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Sonbhadra News: लंबे समय से फरारी काट रहा कोयला माफिया दबोचा गया, 10 हजार का घोषित था इनाम
Sonbhadra News Today: महज दो से तीन सालों में यूपी-एमपी सीमा क्षेत्र से लेकर उड़ीसा तक कोयला तस्करी में मजबूत पैठ बनाने वाले कोयला माफिया को पुलिस ने दबोचने में कामयाबी हासिल कर ली।
Sonbhadra News: महज दो से तीन सालों में यूपी-एमपी सीमा क्षेत्र से लेकर उड़ीसा तक कोयला तस्करी में मजबूत पैठ बनाने वाले कथित कोयला माफिया नारायण अग्रवाल को आखिरकार पुलिस ने दबोचने में कामयाबी हासिल कर ली। मूलतः छत्तीसगढ़ का रहने वाला आरोपी कोयला तस्करी का कारोबार संभालने के बाद अनपरा को ठिकाना हुआ था। गोरखधंधे के भंडाफोड़ के बाद, उसने खुद की एक मामले में छत्तीसगढ़ में गिरफ्तारी भी करवा दी थी।
वहां से छूटने के बाद, छत्तीसगढ़ में ही ठिकाना बनाए हुए थे। मिली सूचना के आधार पर जिले की पुलिस ने सोमवार की रात उसके मूल निवास पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद मंगलवार की दोपहर उसका चालान कर दिया गया।
कोयला तस्करी के कई मामलों में पाई गई थी संलिप्तता
एसटीएफ की टीम ने चार-पांच माह पूर्व मिर्जापुर जिले के अहरौरा में छापेमारी की थी, जिसमें अंतर्राज्यीय कोयला तस्करी से जुड़े अहम किरदार धनंजय सिंह की गिरफ्तारी तो हुई ही थी, नारायण अग्रवाल का भी नाम प्रमुखता से सामने आया था। इससे पहले डिबुलगंज में अवैध कोल डिपो संचालन को लेकर भी नारायण का नाम कई दिनों तक सुर्खियों में बना रहा था। अहरौरा में एसटीएफ की छापेमारी के बाद शक्तिनगर पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट वाली ट्रक से सिंगरौली से कोयला लाकर अनपरा इलाके के डिबुलगंज में डंप करने और यहां से कोल डिपो की पर्ची की आड़ में विभिन्न राज्यों में भेजने का खुलासा किया था।
इसके मुख्य संचालक के रूप में भी नारायण अग्रवाल का नाम सामने आया था। इसके बाद धारा 379, 411, 413, 414, 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी और 4/21 खान व खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुय कर दी गई थी लेकिन पुलिस को चकमा देते हुए, आरोपी छत्तीसगढ़ में एक मामले में जेल चला गया था।
चौकी प्रभारी बीना शशिभूषण की अगुवाई वाली टीम ने गिरफ्तारी की
इसके बाद से पुलिस उस पर निगाह रखी हुई थी। कुछ दिन पूर्व उसे जमानत पर छूटकर, मूल निवास प्रतापपुर थाना प्रतापपुर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ में मौजूद होने की सूचना मिली। इसके आधार पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। क्षेत्राधिकारी पिपरी प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में जुटी हुई थी। उसकी फरारी को देखते हुए एसपी की तरफ से 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। उसके खिलाफ अनपरा, चोपन, पिपरी, हाथीनाला और शक्तिनगर थाने में गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। चौकी प्रभारी बीना शशिभूषण की अगुवाई वाली टीम ने छत्तीसगढ़ में दबिश देकर उसकी गिरफ्तारी की।