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Sonbhadra: 72 घंटे बिजली गायब, लोगों का फूटा ऐसा गुस्सा कि नेशनल हाइवे किया जाम
Sonbhadra News: 72 घंटे से बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों ने दुद्धी तहसील मुख्यालय पर सडक पर प्रदर्शन किया और रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग की रफ्तानी जाम कर दी।
Sonbhadra News: दो दिन पूर्व आंधी-पानी के दौरान ठप हुई बिजली आपूर्ति 72 घंटे बाद भी बहाल न होने से लोगों का गुस्सा सतह पर आ गया। बिना बिजली तड़प रहे सैकड़ों लोग दुद्धी तहसील मुख्यालय (Duddhi Tehsil Headquarters) पर सडक पर उतर आए और रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (Rewa-Ranchi National Highway) की रफ्तानी जाम कर दी। बिजली विभाग (electricity department) के खिलाफ जमकर नारे लगाए और आपूर्ति बहाल होने तक सड़क से न हटने का ऐलान कर खलबली मचा दी।
प्रशासन और पुलिस के लोग लोगों की हुई हल्की नोकझोंक
प्रशासन और पुलिस के लोग लोगों को देर तक समझाने में लगे रहे। इस दौरान हल्की नोकझोंक भी हुई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों और बिजली विभाग के लोगों से वार्ता में जल्द आपूर्ति का आश्वासन मिला, तब जाकर हाइवे पर डेरा डाले लोग देर शाम वहां से हटने को तैयार हुए। जाम के चलते ढाई घंटे से अधिक समय तक हाइवे पर आवागमन प्रभावित रहा। आश्वासन के बाद भी बिजली न आने से लोग दोबारा हाइवे पर उतर आए और आवागमन ठप हो गया।
दुद्धी से लेकर झारखंड सीमा तक लगा जाम
इसके चलते दुद्धी से लेकर झारखंड सीमा तक जगह-जगह वाहनों की कतार लगी रही। जाम में फंसे लोग भी गर्मी और प्यास से तड़पते रहे। स्थानीय लोगों को भी आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। समाचार दिए जाने तक, लोग सड़क पर जमे हुए थे। प्रशासन और पुलिस के लोग मामले को शांत कराने की कवायद में जुटे हुए थे।
72 घंटे से बिजली न होने से नेशनल हाइवे पर उतरे लोग
एक तरफ जहां आसमान से बरसती आग और भारी उमस लोगों का जीना दूभर किए हुए है। वहीं दुद्धी तहसील मुख्यालय सहित तहसील क्षेत्र के अन्य हिस्सों में 72 घंटे से गुल पड़ी बिजली ने लोगों को तड़पा कर रख दिया। बिजली कब आएगी, इसका भी जवाब न मिलता देख, लोग तहसील मोड़ के पास नेशनल हाइवे पर उतर और आवागमन ठप कर दिया। इससे जहां दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। वहीं यूपी और झारखंड के बीच की रफ्तानी जाम होने की खबर पुलिस और प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी।
72 घंटे से पूरे क्षेत्र की बिजली गायब
उधर, नाराजगी जता रहे लोगों का कहना था कि पिछले एक पखवाड़े से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है। 72 घंटे से पूरे क्षेत्र की बिजली गायब है। हजारों लोग जहां अंधेरे में हैं, वहीं उमस भरी गर्मी ने लोगों को रूला कर रख दिया है। 45 डिग्री का तापमान और उमस भरी गर्मी के चलते कई लोग दो दिन से सो नहीं पाए हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ ही, बिजली आधारित व्यवसाय भी पूरी तरह ठप है। महिलाओं, बच्चों के साथ ही बीमार व्यक्तियों की स्थिति देख्याते ही बन रही है। लोगों का कहना था कि बिजली विभाग के अधिकारी तो एयर कंडीशन वाले रूम में सो रहे हैं, लेकिन जनता बिन बिजली तड़पने के लिए विवश है।
लोगों का कहना था कि बिजली कब आएगी, इसको लेकर बिजली विभाग के लोगों का फोन भी नहीं उठता। दिलचस्प मसला यह था कि जाम की जानकारी पा पहुंचे प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी देर तक बिजली विभाग के लोगों का फोन लगाते रहे, लेकिन काल रिसीव नहीं हुई। इसको लेकर भी लोगों ने सवाल दागे।
विभागीय अधिकारी हो गए निष्क्रिय: भाजपा नेता
भाजपा नेता सुरेंद्र अग्रहरि (BJP leader Surendra Agrahari) ने कहा कि विभागीय अधिकारी निष्क्रिय हो गए हैं। अगर यही कटौती औद्योगिक परिक्षेत्र में हुई होती तो रात-दिन एक कर दिए होते। वहीं यहां आम जनता बिन बिजली तड़प रही है और बिजली विभाग के लोग चैन की नींद सो रहे हैं।
नायब तहसीलदार ने शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल कराने का दिया आश्वासन
इस मामले पर नायब तहसीलदार विशाल पासवान (Naib Tehsildar Vishal Paswan) ने बिजली विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल कराने का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शांत हुए। शासन के बाद भी बिजली नहीं आई तो लोग दोबारा सड़क पर उतर आए।