×

Sonbhadra News: उद्घाटन हुए गुजर गए बीस माह, नहीं शुरू हो सका आरओ प्लांट का संचालन

Sonbhadra News In Hindi: सोनभद्र के दुद्धी नगर पंचायत क्षेत्र में लाखों की लागत से स्थापित आरओ प्लांट का उद्घाटन हुए लगभग 20 माह व्यतीत हो चुके हैं लेकिन अभी तक इस आरो प्लांट का संचालन नहीं शुरू हुआ है।

Bishwajeet Kumar
Published By Bishwajeet KumarWritten By Kaushlendra Pandey
Published on: 5 Feb 2022 1:44 PM GMT
Sonbhadra News: उद्घाटन हुए गुजर गए बीस माह, नहीं शुरू हो सका आरओ प्लांट का संचालन
X

आरओ प्लांट का उद्घाटन 

Sonbhadra News In Hindi: देश के तीसरे सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र का दर्जा रखने वाले दुद्धी तहसील क्षेत्र में, तहसील मुख्यालय (दुद्धी नगर पंचायत क्षेत्र) पर ही रहवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में उदासीनता बरती जा रही है। यहां के वार्ड दो में लाखों की लागत से स्थापित आरओ प्लांट का उद्घाटन हुए लगभग 20 माह व्यतीत हो चुके हैं। नगर पंचायत के अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी और वार्ड के सभासद की तरफ से उद्घाटन का बोर्ड भी लगाया जा चुका है लेकिन एक हजार लीटर क्षमता वाले इस आरओ प्लांट का संचालन कब से शुरू होगा? इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal) की तरफ से वर्ष 2015 में प्रदूषण का दंश झेल रहे दुद्धी तहसील क्षेत्र के बाशिंदों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए आरओ प्लांट स्थापित करने के निर्देश दिए गए थे। लेखपालों के जरिए सर्वे कराकर प्रदूषण प्रभावित लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई आरओ प्लांट लगाए भी गए। उसी कड़ी में दुद्धी नगर पंचायत की तरफ से वार्ड दो में भी यहां के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निमित्त एक आरओ प्लांट लगाया गया। इस पर अच्छा-खासा धन व्यय करने के बाद गत 11 जून 2020 को इसका उद्घाटन भी कर दिया गया।

उसके बाद से इस वार्ड और नगर के लोग इस पेयजल प्लांट के संचालन का इंतजार कर रहे हैं। उद्घाटन के बाद भी लगभग 20 माह का वक्त गुजर चुका है। ऐसे में इस आरओ प्लांट कक्ष पर लगा ताला कभी खुल पाएगा? या यूं ही उद्घाटन शिलापट लोगों को यहां आरओ प्लांट होने की याद दिलाता रहेगा? इसको लेकर चर्चाएं जारी हैं। बता दें कि दुद्धी तहसील क्षेत्र के भूजल में मरकरी, फ्लोराइड, आर्सेनिक, नाइट्रेट जैसे खतरनाक रासायनिक तत्वों की मात्रा पाए जाने की रिपोर्ट कई बार सामने आ चुकी है ऐसे में बगैर ट्रीटमेंट के यहां का पानी लोगों को कई बीमारियों की सौगात दे रहा है। हाल ही में, इस तहसील क्षेत्र के मकरा में प्रदूषित पानी के चलते हुई मौतों का मसला प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बटोर चुका है।

भूस्वामी को सब्जबाग दिखा लगाया प्लांट, फिर गए भूल

जिनकी जमीन पर आरओ प्लांट और इससे जुड़ी पानी टंकी स्थापित की गई, उन्हें आरओ प्लांट के देखभाल के लिए नियुक्त कर आठ हजार प्रतिमाह दिलाने का सब्जबाग दिखाया गया था लेकिन संबंधित अब, इस वायदे को भी भूल गए हैं। कल्लूराम ने बताया कि उनकी जमीन पर आरओ प्लांट और हंसूराम ने बताया कि उनकी जमीन पर पानी टंकी स्थापित की गई है। इसे स्थापित करते समय उनकी जमीन का कोई मुआवजा उपलब्ध कराने की बजाय, देखभाल के एवज में नगर पंचायत से आठ हजार दिलाने का वायदा किया गया था लेकिन अब इसकी बात ही नहीं की जा रही है। अर्जुन, मुन्ना, सोनू, दिलीप कुमार आदि ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि एक हजार लीटर का आरओ प्लांट शोपीस बनकर रह गया है।

आरओ प्लांट संचालन में आ रही तकनीकी दिक्कत

न्गर पंचायत के अधिशासी अधिकारी भारत कुमार का कहना है कि कुछ तकनीकी दिक्कत आ रही है। इस कारण अभी तक आरओ प्लांट का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरी का कहना था कि उद्घाटन के समय आरओ प्लांट शुरू हो गया था लेकिन उसकी मोटर जल गई। सही आपरेटर के अभाव में उसका संचालन शुरू नहीं हो रहा है। चुनाव बाद उसके संचालन की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।

Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

Next Story