TRENDING TAGS :
Human Trafficking: सोनभद्र की युवती की राजस्थान के युवक से रचवा रहे थे शादी, दो लाख में किया था सौदा
Human Trafficking: सोनभद्र में सौदेबाजी के जरिए शादी कराए जाने का मामला सामने आया हैं जिसमें बिचौलिया गिरी करने वाले दंपति सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
Sonbhadra news: मानव तस्करी से जुड़े दलालों के जरिए लड़का-लड़की दोनों पक्षों की जाति छिपाकर शादी रचवाने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सौदेबाजी के जरिए शादी कराए जाने की सूचना पर पहुंची मानव तस्कर रोधी इकाई और महिला कल्याण विभाग की टीम ने जब इसका खुलासा किया तो लड़का और लड़की दोनों पक्षों के पैरों तले जमीन सी खिसक गई। शादी रोकवाने के साथ ही बिचौलिया गिरी करने वाले दंपति सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक और की तलाश जारी है।
चार बिचौलियों में तीन सोनभद्र के और एक राजस्थान का निवासी
चारों बिचौलियों में तीन सोनभद्र के और एक राजस्थान का बताया जा रहा है। पकड़े गए बिचौलियों के पास से सौदेबाजी के 60,000 रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं। पकड़े गए बिचौलियों का मानव तस्करी के सिंडिकेट से जुड़ाव बताया जा रहा है। राबर्ट्सगंज कोतवाली लाकर उनसे पूछताछ जारी है।
दो लाख में की गई थी शादी कराने की सौदेबाजी
बताते हैं कि राजस्थान के नसौराबाद निवासी विष्णुप्रकाश शर्मा ने भीलवाड़ा, जहाजपुर, राजस्थान के रहने वाले बजरंग लाल से उनके बेटे सुनील की शादी सोनभद्र में कराने की बात तय की थी। इसके लिए सोनभद्र के राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बरकरा निवासी गीता उसके पति संजय और चोपन थाना क्षेत्र के मीना बाजार मारकुंडी निवासी महेंद्र से बात करवाई। ब्राह्मण बिरादरी के बजरंग लाल को सोनभद्र में सजातीय शादी का भरोसा दिया गया। इसके लिए लगभग दो लाख मांगे गए।
इस तरह की गई शादी की प्लानिंग
तय हुई बातचीत के क्रम में लड़की का फोटो मंगा कर दिखाया गया। फोटो ओके होने पर नौ मार्च को विष्णु प्रकाश, बजरंग लाल और उसके बेटे सुनील को लेकर सोनभद्र पहुंचा। यहां उनकी मुलाकात गीता और संजय से कराई। इसके बाद पूर्व में तय हुई बातचीत के क्रम में संजय को एक लाख, विष्णुप्रकाश को 80 हजार दिए गए। रुपया मिलने के बाद 12 मार्च शादी की तिथि तय करते हुए लड़का और लड़की पक्ष दोनों को तय तिथि के मुताबिक दंडआई बाबा मंदिर परिसर पहुंचने के लिए कहा गया। दंडआई बाबा मंदिर में दर्शन पूजन के लिए रविवार की देर शाम पहुंचे किसी श्रद्धालु की हो रही शादी पर नजर पड़ी तो उसे शक हुआ कि नाबालिग की शादी कराई जा रही है। इस बार उसने तत्काल मामले की जानकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी राजेश कुमार खैरवार को दी। मिली सूचना के क्रम में उन्होंने मानव तस्कररोधी इकाई और महिला कल्याण विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। इसके क्रम में महिला थानाध्यक्ष राबर्ट्सगंज सरोजमा सिंह, थाना मानव तस्करी रोधी इकाई से उप निरीक्षक हरिदत्त पांडेय, मुख्य आरक्षी धनंजय यादव, जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, आरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, महिला शक्ति केंद्र से जिला समन्वयक साधना मिश्रा, वन स्टाप सेंटर से केंद्र प्रशासक दीपिका सिंह की मौजूदगी वाली टीम मौके पर पहुंची तो देखी कि शादी की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी। पूछताछ में पता चला कि लड़का-लड़की तो दोनों बालिग हैं, लेकिन जहां जाति के मामले में लड़का-लड़की दोनों पक्षों को अंधेरे में रखा गया था। वहीं शादी कराने के एवज में सौदेबाजी भी की गई थी। बिचौलियों की तरफ से लगभग दो लाख में सौदेबाजी किए जाने का मामला सामने आने के बाद मौके पर मौजूद गीता और संजय के पास से 50 हजार और विष्णु प्रकाश शर्मा के पास से 10 हजार बरामद कर लिए गए।
पूछताछ में सामने आया चौथे बिचौलिए का नाम
जब थाने लाकर पूछताछ की गई तो एक और बिचौलिए मीना बाजार निवासी महेंद्र का नाम सामने आया, जिसकी तत्काल तलाश भी शुरू कर दी गई। बाल संरक्षण इकाई के ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे ने बताया कि लड़की के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामले में मानव तस्करी धोखाधड़ी और दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है। मौके से तीन बिचौलिए पकड़े गए थे जिन्हें पुलिस को सौंप दिया गया है। चौथे बिचौलिए की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।