Sonbhadra: अवैध भंडारण की शिकायत पर खाद-बीज की दुकानों पर छापेमारी, चार का लाइेंसस निलंबित

Sonbhadra: वहीं छापेमारी की सूचना पर, सहकारी समिति से जुड़े चैनपुर लैंपस के सचिव अनुपम जायसवाल भी स्टाफ सहित लैंपस पर ताला लटकाकर भाग खड़े हुए। इस पर जहां उन्हें नोटिस जारी की गई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 21 July 2022 1:12 PM GMT
Sonbhadra Fertilizer-seed shops raided
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Sonbhadra Fertilizer-seed shops raided (Image: Newstrack)

Sonbhadra: छत्तीसगढ़ सीमा से सटे इलाकों में खाद-बीज की दुकानों पर अवैध भंडारण और सीमा पार तस्करीकी शिकायत पर बृहस्पतिवार को कृषि विभाग की टीम की तरफ से की गई सघन छापेमारी ने हड़कंप मचा दिया। कई दुकानदार शटर गिराकर भाग खड़े हुए।

वहीं छापेमारी की सूचना पर, सहकारी समिति से जुड़े चैनपुर लैंपस के सचिव अनुपम जायसवाल भी स्टाफ सहित लैंपस पर ताला लटकाकर भाग खड़े हुए। इस पर जहां उन्हें नोटिस जारी की गई। वहीं सुदामा बीज भंडार बभनी, कृषि केंद्र एवं मशीनरी स्टोर परसाटोला, दिनेश खाद एवं बीज भंडार का बीज लाइसेंस और आसनडीह में सत्यम बीज एवं खाद भंडार का खाद लाइसेंस निलंबित कर, संबंधित दुकानों पर क्रय-विक्रय प्रतिबंधित कर दिया गया।

मचबंधवा गांव में अवैध उर्वरक भंडारण की सूचना पर सघन छापेमारी की गई। इस दौरान संतोष कुमार, देवी और रामेश्वर के घर पर तलाशी भी ली गई लेकिन उर्वरक नहीं मिला। उन्हें चेतावनी दी गई कि अगर अवैध रूप से उर्वरक सीमा पार भेजा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी की कार्रवाई के दौरान तीन बीज और तीन खाद के नमूने लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजे गए।

कार्रवाई करने वाली टीम में जिला कृषि अधिकारी हरिकृष्ण मिश्रा, एडी एजी नीरज साहू, राजेश मिश्रा, सच्चिदानंद आदि शामिल रहे। जिला कृषि अधिकारी डा. मिश्र ने बताया कि कृषकों को बिल न देने, जांच के दौरान अभिलेखों को न दिखाए जाने और बीज एवं उर्वरक नियंत्रण आदेश 1945 का पालन न करने के लिए तीन बीज और एक उर्वरक दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की गई है।

वही लैंपस सचिव को अभिलेख न दिखाने तथा दुकान बंद कर गायब होने के लिए नोटिस जारी किया गया है। साथ ही सीमा क्षेत्र स्थित सभी विक्रय केंद्रों को इसके लिए आगाह किया गया है कि अगर उर्वरक गैर प्रांतों में ले जाने की कोशिश की गई तो एफआईआर कराई जाएगी। वहीं कृषकों से अपील की गई कि वह केवल पंजीकृत दुकानों से ही खाद-बीज की खरीदारी करें। इस दौरान विक्रेता से रसीद-कैश मेमो जरूर प्राप्त करें।

जिले के सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों को चेतावनी दी गई है कि कृषकों को बगैर उनका भू-अभिलेख देखे उर्वरक विक्रय करने, निश्चित सीमा से अधिक उर्वरक देने की शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि जहां एक तरफ खरीफ की फसलों की बुवाई और उनकी बढ़वार के लिए खाद की मांग बढ़ी हैं। वहीं सीमा क्षेत्र से सटे इलाकों में उर्वरक तस्करों की भी सक्रियता तेज हो गई है। इसको देखते हुए बृहस्पतिवार की कृषि विभाग की तरफ से की गई छापेमारी से दुकानदारों और तस्करी से जुड़े लोगों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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