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Sonbhadra News: 50 लाख के गांजा के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, वाराणसी लाई जा रही थी खेप
Sonbhadra News: पकड़े गए आरोपियों में एक उड़ीसा और एक बिहार का रहने वाला है। पूछताछ में उन्होंने गिरोह से जुड़े तीन और आरोपियों के नाम बताए हैं, जिसमें दो उड़ीसा के और एक बिहार का रहने वाला है। उनकी भी तलाश शुरू कर दी गई है।
Sonbhadra News: एसओजी टीम और राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को उड़ीसा से गांजा लाकर यूपी में खपाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने के साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से पिकअप के जरिए वाराणसी ले लाई जा रही लगभग 50 लाख रुपए की कीमत की खेप (तीन कुंतल 38 किलो गांजा) बरामद की गई है। पकड़े गए आरोपियों में एक उड़ीसा और एक बिहार का रहने वाला है। पूछताछ में उन्होंने गिरोह से जुड़े तीन और आरोपियों के नाम बताए हैं, जिसमें दो उड़ीसा के और एक बिहार का रहने वाला है। उनकी भी तलाश शुरू कर दी गई है। मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट और धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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ड्राइवर के पीछे वाले हिस्से में बंडल रखने के लिए बनाई गई थी जगह
एसपी डा. यशवीर सिंह ने पुलिस लाइन में इसका खुलासा करते हुए बताया कि मुखबिर की रॉबर्ट्सगंज पुलिस और एसओजी टीम ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर लोढ़ी टोल प्लाजा के पहले कुटरचित नंबर प्लेट (यूपी-35 एसटी 5758) वाला वाहन पकड़ा। जांच में पाया कि पिकप के ड्राइवर सीट के पीछे बनी एक बड़ी रैक में 73 बंडल, कुल 338 किलोग्राम (तीन कुंतल 38 किलो) गांजा रखा गया है। पकड़े गए तस्करों ने भी पुलिस को पूछताछ में बताया कि गाड़ी के डाला के आगे वाले हिस्से में ड्राइवर सीट के पीछे एक बड़ी रैक बना रखी गई है, जिसमें तस्करी करते समय गांजे का पैकेट छिपाकर रखा जाता है।
50,000 में दिया गया था पहुंचाने का ठेका
एसपी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें चिंटू हरिजन पुत्र विरेंद्र हरिजन निवासी इंद्रावती, थाना रावतीगुडा, जिला नौरंगपुर, उड़ीसा और चंद्रमा राय निवासी कोनहला, गोपालगंज, बिहार ने गांजे की खेप बनारस पहुंचाने के लिए 50,000 में ठेका दिया गया था। जिस वाहन से गांजा लाया जा रहा था उसका असली नम्बर सीजी-05-डी-1806 है और वाहन स्वामी के रूप में पीरखान पुत्र गुलाब खान निवासी खोखर वार्ड चार सुंदरगंज तेलीपारा धमतारी, उड़ीसा का नाम दर्ज है। तीनों ने फर्जी नंबर प्लेट के जरिए खेप ले जाने की सलाह दी थी। उनके बताए अनुसार खेप वाराणसी ले जाई जा रही थी, लेकिन सोनभद्र में खेप पकड़ ली गई।
उड़ीसा से चले तो उड़ीसा का फर्जी नंबर प्लेट, छत्तीसगढ़ में घुसे तो लगा लिया यूपी का फर्जी नंबर प्लेट-
पकड़े गए तस्करों से पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक उड़ीसा से चलते समय पिकप पर कुटरचित नंबर प्लेट ओडी-10 बी-6684 लगाया गया था। छत्तीसगढ़ में पहुंचने पर यूपी का कुटरचित नम्बर प्लेट यूपी-35-एसटी-5758 लगा लिया गया। पकड़ में न आने पाए, इसके लिए इंटरनेट से दोनों कूटरचित रजिस्ट्रेशन नंबरों की आरसी भी अपने मोबाइल में लेकर रख ली, ताकि पुलिस कहीं पूछे तो उसे दिखा सकें।
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तीन और आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी
स्पीड डॉक्टर यशवीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए दोनों तस्करों का पूछताछ के बाद चालान कर दिया गया है। वहीं तीन और आरोपी चिंटू हरिजन पुत्र विरेंद्र हरिजन निवासी इंद्रावती, थाना रावतीगुडा, जिला नौरंग उड़ीसा, चंद्रमा राय पुत्र अज्ञात, निवासी कोनहला गोपालगंज, बिहार, पीरखान पुत्र गुलाब खान, निवासी खोखर वार्ड चार सुंदरगंज तेलीपरा धमतारी, उड़ीसा की तलाश जारी है। इस गिरोह पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। वाहन सहित गांजा की खेप कब्जे में लेने के साथ ही पुलिस ने दोनों फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद कर लिए हैं।
कामयाबी में इनकी रही अहम भूमिका
प्रभारी निरीक्षक बालमुकुंद मिश्रा थाना रॉबर्ट्सगंज, निरीक्षक शेषनाथ पाल, प्रभारी एसओजी, हेड कांस्टेबल अतुल सिंह, जगदीश मौर्या, अमर सिंह, सतीश कुमार सिंह, सौरभ कुमार राय, प्रकाश सिंह, शिवचंद पटेल, रविंद्रनाथ मिश्रा, कांस्टेबल रितेश पटेल, अजीत यादव, प्रेमप्रकाश चैरसिया, अमित सिंह, आनंद मिश्रा, विनय कुमार, दीपक गिरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।