Sonbhadra: गांजा तस्करी को लेकर पुलिस ने किया खुलासा, 7 लाख की खेप के साथ दो लोग गिरफ्तार

Sonbhadra News Today: गांजा तस्करी को लेकर जिले की रायपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पशु तस्करी से जुड़े दो व्यक्तियों को दबोचने के साथ 7 लाख की खेप बरामद कर ली है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 20 Oct 2022 1:21 PM GMT
Sonbhadra Crime News
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पुलिस के साथ पकड़े गए आरोपी। 

Sonbhadra News: पशु तस्करों के जरिए हो रही गांजा तस्करी (ganja smuggling) को लेकर जिले की रायपुर पुलिस (Raipur Police) ने बड़ा खुलासा किया है। पशु तस्करी से जुड़े दो व्यक्तियों को दबोचने के साथ ही पुलिस ने बिहार से लाई जा रही 7 लाख की खेप बरामद कर ली है। इस तस्करी में वाहन के फर्जी नंबर प्लेट के इस्तेमाल का भी खुलासा हुआ है। इसके आधार पर एनडीपीएस एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। बृहस्पतिवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में आरोपियों की गिरफ्तारी और मिली कामयाबी का खुलासा किया गया। इसके बाद आरोपियों का न्यायालय के लिए चालान कर दिया गया।

ये है मामला

पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा करते हुए एएसपी ऑपरेशन विजयशंकर मिश्र ने बताया कि एसपी डॉ. यशवीर सिंह की तरफ से मादक पदार्थों के व्यापार में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी सदर चारू द्विवेदी के नेतृत्व में बुधवार की रात प्रभारी निरीक्षक रायपुर नागेश सिंह और उनकी टीम दरमा पहाड़ी के नीचे सड़क पर बनी पुलिया के पास बिहार की तरफ से आने वाले वाहनों की जांच कर रही थी। उस दौरान एक पिकअप आई, जिससे रोककर जांच की गई तो उसमें 90 किला गांजा लदा पाया गया। पुलिस की घेरेबंदी देख, पास के जंगल का फायदा उठाते हुए तीन आरोपी भाग निकले। जबकि मौके से नजीम अंसारी पुत्र टेढा उर्फ उस्मान अंसारी निवासी जमुनीनार, थाना अधौरा, जनपद कैमूर (भभुआ), बिहार और राजा अली पुत्र तैयब अंसारी, निवासी सेमरिया, थाना रायपुर को गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपियों से पूछताछ के बाद किया पंजीकृत

आरोपियों से पूछताछ के बाद 8/20 एनडीपीएस एक्ट और आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला पंजीकृत कर लिया गया। गिरफ्त में आए आरोपियों ने पूछताछ में फरार आरोपियों के नाम सुरेंद्र पुत्र हरिदास जायसवाल, निवासी चैधरना, थाना अधौरा, गोरख यादव पुत्र दसई यादव निवासी जमुनीनार, थाना अधौरा और मोतीलाल जायसवाल पुत्र अज्ञात, निवासी चैधरना, थाना अधौरा, जिला कैमूर, बिहार बताया। एएसपी ने बताया कि फरार आरोपियों की भी तलाश कराई जा रही है।

घोरावल से थी पशु तस्करी की तैयारी

आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि वह अपने साथियो के साथ पकड़े गए पिकअप वाहन के जरिए बिहार के डुमरगंज से गांजा लेकर आ रहे थे। इसे उन्हें सुरेंद्र जायसवाल निवासी चैधरना थाना अधौरा, हाल पता निवासी खलियारी थाना रायपुर के घर पर उतार देते थे। इसके बाद वह पिकअप लेकर पशुओं की लदान के लिए घोरावल चले जाते। आरोपियों ने बताया पहले वह यह काम किराए की गाडी से करते थे। कुछ पैसा हो जाने पर, सभी लोगों ने मिलकर राजा अली के नाम से नई पिकप खरीद ली है, जिससे वर्तमान में वह गांजा और पशु तस्करी का काम कर रहे थे।

जांच में पिकअप का नंबर प्लेट पाया गया फर्जी

वाहन पकड़े जाते समय उस पर जो नंबर प्लेट लगी थी, उसकी जांच पुलिस ने की तो वह फर्जी निकली। इस पर आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह पुलिस की पकड़ में आने पाए या फिर किसी सामान्य व्यक्ति को उनके काम में बारे में जानकारी न होने पाए, इसके लिए फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर रहे थे। गांजा के साथ ही, पुलिस ने पिकअप वाहन को भी कब्जे में लेकर जब्त करने की कार्रवाई की गई है।

कामयाबी पाने वाली टीम के सदस्य

कामयाबी पाने वाली टीम में थानाध्यक्ष नागेश सिंह के अलावा एसआई राजनारायण यादव, हेड कांस्टेबल सत्यजीत यादव, अरुण कुमार, कांस्टेबल हृदय नारायण यादव, जितेंद्र सिंह यादव, मनीष कुमार सिंह, दुर्गेश सिंह शामिल रहे।

Deepak Kumar

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