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Sonbhadra News: समाधान दिवस से नदारद प्रधान, दो सचिवों का रोका वेतन, दो प्रधानों सहित चार को नोटिस

Sonbhadra News: डीपीआरओ विशाल सिंह के औचक निरीक्षण में कहीं शिकायती रजिस्टर न बने होने, कहीं आने वाली शिकायतों को रजिस्टर में अंकित न किए जाने, कहीं मुनादी न कराए जाने की शिकायत मिली।

Kaushlendra Pandey
Published on: 12 Sep 2022 10:33 AM GMT
DPRO stopped gram panchayat secretary salary
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डीपीआरओ विशाल सिंह(photo; social media ) 

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Sonbhadra News: डीएम की सख्ती और विभागीय अधिकारियों के लगातार निर्देश के बावजूद अभी भी कई ग्राम पंचायत सचिव ऐसे हैं, जो निर्देशों की अनदेखी करने में लगे हुए हैं। रोस्टर के मुताबिक सोमवार को 80 ग्राम पंचायतों में आयोजित ग्राम समाधान दिवस के दौरान कई ग्राम पंचायतों में लापरवाही देखने को मिली। डीपीआरओ विशाल सिंह के औचक निरीक्षण में कहीं शिकायती रजिस्टर न बने होने, कहीं आने वाली शिकायतों को रजिस्टर में अंकित न किए जाने, कहीं मुनादी न कराए जाने की शिकायत मिली। इसको गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ ने जहां दो ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोक दिया। वही दोनों ग्राम पंचायतों के प्रधानों और सचिवों को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा गया।

बताते चलें कि ग्राम समाधान दिवस का रोस्टर डीएम की तरफ से जारी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक सोमवार को 80 ग्राम पंचायतों में ग्राम समाधान दिवस का आयोजन किया जा रहा है। डीएम के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह ने मधुपुर ग्राम पंचायत में लगे समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि प्रधान नदारद थे। बुलाने पर 11 बजे उपस्थित हुए, जिस पर इसके लिए उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया गया।

इसके अलावा यहां समाधान दिवस का कोई बैनर लगा नहीं मिला। न ही गांव में आयोजन प्रचार प्रसार के लिए डुगडुगी ही पिटवाई गई थी। जो शिकायत पूर्व के समाधान दिवस पर प्राप्त हुई थी, उसको शिकायत रजिस्टर पर नहीं चढ़ाया गया था। गांव में जागरूकता नहीं होने के कारण सोमवार को यहां केवल एक शिकायत पहुंची। इसके लिए प्रधान और सचिव की लापरवाही मानते हुए, उन्हें इसके लिए नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया। यहां के बाद डीपीआरओ ग्राम पंचायत लोहरा में आयोजित समाधान दिवस में पहुंचे। वहां भी प्रधान उपस्थित नहीं थे। वह 11.30 बजे बजे उपस्थित हुए। इस ग्राम पंचायत में समाधान दिवस का आयोजन प्राथमिक पाठशाला में किया गया था। निरीक्षण के दौरान यहां जहां शिकायत रजिस्टर नहीं बना पाया गया। वहीं, कुटुंब रजिस्टर, जन्म मृत्यु रजिस्टर भी मौके पर नहीं मिला। यहां भी गांव में प्रचार प्रसार के लिए डुगडुगी पिटवाना नहीं पाया गया। इस कारण भी यहां से फरियादी नदारद रहे। इन गड़बड़ियों को देखते हुए मधुपुर के सचिव दीपक कुमार और लोहारा के सचिव शिवम सिंह का वेतन रोकने के साथ ही, दोनों ग्राम पंचायतों के प्रधान और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

साथ ही डीपीआरओ ने सभी एडीओ

पंचायतों, ग्राम पंचायत अधिकारियों और प्रधानों को निर्देशित किया है कि सोमवार को लगने वाले समाधान दिवस का मूल मकसद यह है कि ग्राम पंचायतों में जो भी शिकायतें हैं, उसका निस्तारण मौके पर किया जाए। अगर ग्राम पंचायत में शिकायत का निस्तारण नहीं होगा तो लोगों को अपनी शिकायत का निस्तारण के लिए अनावश्यक भागदौड़ करनी पड़ेगी। इससे उन पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा। डीएम की तरफ से यह एक अनूठा अभियान चलाया गया है जिसमें सभी की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। ऐसे में सभी जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करें। इसमें किसी तरह की उदासीनता, ढील, गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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