Sonbhadra News: बालू साइट पर खनन टीम की रेड, अवैध खनन कर रही नौ पोकलेन मशीनें सीज

Sonbhadra News Today In Hindi: सोनभद्र में अवैध खनन चल रही साइटों पर प्रशासन ने बड़ा छापा मारा है। इस दौरान मौके पर खनन कर रहीं नौ पोकलेन मशीनों को खनन टीम ने सीज कर दिया है।

Bishwajeet Kumar
Published By Bishwajeet KumarWritten By Kaushlendra Pandey
Published on: 31 Jan 2022 5:11 PM GMT
Sonbhadra News: बालू साइट पर खनन टीम की रेड, अवैध खनन कर रही नौ पोकलेन मशीनें सीज
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बालू खनन की फाइल तस्वीर (फोटो:न्यूज़ट्रैक)

https://newstrack.com/uttar-pradesh/vindhyachal/sonbhadra/sonbhadra-thousands-green-trees-grounded-sand-mining-damage-aquatic-environment-uttar-pradesh-303713

सोनभद्र। सीमा से बाहर जाकर तथा नदी के बीच धारा में किए जा रहे खनन को लेकर NEWSTRACK द्वारा चलाई गई खबर का बड़ा असर सामने आया है। सोमवार की शाम खनन विभाग की टीम ने महालपुर स्थित ई टेंडरिंग की 'भगवा' साइट पर छापेमारी की तो हड़कंप मच गया। सीमा से बाहर खनन के साथ ही नदी की तलहटी में खनन होता पाया गया। इसको गंभीरता से लेते हुए मौके पर मिली नौ पोकलेन मशीनें जब्त कर ली गईं।

वहीं सीमा से बाहर जाकर कितना खनन किया गया है और राजस्व को कितनी क्षति पहुंचाई गई है। इसके लिए नापी की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। उधर, खनन विभाग की इस कार्रवाई से दूसरे साइटों पर हड़कंप मचा रहा। सूत्रों की मानें तो अगोरी खंड चार के पास नदी के बीच में जाकर हो रहे अवैध खनन की भी स्थिति देखी गई। आसपास की काश्तकारी परमिट वाली खदानों का भी हाल जाना गया। कहा जा रहा है कि इन साइटों को लेकर भी एक-दो दिन में बड़ी कार्रवाई सामने आ सकती है।

पर्यावरण मानकों की अनदेखी कर हो रहा बालू खनन

बताते चलें की सीमा से बाहर जाकर तथा पर्यावरण मानकों की अनदेखी कर नदी के बीच से बालू खनन का मामला लगातार सामने आ रहा है। इसको लेकर सोमवार को भी एक वीडियो वायरल हुई। वहीं न्यूज़ट्रैक की तरफ से भी इस मसले को लगातार उठाया गया। बताते हैं कि डीएम टीके शिबू ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ज्येष्ठ खान अधिकारी जेपी द्विवेदी को बालू साइटों पर छापेमारी की कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके क्रम में शाम को चोपन से अगोरी के तरफ जाने पर पड़ने वाली पहली बालू साइट 'भगवा' पर जैसे ही खान विभाग की टीम पहुंची हड़कंप मच गया।

बताते हैं कि जिस वक्त टीम वहां पहुंची नदी में उतरकर खनन किया जा रहा था। वहीं पर्यावरण नियमों के विपरीत पोकलेन के जरिए गहराई से बालू निकासी का काम जारी था। मौके पर सीमा से बाहर जाकर भी खनन की स्थिति देखी गई। इसको गंभीरता से लेते हुए खनन करते मिली नौ पोकलेन मशीनों को कब्जे में लेकर सीज करने की कार्रवाई की गई। वहीं खदान का संचालन करा रहे लोगों को सीमा से बाहर किसी भी हाल में खनन न करने की हिदायत दी गई।

जिला खान अधिकारी जेपी द्विवेदी ने सेलफोन पर हुई वार्ता में कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि कितना अवैध खनन किया गया है? इसके लिए मंगलवार को नापी की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। वहीं अन्य बालू साइटें, जहां पर अवैध खनन और नियमों की अनदेखी कर खनन करने तथा मशीनों का प्रयोग कर बालू लोडिंग करने का आरोप है, उनके खिलाफ भी मंगलवार से कार्रवाई का अभियान शुरू किया जाएगा।

रेड़िया बालू साइड के संचालन को लेकर भी उठ रहे सवाल

चोपन स्थित सोन नदी पुल से चंद कदम की दूरी पर काश्तकारी परमिट की आड़ में एरिया में बालू खनन के तरीके को लेकर भी सवाल उठाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि जहां नदी का पानी भी नहीं पहुंचता, वहां के लिए बालू खनन का पट्टा हासिल कर लिया गया है। बगैर धारा 20 का प्रकाशन हुए पट्टा संचालन होने का मसला है सो अलग। साथ ही काश्तकारी परमिट वाली बालू साइडों पर खनन के साथ ही लोडिंग का काम भी मजदूरों से कराने का नियम है लेकिन लोडिंग कौन कहे यहां बालू का खनन भी पोकलेन के मशीनों से किया जा रहा है। रेड़िया के साथ ही अन्य काश्तकारी वाली बालू साइटों की भी यहीं स्थिति बताई जा रही है। कुछ साइटों पर तो पट्टा वाले स्थल को छोड़कर नदी में खनन करने का आरोप है।

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