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Sonbhadra News: अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार से खफा अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली के एक उपनिरीक्षक द्वारा एक अधिवक्ता के साथ किए गए कथित दुर्व्यवहार के मामले को लेकर अधिवक्ताओं ने शनिवार को जमकर नाराजगी जताई।
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली के एक उपनिरीक्षक द्वारा एक अधिवक्ता के साथ किए गए कथित दुव्र्यवहार के मामले को लेकर अधिवक्ताओं ने शनिवार को जमकर नाराजगी जताई। प्रदर्शन करने के साथ ही, तहसील परिसर और जिला कचहरी में पैदल मार्च निकाला। संबंधित दरोगा और उसके साथ गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए नारे भी लगाए। तहसील दिवस में फरियाद की सुनवाई करने पहुंचे डीएम चंद्र विजय सिंह से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की। वहीं प्रकरण को लेकर अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत भी रहे, जिसके चलते न्यायालयीय कामकाज प्रभावित रहा। दूर-दराज से आए वादकारियों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।
यह है प्रकरण, अधिवक्ता इस बात की कर रहे मांग
युवा अधिवक्ता अजय कुमार अग्रहरि का आरोप है कि राबटर्सगंज कोतवाली के उप निरीक्षक संजीव कुमार राय रात में अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उसके घर पहुंचे और उसके साथ अभद्रता की। इसके बाद अधिवक्ता ने सोनभद्र बार एसोसिएशन में प्रार्थनापत्र देकर वाकए की जानकारी दी, जिसको लेकर एसोसिएशन की बैठक हुई जिसमें संबंधित दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवाज उठाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद घटना पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए सोनभद्र बार एसोसिएशन की तरफ से शुक्रवार को ही दो दिन के लिए न्यायिक कार्य से विरत रहने का ऐलान कर दिया गया। संबंधित दरोगा के खिलाफ कार्रवाई न होने पर व्यापक आंदोलन की भी चेतावनी दी गई।
नहीं की गई कार्रवाई तो और तेज किया जाएगा आंदोलन
सोनभद्र बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद शुक्ला एडवोकेट ने कहा कि शुक्रवार को वकीलों के आमसभा की बैठक में दरोगा समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने के साथ ही सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था कि जब तक दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती तब तक आंदोलन किया जाएगा। कहा कि अगर अब भी कार्रवाई नहीं की जाती है तो आंदेालन और तेज किया जाएगा।
अधिवक्ता के घर में रात को तलाशी की क्यूं पड़ी जरूरत, उठाए जा रहे सवाल
सोबाए अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद शुक्ल ने कहा कि अधिवक्ता के घर मे रात्रि 9.30 बजे दरोगा व पुलिसकर्मियों द्वारा यह कहकर कि घर में अपराधी को छुपाकर रखे हो, जबरन घुसकर तलाशी लेना और अभद्रता करना किसी भी हाल में जायज नहीं ठहराया जा सकता। अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती तो 17 अक्टूबर यानी सोमवार को प्रकरण को लेकर अगली रणनीति बनाई जाएगी। महामंत्री चंद्रपाल शुक्ला, राजेंद्र चैधरी, अनिल मिश्रा, आनन्द मिश्र, राजीव कुमार सिंह गौतम, उमेश मिश्र, दीपक केशरी, पीए खान आदि ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई। कहा कि अविलंब कार्रवाई नहीं कोई तो आंदोलन को और तेजी दी जाएगी।
एसपी से की पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने एसपी को पत्र भेजकर तत्काल संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कहा कि गत 12 अक्टूबर की रात एक पुलिस उपनिरीक्षक द्वारा लगभग 10 सिपाहियों को साथ लेकर अधिवक्ता के घर में घुसना और अपराधियों सरीखा व्यवहार करते हुए तलाशी लेने की जितनी भी निंदा की जाए कम है। कहा कि अधिवक्ता ने उन्हें बताया कि मेरे घर मे कोई मुजरिम नही हैं और मैं एक अधिवक्ता हूं.. बावजूद इस तरह का कृत्य किया गया। पत्र में कहा गया है कि अगर अविलंब कार्रवाई नहीं गई तो पूरे प्रदेश के अधिवक्ता इस मसले पर आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होंगे।