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Sonbhadra: परमिट के नाम पर उगाही, बगैर परमिट परिवहन के खिलाफ सपाजनों ने बोला हल्ला

Sonbhadra: सपाजनों का कहना था कि खनन विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के लोगों की मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है। एमएम-11 यानी परमिट जारी करने के नाम पर प्रति गड्डी हजारों की वसूली की जा रही है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 16 Jun 2022 8:28 PM IST
SP leaders stage protest in Sonbhadra
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SP leaders stage protest in Sonbhadra (Photo credit: Newstrack)

Sonbhadra: जिले में बगैर परमिट तथा बिना नंबर वाले वाहनों से खनिज परिवहन तथा खनन के लिए दिए जाने वाले परमिट के नाम पर की जाने वाली वसूली के खिलाफ सपाजनों ने बृहस्पतिवार को जमकर हल्ला बोला। जिलाध्यक्ष विजय यादव की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की। उनके द्वारा उठाई जा रही मांगों पर संजीदगी न दिखाए जाने की दशा में आगे चलकर धरना-प्रदर्शन किए जाने का अल्टीमेटम दिया गया।

कलेक्ट्रेट में जिलाध्यक्ष विजय यादव के साथ हाथ में तख्ती लिए प्रदर्शन कर रहे सईद कुरैशी, परमेश्वर यादव, रामसेवक यादव, ओमप्रकाश, प्रमोद यादव, महफूज खां, अनिल कुमार यादव, प्रदीप कुमार कनौजिया आदि ने जमकर नारेबाजी की और प्रशासन पर बगैर परमिट परिवहन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

सपाजनों का कहना था कि खनन विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के लोगों की मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है। एमएम-11 यानी परमिट जारी करने के नाम पर प्रति गड्डी हजारों की वसूली की जा रही है। सिर्फ सोनभद्र में ही परमिट का पन्ना देने के नाम पर वसूली किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गिट्टी-बालू का परिवहन कर रही आधे से अधिक ट्रकें आरटीओ की मिलीभगत के कारण बिना नंबर प्लेट के ही संचालित हो रही हैं। किसी में लगा भी है तो उसे मिटा दिया गया है।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब कभी भी इसको लेकर ऊपर से सख्ती के निर्देश मिलते हैं या फिर लोगों द्वारा आवाज उठाई जाती है तो कुछ वाहनों पर कार्रवाई कर कोरमपूर्ति कर ली जाती है। मामला ठंडा पड़ते ही पूर्व की तरह बगैर परमिट और बिना नंबर वाले वाहनों से बालू गिट्टी का परिवहन शुरू करवा दिया जाता है। इसके लिए बाकायदा एक सिंडिकेट काम करने का भी आरोप लगाया गया। बिजली कटौती, अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारियों के कथित उत्पीड़न आदि को लेकर भी आवाज उठाई। उठाए गए मसलों पर संजीदगी न दिखाए जाने की दशा में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।



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Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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