Sonbhadra: गम में बदली त्योहार की खुशियां, हाईवे पर हादसे में BJP नेता की थमी सांसें, होली मिलकर घर लौटते समय हुई घटना

Sonbhadra News: वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर शुक्रवार की शाम बीजेपी नेता अश्वनी बाजपेई को भारी वाहन ने रौंदा। परिवार में मातम का माहौल।

Kaushlendra Pandey
Published on: 18 March 2022 1:45 PM GMT
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अश्वनी बाजपेई की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

Sonbhdra News: चोपन थाना क्षेत्र के पटवध इलाके में बसकटवा मोड़ के पास वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर शुक्रवार की शाम भारी वाहन ने बाइक सवार भाजपा नेता को रौंद दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तोहफा लाया गया जहां चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना पटवध में होली पर लोगों से मिलने के बाद, चोपन लौटते समय घटी। वाकए की जानकारी परिचितों और परिवार वालों को मिली तो कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई।

चोपन नगर के प्रीतनगर महाल निवासी

अश्वनी बाजपेई (45) पुत्र लक्ष्मीकांत बाजपेई चोपन मंडल के बूथ संख्या 93 के अध्यक्ष थे। बुधवार को दोपहर बाद होली पर्व पर चोपन से लगभग छह किलोमीटर दूर पटवध में लोगों से मिलने के लिए गए हुए थे। बताते हैं कि शाम चार बजे के करीब वह बाइक से चोपन के लिए वापस हो रहे थे। जैसे ही वह बस कटवा मोड़ स्थित पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, वाराणसी शक्तिनगर राजमार्ग से गुजर रहे भारी वाहन के चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

अश्वनी बाजपेई

सड़क हादसे में घायल होकर तड़प रहे अश्वनी पर लोगों की नजर पड़ी तो आनन-फानन में लेकर चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो कोहराम मच गया। परिचित भी घटना की जानकारी पाते ही अस्पताल के लिए दौड़ पड़े। पत्नी, बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था। चोपन कस्बे के लोग भी त्योहार पर हुई इस घटना को लेकर भौंचक नजर आ रहे थे।

अश्वनी का मिलनसार व्यक्तित्व भी इस घटना को लेकर लोगों को गमगीन बनाए हुए था। उधर, अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। अश्वनी को दो छोटे बच्चे हैं। बड़ा बेटा कक्षा पांच में पढ़ता है। सामान्य परिवार होने के कारण, उनके बच्चों के भरण-पोषण की चिंता भी लोगों को सताए हुए थी।

Divyanshu Rao

Divyanshu Rao

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