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Sonbhadra News: बाप ठेकदार, बेटा सेल्समैन, चला रहे थे अवैध शराब फैक्ट्री, आठ गिरफ्तार

Sonbhadra News: अनपरा में मिली सूचना के आधार पर रविवार को जब पुलिस ने आबकारी टीम को साथ लेकर रेड डाली तो सामने आए खुलासे ने हर किसी को एकबारगी चैंका कर रख दिया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 1 May 2022 7:17 PM IST (Updated on: 1 May 2022 7:52 PM IST)
Sonbhadra: Father, son salesman of liquor shop, was running illegal liquor factory, eight arrested in police raid
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सोनभद्र: अवैध शराब की फैक्ट्री में पुलिस ने डाली रेड: Photo - Social Media

Sonbhadra News: बाप शराब की दुकान का ठेकेदार और बेटा सेल्समैन..। इसकी आड़ में अवैध शराब की फैक्ट्री का संचालन..। चौंकिए मत, सूबे के पावर हब का दर्जा रखने वाले अनपरा में मिली सूचना के आधार पर रविवार को जब पुलिस ने आबकारी टीम को साथ लेकर रेड डाली तो सामने आए खुलासे ने हर किसी को एकबारगी चौंका कर रख दिया। इस अवैध फैक्ट्री और यहां से संचालित होने वाले अवैध शराब से जुड़े रैकेट के तार जहां सोनभद्र के अलावा मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली जिले से जुड़े पाए गए।

वहीं यहां निर्मित अवैध एवं मिश्रित शराब की खपत बड़ी मात्रा में शराब की दुकान के ठेके और परचून के दुकानों के जरिए कराए जाने की बात सामने आई। मौके से गिरोह के सरगना एवं शराब दुकान के ठेकेदार के बेटे सहित आठ को गिरफ्तार कर लिया गया। बडी मात्रा में शराब, उपकरण, खाली बोतलें और रैपर बरामद किए गए। पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली जिसके आधार पर आगे पुलिस की छानबीन जारी है।

अवैध शराब की फैक्ट्री का खुलासा

डीआईजी-एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार की शाम राबटर्सगंज कोतवाली में अनोखे अंदाज में संचालित की जा रही अवैध शराब की फैक्ट्री और इसके कारोबार से जुड़े रैकेट के बारे में खुलासा किया। बताया कि जिले में आबकारी विभाग के साथ पुलिस की टीम अवैध एवं अपमिश्रित शराब के कारोबार के खिलाफ साझा अभियान चला रही है। इसी कड़ी में रविवार को सूचना मिली कि अनपरा गांव में सड़क के बगल में एक कमरे में अवैध शराब का कारखाना संचालित किया जा रहा है। इस पर पिपरी क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल के पर्यवेक्षण में अनपरा पुलिस, स्वाट टीम और आबकारी विभाग की टीम को संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

मौके पर पहुंची टीम तो चल रही थी अवैध शराब की पैकिंग

बताए गए स्थान पर टीम पहुंची तो देखा कि कमरे के अंदर मौजूद व्यक्ति प्लास्टिक की बोतलों में पीले रंग का तरल पदार्थ भरने, लेबल चिपकाने और ढक्कन लगाकर सीलपैक करने का कार्य कर रहे थे। टीम जैसे ही कमरे के अंदर पहुंची अफरातफरी मच गई। वहां मौजूद इधर-उधर भागने लगे। मौके पर कड़ी घेरेबंदी कर अनिल जायसवाल पुत्र रामजी जायसवाल निवासी वार्ड दस, न्यू बस्ती, मनमोहन सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी अनपरा, आकाश कुमार जायसवाल पुत्र लक्ष्मीनारायण जायसवाल निवासी पूर्वी परासी, थाना अनपरा, जीयलाल गुर्जर पुत्र रामदुलारे गुर्जर निवासी, चंद्र प्रताप गुर्जर पुत्र ईश्वर प्रसाद गुर्जर निवासी कनहरा टोला, थाना ओबरा, राम नारायण जायसवाल पुत्र छोटेलाल उर्फ छन्ना निवासी कोतवाली देहात, मिर्जापुर, नितेश कुमार जायसवाल उर्फ गोलू पुत्र जयप्रकाश जायसवाल निवासी चुरामनपुर, मुडै़ला, थाना लोहता, वाराणसी, मनोज कुमार केशरी पुत्र घनश्याम केशरी निवासी नौगढ़, जिला चंदौली को दबोच लिया गया।

मौके से एक ड्रम में भरा 100 लीटर स्प्रिट, 20 लीटर देशी शराब, ब्लू लाइन लेबल लगा हुआ 72 शीशी 200 मिलीलीटर, लेमन लिक्विड फ्लेवर दो शीशी 400 मिलीलीटर, खाली शीशी 960 200 मिलीलीटर, लार्डस अंकित हरा रंग का 280 पीस ढक्कन, बारकोड स्टीकर 150 पीस, रैपर ब्लू लाइन लेबल 320 पीस, यूपी में बिक्री के लिए अनुमन्य का लेबल लगा 62 पेटी देशी शराब बरामद किया गया। मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी और 60-64 आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।

ककरी की ठेके के दुकान के साथ ही परचून की दुकानों पर कराई जा रही थी बिक्री

आरोपियों ने पूछताछ में ठेके के दुकान की आड़ में अवैध शराब की तस्करी किए जाने की बात कबूली। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी अनिल कुमार जायसवाल ने बताया कि उसके पिता के नाम पर ककरी मोड़ पर देशी शराब का ठेका है। वहां वह सेल्समैन है। अवैध फैक्ट्री में बनाए गए शराब को ठेके पर और कनहर गांव में ले जाकर इसकी बिक्री करवाता है। नितेश कुमार जायसवाल उर्फ गोलू और मनोज कुमार केशरी इसके लिए रैपर, बारकोड, खाली शीशी, ढक्कन आदि उपलब्ध कराते है।

इसकी कीमत उन्हें गूगल पे, क्यूआर कोड के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है। इस अवैध कारोबार से जुड़े आकाश जायसवाल के खिलाफ वर्ष 2018 में वाराणसी जिले में भी इसी तरह के धंधे में संलिप्तता का मामला सामने आया था, जिसके लिए धारा 419, 420, 467, 468, 471, 272, 120बी आईपीसी एवं आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है। वहीं नितेश कुमार जायसवाल के खिलाफ भी 2017 में अवैध शराब का कारोबार करने के लिए, उपरोक्त धाराओं में वाराणसी में मामला दर्ज है। उसके खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की गई है। कामयाबी पाने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अनपरा श्रीकांत राय, आबकारी निरीक्षक अनुपम सिंह, शशिशभूषण सिंह स्वाट टीम प्रभारी, चंद्रभान सिंह थाना अनपरा एवं अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।

आबकारी विभाग की सक्रियता पर उठे सवाल

चुनाव पूर्व से लेकर अब तक जिले में जो भी बड़ी कार्रवाई या खुलासा सामने आया है, उसमें पुलिस के अगुवाई की ही बात सामने आई है। दिलचस्प मसला यह है कि अधिकांश बरामदगी में ब्लू लाइन शराब का लेबल और इसे ठेके की दुकानों पर खपाने साथ ही इस कारोबार में किसी न किसी ठेकेदार के शामिल होने की बात भी सामने आती रहती है।

बावजूद जिले में लंबे समय से जड़ जमाए शराब के अवैध कारोबार पर आबकारी विभाग की सीधी रेड शायद ही सुनने को मिल पाती हो। बता दें कि अनपरा में चल रहे अवैध कारोबार के बारे में कुछ पत्रकारों ने ही एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह को जानकारी दी थी।

उसके बाद से ही उन्होंने अनपरा क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर नजर रखने का निर्देश दिया हुआ था। पूर्व में जिले में बतौर थानेदार पुलिस के खाते में कई कामयाबी दर्ज करा चुके प्रदीप सिंह चंदेल को पिपरी में नए सीओ के रूप में तैनाती मिली तो उन्हें भी यह टास्क सौंपा गया। आखिरकार पुलिस ने आबकारी टीम को साथ रखते हुए एक बड़ी कामयाबी दर्ज कर ही ली।

Shashi kant gautam

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