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Sonbhadra News: सोनभद्र में सीडीओ सहित अन्य अफसरों ने लगाई झाड़ू, पांच सफाईकर्मियों पर गिरी गाज

Sonbhadra News: डीएम चंद्र विजय सिंह के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में सात दिनों का विशेष सफाई अभियान की शुरुआत सीडीओ सहित कई अफसरों ने झाड़ू लगाकर की।

Kaushlendra Pandey
Published on: 15 Oct 2022 7:46 PM IST (Updated on: 15 Oct 2022 8:05 PM IST)
Sonbhadra News
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सोनभद्र में सीडीओ सहित अन्य अफसरों ने लगाई झाड़ू

Sonbhadra News: ग्राम समाधान दिवस की तर्ज पर डीएम चंद्र विजय सिंह के निर्देश के क्रम में ग्राम पंचायतों में भी सात दिनी विशेष सफाई अभियान की भी शुरुआत शनिवार से कर दी गई। अभियान में साफ-सफाई के साथ संचार रोग नियंत्रण को लेकर भी कार्य किया जाएगा। पहले दिन प्रत्येक क्लस्टर के एक-एक ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान चलाया गया। सीडीओ सौरभ गंगवार के साथ अन्य अफसरों ने झाड़ू लगाकर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान दो सफाईकर्मी जहां गैरहाजिर पाए गए। वहीं तीन बाबू के अंदाज में बगैर सफाई उपकरण के ही मौके पर टहलते मिले। इस पर पांचों सफाईकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही साफ-सफाई न करने, गैरहाजिर मिलने वाले सफाईकर्मियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

शनिवार की अभियान के निरीक्षण के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार एडीपीआरओ राजेश कुमार सिंह को साथ लेकर सबसे पहले चोपन ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत बिल्ली-मारकुण्डी के टोला बाड़ी पहुंचे। यहां उन्होंने चल रहे सफाई कार्य का निरीक्षण करने के साथ ही, स्वयं भी झाडू लगाकर अभियान की शुरुआत की। ग्रामीणों को अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया। मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी अभियान के लिए लोगों को जागरूक करते हुए प्लास्टिक बोरी में डालने, हैंडपंपों के पास जल जमाव न होने देने, खुले में शौच न जाने, बच्चों को कूडे का निस्तारण कूडेदान में करने के लिए प्रेरित करने की सीख दी। सीडीओ ने बीडीओ मनीष मिश्रा, एडीओ पंचायत अजय सिंह को निर्देशित किया कि अभियान की सफलता के लिए रोजाना क्षेत्र में औचक निरीक्षण बनाए रखें और रोस्टर के अनुसार शत प्रतिशत सफाई कार्य कराना सुनिश्चित करते हुए उदासीनता बरतने वाले कर्मियों के विरूद्व कार्रवाई प्रस्तावित करें। उधर, डीपीआरओ विशाल सिंह ने ग्राम पंचायत बरवन में हो रहे सफाई का औचक निरीक्षण किया। दो सफाई कर्मी अनुपस्थित पाए गए। वहीं तीन सफाई कर्मी बगैर सफाई उपकरण के ही वहां ड्यूटी बजाते मिले। इस पर पांचों कर्मियों का वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया गया। एडीओ पंचायत को निर्देशित किया गया कि सभी सफाई कर्मियों के पास सफाई उपकरण मौजूद हो और इसके लिए निर्धारित नौ एजेंडे पर हर गांव में सफाई अभियान चलाया जाना सुनिश्चित हो। कहा कि कमियां मिलने पर सफाईकर्मी के साथ सचिव भी उत्तरदायी होंगे।

किसी भी स्तर पर मिली लापरवाही नहीं होगी क्षम्यंः डीएम

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में चलाए जा रहे सफाई अभियान पर डीएम चंद्र विजय सिंह ने संबंधितों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि अभियान में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी। डीएम ने कहा कि लगातार साफ सफाई के मसले पर शिकायतें मिल रही थी। सफाई कर्मी के गांव में उपस्थित न रहने की भी शिकायत आ रही है। इसके क्रम में डीएम ने सभी बीडीओ, एडीओ पंचायतों को निर्देशित किया है कि अभियान के दौरान गांव में सफाई की स्थिति में सुधार तो हो ही, सफाईकर्मियों की नियमित उपस्थित भी सुनिश्चित होनी चाहिए। साथ ही आगे इस तरह की शिकायत न मिले, इसके लिए प्रभावी निगरानी बनाए रखना है।

10 साल में कुछ खास परिणाम नहीं दे पाए सफाईकर्मी, अभियान पर टिकी निगाहें

ग्राम पंचायतों में मायावती सरकार के समय की गई सफाईकर्मियों की तैनाती अब तक सवालों के घेरे में है। करीब-करीब प्रत्येक ग्राम पंचायत में तीन से चार सफाईकर्मियों की तैनाती के बावजूद जहां गांव की सड़कें-गलियों और सार्वजनिक स्थान गंदगी से भरे पड़े हैं। वहीं कई गांवों में ऐसी स्थिति है कि ग्रामीण सफाईकर्मियों का नाम दूर, चेहरा भी नहीं जानते। अलबत्ता प्रधान-सेक्रेट्री की तरफ से हर माह पेरोल जरूर प्रमाणित होकर डीपीआरओ दफ्तर पहुंच जाता है। शिकायत पर कर्मी निलंबित होते हैं। बाद में बहाली भी होती है लेकिन स्वच्छता के मामले में जिले का कोई ब्लाक अब तक माडल नहीं बन पाया । समाधान दिवस से डीएम ने एक बड़ी उम्मीद जगाई है। लोगों को उम्मीद है कि यह अभियान भी, कुछ नया और बेहतर परिणाम देने वाला साबित होगा।

अभियान की खास बातें

- प्रत्येक ग्राम पंचायत से साफ-सफाई की, सफाई शुरू होने से पहले और बाद की नौ-नौ तस्वीरें भेजी जाएंगी। पंचायत सहायक प्रतिदिन सफाई कर्मी और श्रमिकों की कंप्यूटर में उपस्थिति दर्ज करेंगे। मुख्य मार्गों के साथ ही गलियों, सार्वजनिक भवनों, विद्यालयों, सामुदायिक शौचालय, आंगनवाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई पर पूरा फोकस बना रहेगा। लापरवाही के लिए प्रधान-सचिव जिम्मेदार माने जाएंगे।

- आवश्यकतानुसार गांव में ब्लीचिंग-एंटी लार्वा का छिड़काव, फागिंग की जाएगी। जलजमाव वाली जगह पर मिट्टी-रेत की भराई, नाली-नाले की सफाई, कीचड़ का निस्तारण, कूड़ा-करकट खाद गड्ढे में डलवाने के साथ ही, आवश्यकतानुसार सोख्ता गड्ढे का निर्माण कराया जाएगा। सभी सफाई कर्मियों को काम करते वक्त फावड़ा, कटार और झाड़ू साथ रखनी होगी।

- विकास खंड और जिलास्तरीय कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी तो होगी ही, सरकार की वेबसाइट पर प्रतिदिन के सफाई की फोटो, गांव में किस स्थान की सफाई की गई और उसका लोकेशन अपलोड करना होगा। बीडीओ-एडीओ पंचायत को इसके निरीक्षण और निगरानी की तो जिम्मेदारी दी ही गई है। डीएम, सीडीओ और डीपीआरओ के साथ ही, आवश्यकतानुसार डीएम द्वारा नामित अधिकारी औचक निरीक्षण पर बने रहेंगे।



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Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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