने अब तक लगभग 85 मरीजों में डेंगू होने की पुष्टि की और बताया कि इसमें ज्यादातर रेणुकूट के मरीज हैं।

पिछले वर्ष भी डेंगू का प्रकोप सबसे ज्यादा रेणुकूट में ही पाया गया था। लार्वा नष्ट करने और लार्वा न पनपने देने के लिए लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चलाया गया था लेकिन कहीं न कहीं पूर्व की परिस्थितियां ही डेंगू के लिए यहां मुफीद बन गई है। यहां के अलावा पूरे जिले में स्थिति नियंत्रण में हैं। रेणुकूट में भी हालात जल्द नियंत्रण आ जाएं, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जहां लगातार कैंप कर रही हैं। वहीं रेणुकूट स्थिति परियेाजना प्रशासन और यहां के स्कूलों-बच्चों के जरिए घर-घर दस्तक देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

Next Story