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Sonbhadra News: आरती प्रकरण में बोला हल्ला, घंटों किया धरना-प्रदर्शन, खनन निरीक्षक को निलंबित करने की मांग
Sonbhadra News Today: आरती प्रकरण में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला योजना समिति के सदस्य अनिल कुमार यादव की अगुवाई में दर्जनों युवाओं ने धरना किया और खनन निरीक्षक को निलंबित करने की मांग
Sonbhadra News: खनन निरीक्षक ईश्वर चंद्र द्वारा हाइवे पर वाहन चलाते समय टक्कर लगने से आरती सिंह की मौत और उनके बचाव को लेकर बरती गई लापरवाही को लेकर, कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। खनन निरीक्षक को निलंबित करने, बैरियरों से पूर्व सैनिकों को हटाने सहित चार सूत्री मांगों को लेकर रविवार को चुर्क मोड़ तिराहे पर सर्किट हाउस के पास पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला योजना समिति के सदस्य अनिल कुमार यादव की अगुवाई में दर्जनों युवाओं ने हल्ला बोला। मांगों के समर्थन में धरना-प्रदर्शन कर आवाज उठाई और मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की।
प्रशासन की तरफ से चार दिन के भीतर प्रभावी पहल का भरोसा दिया गया, इस पर धरना स्थगित कर दिया गया है। चेताया गया कि अगर चार दिन के भीतर खनन निरीक्षक को निलंबित करते हुए, अन्य मांगों पर प्रभावी पहल सामने नहीं आई तो जिले स्तर पर आंदोलन की शुरूआत की जाएगी।
गत 12 दिसंबर को बोलेरो के टक्कर से हो गई थी मौत
बताते चलें कि गत 12 दिसंबर को लोढ़ी में मार्निंग वाक पर अपनी सास के साथ निकली आरती सिंह 36 वर्ष की, बोलेरो के टक्कर से मौत हो गई थी। आरोप है कि खनन निरीक्षक ईश्वर चंद्र तेजी से बोलेरो चलाते हुए आए और उसे टक्कर मारते हुए आगे निकल गए। टक्कर लगने के बाद, वह मौके पर ही गिरकर तड़फड़ाने लगी लेकिन ईश्वर चंद्र ने वाहन रोककर राहत पहुंचाने की बजाय, चुर्क मोड़ पर डिवाइडर क्रास कर, हाइवे के दूसरी तरफ वापस आकर अपने कमरे की तरफ निकल गए। घटना के दिन ही इस मामले में पीड़िता की सास पुष्पलता ने पुलिस को तहरीर दी लेकिन सियासी दांव-पेंच में मामला उलझने के कारण, चार दिन बाद जाकर एफआईआर दर्ज की। जैसे ही एफआईआर दर्ज होने की जानकारी सामने आई, ईश्वर चंद्र को निलंबित करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा की मांग उठने लगी।
इन मांगों को लेकर किया गया धरना-प्रदर्शन
शनिवार की शाम सपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल कुमार यादव एवं उनके समर्थकों ने, खनन निरीक्षक ईश्वर चंद्र को निलंबित करने, जिले के खनिज चेकपोस्टों पर स्थानीय युवाओं को रखकर रोजगार देने, भूतपूर्व सैनिकों को खनिज चेकपोस्टों से हटाकर अन्य प्रतिष्ठानों में स्थापित करने, खनन क्षेत्रों में हाई क्वालिटी का कैमरा लगाए जाने के बाद भी, अलग-अलग विभागकर सरकारी धन के हो रहे कथित दुरूपयोग पर रोक लगाने की मांग करते हुए, रविवार की सुबह 10 बजे से धरना-प्रदर्शन का ऐलान कर दिया।
ज्येष्ठ खान अधिकारी की शह पर किया जा रहा उत्पीड़न अनिल
धरना-प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे अनिल कुमार यादव, राजेश कुमार यादव, सतीश कुमार पाठक, धीरज कुमार सिंह, अवनीश कुमार, विनोद कुमार, शिवकुमार, मोहन यादव, विकास पांडेय, सुनील यादव, जितेंद्र यादव, रामलाल, सत्यनारायण, शिवम पांडेय, नितीश कुमारी, विमल यादव, कृष्णमुरारी मौर्य, बाबूलाल शर्मा, जगत सिंह पटेल आदि का कहना था कि खनन निरीक्षक को ज्येष्ठ खान अधिकारी का सीधा संरक्षण मिला हुआ है। उनके खिलाफ सड़क हादसे की एफआईआर न होने पाए, इसके लिए प्रयास किया गया। अब उन्हें विभागी कार्रवाई-निलंबन से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
खनन-परिवहन की निगरानी के लिए अलग-अलग विभाग ने उठाए सवाल
खनन-परिवहन की निगरानी के लिए अलग-अलग विभाग लगाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि खनन क्षेत्र में हाई क्वालिटी कैमरे लगाने के साथ ही, परिवहन की चेकिंग के लिए एमचेक कैमरा सहित जिले से लेकर लखनऊ तक टेक्निकल टीम बैठाई गई है। बावजूद भूतपूर्व सैनिकों के जरिए ट्रक ड्राइवरों के उत्पीड़न और भय दिखाकर वसूली की जा रही है। इसके लिए भी संबंधित निरीक्षक और खान अधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की गई।
एसडीएम घोरावल को सौंपा ज्ञापन
एडीएम सहदेव मिश्रा से हुई वार्ता के क्रम में प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में मौके पर दोपहर बाद पहुंचे एसडीएम घोरावल को ज्ञापन सौंपा। कहा कि अगर चार दिन के भीतर मामले में प्रभावी कार्रवाई सामने नहीं आई तो बड़े पैमाने पर आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।