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Sonbhadra News: विजयगढ़ दुर्ग पर लगी धर्म संसद, सांस्कृतिक विरासतों की रक्षा का किया गया आह्वान

Sonbhadra News: दो दिवसीय मेले में विजयगढ़ दुर्ग संरक्षण समिति की तरफ से विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।

Kaushlendra Pandey
Report Kaushlendra PandeyPublished By Monika
Published on: 17 April 2022 3:36 PM IST
Sonbhadra News
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विजयगढ़ दुर्ग पर लगी धर्म संसद (फोटो: सोशल मीडिया )

Sonbhadra News: तिलस्मी दुर्ग विजयगढ़ पर चैत्र पूर्णिमा की रात एकजुटता का संदेश देती दिए गए। मौका था चैत्र पूर्णिमा और हनुमान के प्राकट्योत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित विराट हिंदू मेला और इस दौरान आयोजित किए गए धर्म संसद का। यहां धर्म की महत्व और उसके ऐतिहासिक पौराणिक तथा वैज्ञानिक पहलुओं की चर्चा तो देर तक की ही गई लोगों से एकता बनाए रखने और अपनी धर्म रक्षा के लिए तत्परता दिखाते रहने का आह्वान किया गया।

दो दिवसीय मेले में विजयगढ़ दुर्ग संरक्षण समिति की तरफ से विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। ध्वजारोहण, यक्ष रामसरोवर की आरती, गणेश-हनुमान की आरती, भजन कीर्तन और धर्म संसद का आयोजन किया गया। इसमे साधू-संतों के साथ जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने भाग लिया।

मुख्य अतिथि नगवां ब्लाक प्रमुख आलोक सिंह ने कहा की हमारी सांस्कृतिक धरोहर हर हाल में सुरक्षित रहे इसके लिए, हम सबको मिलकर काम करते रहने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक रवि प्रकाश चौबे ने कहा कि आज राष्ट्र परमवैभव की ओर बढ रहा है। इसलिए जरूरी है कि सनातन धर्म के परम वैभव को एक बार फिर से दुनिया के सामने लाने के लिए लिए एकजुटता बनाए रखने के साथ ही, साथ-साथ कदम बढाकर चलने की जरूरत है ।

इस दुर्ग का संरक्षण हर हाल में किया जाएगा

मेला समीति के संयोजक बालेश्वर सिंह ने कहा विजयगढ़ दुर्ग को भारतीय इतिहास और संस्कृति की महान विरासत बताते हुए कहा कि इस दुर्ग का संरक्षण हर हाल में किया जाएगा। अनुसूचित जनजाति आयोग उप्र के सदस्य अमरेश चेरो ने कहा कि आदिवासी समाज धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। अध्यक्षता विजयगढ़ दुर्ग संरक्षण समीति के अध्यक्ष रामानंद सिंह ने किया । त्यागी बाबा, नारायण दास जमनिया, शरणानंद महराज, प्रभुदास, कैलाशनाथ पांडेय, श्रवण कुमार, अवधेश चौबे, प्रशांत मिश्रा, सुरेंद्र देहाती, पंकज पांडेय, चंदन ओझा, आचार्य कृष्ण कांत द्विवेदी, मनोज दूबे आदि की मौजूदगी बनी रही। बता दें कि विजयगढ़ दुर्ग से ही टीवी जगत के चर्चित सीरियल चंद्रकांता और हिंदी जगत के प्रथम उपन्यास चंद्रकांता-चंद्रकांता संतति की जड़े जुड़ी हुई हैं।



Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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