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Sonbhadra: ग्राम पंचायतों में निकायों की तर्ज पर होगा कूड़े का निस्तारण, डीएम ने दिए निर्देश

Sonbhadra Latest News: डीएम चंद्र विजय सिंह ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में एक कार्यशाला करवाई गई। इसमें चयनित ग्राम पंचायतों में नगर पालिका और नगर पंचायत की तर्ज पर कूड़ा निस्तारण एवं अन्य कार्यों की व्यवस्था अमल में लाई जाएगी।

Kaushlendra Pandey
Published on: 7 Jun 2022 1:47 AM GMT
Sonbhadra News In Hindi
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कार्यशाला में डीएम चंद्र विजय सिंह। 

Sonbhadra News Today: जिले में पांच हजार से अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतें जल्द ही विकास का माॅडल बनी नजर आएंगी। इसके लिए चयनित ग्राम पंचायतों में नगर पालिका और नगर पंचायत की तर्ज पर कूड़ा निस्तारण एवं अन्य कार्यों की व्यवस्था अमल में लाई जाएगी। इसके लिए डीएम चंद्र विजय सिंह (DM Chandra Vijay Singh) की तरफ से कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में एक कार्यशाला करवाई गई। इसमें चयनित ग्राम पंचायतों के प्रधान, सचिव, पंचायत सहायक, सफाई कर्मी के अलावा विकास खंडों के अवर अभियंता, खंड प्रेरक और सहायक विकास अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान ग्राम पंचायतों को माडल बनाने को लेकर आए शासन के निर्देश और उस पर अमल को लेकर कई टिप्स सुझाए गए। इस योजना के तहत जिले के 32 ग्राम पंचायतों का चयन किए जाने की भी जानकारी दी गई।

कूड़े का सही निस्तारण को लेकर बनाई जाए कार्ययोजना: डीएम

डीएम चंद्र विजय सिंह (DM Chandra Vijay Singh) ने केंद्र और राज्य सरकार की मंशा है कि स्वच्छ भारत मिशन (Clean India Mission) के पहले चरण में जिस तरह से शौचालय निर्माण के जरिए गंदगी से जंग लड़ी गई। उसी तरह अब गांवों में ठोस और तरल अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन की भी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए गांव में इधर-उधर बिखरे कूड़े, घर के किचन, हैंडपंप का गलियों में बहने वाले पानी के सही निस्तारण को लेकर कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। डीएम ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से ग्राम पंचायतों में घर-घर कूड़ा के संग्रहण और जहा पानी गलियों में फैल रहा है वहां सोख्ता गड्ढा बनाने की योजना है। घरेलू कंपोस्ट पीट, सामुदायिक कंपोस्ट पीट, घरेलू सोखता गड्ढा, सामुदायिक सोखता गड्ढा के साथ ही, सुविधानुसार ग्राम पंचायतों में कूड़ादान भी बनाया जाएगा। इसके अलावा एक कूड़ा संग्रहण केंद्र बना कर गांव के कूड़े को संबंधित केंद्र पर संग्रहरित कर कंपोस्ट और वर्मी कंपोस्ट विधि से कूड़े की खाद बनाई जाएगी।


ग्राम पंचायतों के क्षेत्र में आने वाले आगनबाड़ी केंद्रों का किया जाए विकास

डीएम ने सहेजा कि ग्राम पंचायतों के क्षेत्र में आने वाले आगनबाड़ी केंद्रों का भी विकास किया जाए और इसमें प्रधान-सचिव दोनों सहयोग करें। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुपोषण से ग्रसित बच्चों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक आहार और दवा आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि कुपोषण से मुक्ति का संकल्प जल्द पूरा हो सके। कुपोषण से मुक्त होने वाले ग्राम पंचायतों के प्रधानों को पुरस्कृत करने और संबंधित गांव के विकास के लिए अधिक धनराशि का आंवटन किए जाने की भी जानकारी दी।

CDO ने ग्राम स्वच्छता कार्ययोजना बनाते समय ध्यान रखे जाने बिंदुओं का किया जिक्र

सीडीओ डॉ. अमित पाल शर्मा (CDO Dr. Amit Pal Sharma) ने ग्राम स्वच्छता कार्ययोजना बनाते समय ध्यान रखे जाने बिंदुओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस बात का जरूर ध्यान रखे कि कूड़ा कहां से इकट्ठा किया जाना है और उसको किस तरह आसानी से हम प्रतिदिन संग्रहण केंद्र तक पहुंचा सके। कूड़ा उठाने के लिए सभी गांवों में ई-रिक्शा का प्रावधान किया जाना है। किस स्थान पर सोख्ता गड्ढा, कहां कूड़ादान बनना है और किस स्थान पर कूड़ा एकत्रीकरण सेड बनना है, इसकी कार्ययोजना जल्द तैयार करने की हिदायत दी। डीपीआरओ विशाल सिंह ने कहा कि कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।

ये रहे उपस्थित

इस मौके पर एडीपीआरओ राजेश सिंह, सुमन पटेल, डीपीसी अनिल केशरी, किरन सिंह सीनियर फैकल्टी डीपीआरसी राजेश त्रिपति समेत अन्य की मौजूदगी बनी रही।

Deepak Kumar

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