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Sonbhadra : हड्डियों को खोखला कर रही मिनरल्स की कमी, प्रदूषण प्रभावित एरिया में हर चौथा व्यक्ति मिला पीड़ित
Sonbhadra: इस कैप में 38 वर्ष से ऊपर के लोगों की शुगर जांच की गई। 8 में शुगर 200 से ऊपर मिला। शेष में सामान्य पाया गया।
Sonbhadra: फ्लोराइड के मामले में बेहद संवेदनशील माने जाने वाले म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र स्थित बनवासी सेवा आश्रम आरोग्य केंद्र में लगाए गए स्वास्थ्य मेगा कैंप में यहां के बाशिंदों में मिनरल्स की कमी के चलते हड्डियों के तेजी से खोखला होने की जानकारी सामने आई है। इस मेगा कैंप में 28 वर्ष से अधिक उम्र वाले, 15 गांवों के 100 से अधिक व्यक्तियों को चिन्हित कर बोनडेसिंटी जांच की गई। 60 लोगों में मीजल्स की कमी, 24 में मिनिरल्स की खासी कमी पाई गई। केवल 16 लोग ही ऐसे थे, जिनकी रिपोर्ट सामान्य आई।
विशेषज्ञों का कहना था कि जिनकु हड्डियों में मिनरल्स की कमी पाई जाती है। उनकी हड्डियां मधुमक्खी के छत्ते जैसी खोखली हो जाती हैं। का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य केंद्र प्रमुख डा. विभा ने बताया कि इस कैप में 38 वर्ष से ऊपर के लोगों की शुगर जांच की गई। 8 में शुगर 200 से ऊपर मिला। शेष में सामान्य पाया गया। डॉ विभा ने बताया कि जिनका टी स्कोर -1 से कम है उन्हें सामान्य, जिनका -1 से - 2.4 होता है उन्हें थोड़ा खराब माना जाता है। जबकि जिनका टी स्कोर - 2.4 से ज्यादा होता है उन्हे एकदम खराब स्थिति में रखा जाता है। बताया कि इस शिविर में जिनकी हड्डियां कमजोर पाई गई। उनकी हड्डियों में कैल्शियम फास्फोरस और विटामिन की कमी मिली हैं। उन्हें इससे निजात पाने के लिए खाने में हरी साग-सब्जियां, जिसमें कैल्शियम फास्फोरस और खनिज लवणों की अधिकता हो, खाने के लिए प्रेरित किया।
जांच टीम में ये शामिल थे
जांच टीम में डॉ विभा के अगुवाई में डा. दीनबंधु, डा. राजकुमार राजावत, डॉ. राय बहादुर, राहुल यादव, राधेकृष्ण और वाराणसी से आई टीम शामिल रही। मेगा कैंप का शुभारंभ गांधीवादी चिंतक एवं आश्रम अध्यक्ष पं.अजयशेखर ने किया । इस दौरान कैंप में आए ग्रामीणों की बीपी, शुगर और आधुनिक बीएमडी-बोन मिनिरल डेंसिटी- मशीन से हड्डियों की जांच की गई।