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Sonbhadra News: कलेक्ट्रेट पहुंच सफाईकर्मियों ने किया प्रदर्शन, हाइवे पर निकाला पैदल मार्च
Sonbhadra News: नगर पंचायत प्रबंधन और अफसरों पर उनके मानदेय को लेकर उदासीनता बरते जाने के आरोप लगाया। सफाईकर्मियों का कहना था कि अगर उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया गया तो वह आंदोलन और तेज करेंगे।
Sonbhadra News: चोपन नगर पंचायत में सफाईकर्मियों को तीन माह से मानदेय न दिए जाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मसले को लेकर जहां सफाईकर्मी दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं। वहीं शुक्रवार को चोपन से राबटर्सगंज तक वाराणसी शक्तिनगर राजमार्ग पर लगभग 25 किमी दूरी पैदल तय कर हडकंप मचा दिया। कलेक्ट्रेट पहुंचने के बाद जहां मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं नगर पंचायत प्रबंधन और अफसरों पर उनके मानदेय को लेकर उदासीनता बरते जाने के आरोप लगाया। सफाईकर्मियों का कहना था कि अगर उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया गया तो वह आंदोलन और तेज करेंगे। मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी जिला प्रशासन को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों ने ठेकदार पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप
प्रदीप, फूलजीत, बबलू, राजेश, संजय, सूरज, मुन्नू, जितेंद्र, विजेंद्र, अजीत कुमार, आजाद कुमार, बबलू, विश्वनाथ कुमार, अमर कुमार, कुलजीत, रति, बंशी, अश्वनी, रघुबीर प्रसाद, विनोद आदि का कहना था कि उनसे 12 से 14 घंटे तक काम लिया जाता है। बावजूद मानदेय में हिलाहवाली की जाती है। ठेकेदार पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी वह इसको लेकर शिकायत करने जाते हैं, उनके साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया गया है।
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी और उनसे जुड़े अफसर भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कहा कि नगर पंचायत के लोग आउटसोर्सिंग के जरिए सफाईकर्मियों की नियुक्ति होने की बात कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं। पिछले तीन माह से मानदेय न मिलने के कारण उनके और उनके परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
पैसा न होने के कारण सफाईकर्मियों ने निकाला पैदल मार्च
सफाईकर्मियों का कहना था कि जेब में किराए की रकम न होने के कारण, उन्हें चोपन से राबटर्सगंज तक पैदल मार्च करना पड़ा। यहां पहुंचने पर अधिकारियों से मुलाकात भी नहीं हो पाई। इस कारण जिला प्रशासन के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपकर लौटना पड़ा। बता दें कि डीएम चंद्रविजय सिंह की तरफ से चकरिया में चैपाल लगाई गई थी। इस कारण वह कलेक्ट्रेट में मौजूद नहीं थी। वहीं अन्य अफसर भी किसी न किसी कार्य के सिलसिले में फील्ड में थे।
फिलहाल सफाईकर्मियों ने कार्य बहिष्कार के साथ ही, चोपन से 25 किमी दूर जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च निकालकर इस बात का इरादा तो जाहिर कर ही दिया है कि वह मानदेय के मसले पर आर-पार के मूड में है। ऐसे में कर्मियों को मानदेय न होने वाले आउटसोर्सिंग ठेकेदार और इसको लेकर उदासीनता बरतने वाले नगर पंचायत के अधिकारियों पर कोई एक्शन हो पाएगा या फिर सफाईकर्मियों की आवाज, नगर पंचायत से जुड़े लोगों की रसूख और हनक के आगे दबकर रह जाएगी, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।