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Sonbhadra: ग्राम पंचायतों में लगी स्ट्रीट लाइटों में बड़े घोटाले का अंदेशा, CDO ने टीम गठित कर जांच की शुरू

Sonbhadra News Today: सोनभद्र की ग्राम पंचायतों में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों में बड़े घोटाले के जताए जा रहे अंदेश के बीच सीडीओ सौरभ गंगवार ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की।

Kaushlendra Pandey
Published on: 13 Sept 2022 7:02 PM IST
Sonbhadra News In Hindi
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सोनभद्र में स्ट्रीट लाइटों में बड़े घोटाले का अंदेशा।

Sonbhadra News Today: सोनभद्र की ग्राम पंचायतों में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों में बड़े घोटाले के जताए जा रहे अंदेश के बीच सीडीओ सौरभ गंगवार (CDO Saurabh Gangwar) की तरफ से गठित की गई टीमों ने ब्लाकवार मामले की जांच शुरू कर दी गई है। टीम में जहां एक इंजीनियर और एक जिला स्तरीय अधिकारी को शामिल किया गया है। वहीं लगाई गई स्ट्रीट लाइटें किस ब्रांड की हैं? उन पर अंकित बार कोड की स्थिति क्या है? स्थापित लाइट अनुमन्य ब्रांड की है या नहीं, इन सारी चीजों की जांच और इसकी रिपोर्ट में उसका उल्लेख फोटोग्राफ सहित उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

पिछले दो साल में स्ट्रीट लाइटों की स्थापना का किया कार्य

बताते चलें कि जिले में पिछले दो साल के भीतर ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर स्ट्रीट लाइटों के स्थापना का कार्य किया गया है। जिले में ऐसी कई ग्राम पंचायत हैं, जहां बगैर टेंडर स्ट्रीट लाइटें लगाने और उसका भुगतान ऐसी फर्म को किए जाने का मामला सामने आ चुका है, जो बेंच घोटाले जैसे मामलों में चर्चित रह चुकी हैं। इसको लेकर लंबे समय से जहां सवाल उठाए रहे हैं। वहीं गत 20 अगस्त को सोनभद्र के दौरे पर आए मंडलीय उप निदेशक रामजियावन (Divisional Deputy Director Ramjiavan) भी इसको लेकर नाराजगी का इजहार कर चुके हैं और सलखन सहित अन्य ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट सहित अन्य कार्यों की जांच के लिए निर्देश भी जारी कर चुके हैं।

जांच करने से ग्राम पंचायतों में हड़कंप की स्थिति

अब मुख्य विकास अधिकारी की तरफ से ब्लाकवार गठित की गई टीमें और उनकी तरफ से शुरू की गई जांच ने ग्राम पंचायतों में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है। इसमें कई सचिवों के साथ ही वर्तमान और पूर्व प्रधान की भूमिका पर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं। करीब-करीब जहां सभी ब्लाकों में इसके स्थापना में गड़बड़ी की बात कही जा रही है। वहीं नगवां, राबटर्सगंज, म्योरपुर, बभनी और घोरावल में इसको लेकर सबसे ज्यादा गड़बड़ी और बगैर टेंडर सबसे ज्यादा स्ट्रीट लाइटों की स्थापना होने की चर्चा है।

इनको-इनको सौंपी गई है सत्यापन की जिम्मेदारी

चोपन ब्लाक के लिए जिला सहायक निबंधक सहकारिता मिहिर कुमार पात्र, सहायक अभियंता लघु सिंचाई राहुल कुमार, घोरावल ब्लाक के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार सिंह, सहायक अभियंता आरईडी सूर्यप्रकाश, करमा ब्लाक के लिए जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गिरिजाशंकर, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी अनिल कुमार सिंह, राबटर्सगंज ब्लाक के लिए डीआईओएस आरपी यादव, एई पीडब्ल्यूडी मनीष कुमार यादव, चतरा ब्लाक के लिए जिला परियोजना अधिकारी नेडा चंद्रशेखर, एई जल निगम अरूण सिंह, बभनी ब्लाक के लिए जिला कृषि अधिकारी हरिकृष्ण मिश्रा, एई लघु सिंचाई महेश सिंह, म्योरपुर ब्लाक के लिए डीडी कृषि दिनेश कुमार, एई नंदन कुमार, नगवां ब्लाक के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी राजेश कुमार खैरवार, जेई आरईडी कलिंद्र सिंह, दुद्धी ब्लाक के लिए जिला कृषि रक्षा अधिकारी जनार्दन कटियार, एई जितेंद्र कुमार तिवारी, कोन ब्लाक के लिए जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी विनोद कुमार, जेई पीडब्ल्यूडी प्रवीण कुमार को जांच अधिकारी बनाया गया है।

इन-इन ब्रांडों की ही स्ट्रीट लाइटें सरकारी स्तर पर मान्य

सीडीओ की तरफ से जारी किए गए निर्देश में किस-किस ब्रांड की स्ट्रीट लाइटें अनुमन्य हैं, इसकी भी जानकारी दी गई है। बताया गया है कि बजाज, सिस्का, क्रांपटन, ओरिएंट, बिप्रो, फिलिप्स, हैवेल्स, पैनासोनिक, सूर्या, हेलोनिक्स, एवरेडी मेक लाइट, पाॅलीकैब इंडिया लिमिटेड और एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर लिमिटेड को ही लाइटें अनुमन्य हैं।



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Deepak Kumar

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