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Sonbhadra News: विस्थापितों ने मांगा रोजगार, शुरू किया बेमियादी धरना, निकाला पैदल मार्च
Sonbhadra News: शनिवार को इस मसले पर विस्थापितों ने विस्थापित युवा कल्याण समिति के बैनर तले जहां खड़िया परियोजना के महाप्रबंधक कार्यालय पर धरना दिया। वहीं पैदल मार्च निकालकर रोजगार देने की आवाज उठाई।
Sonbhadra News: खड़िया कोल प्रोजेक्ट की आउटसोर्सिंग कंपनी एसए यादव को लेकर गैर विस्थापितों को रोजगार देने को लकर वायरल हुई कथित लिस्ट और ऐसे ही एक मामले को लेकर शक्तिनगर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के बाद, शासनादेश के मुताबिक, विस्थापितों को नौकरी दिए जाने की मांग तेजी से जोर पकड़ने लगी है।शनिवार को इस मसले पर विस्थापितों ने विस्थापित युवा कल्याण समिति के बैनर तले जहां खड़िया परियोजना के महाप्रबंधक कार्यालय पर धरना दिया। वहीं पैदल मार्च निकालकर रोजगार देने की आवाज उठाई। इस दौरान विस्थापितों को रोजगार दो., कंपनी की तानाशाही नहीं चलेगी.., विस्थापित एकता जिंदाबाद.., इंकलाब जिंदाबाद.. के जमकर नारे लगाए गए। मांगों के प्रति संजीदगी न दिखाए जाने पर राजधानी लखनऊ जाकर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।
ग्रामीणों ने लगाया रोजगार के नाम पर धन उगाही का आरोप
विस्थापित युवा कल्याण समिति के राजन कुमार का कहना था कि कि कई महीनों से प्रार्थना पत्र के माध्यम से एनसीएल प्रबंधन, एसए यादव कंपनी और जिला प्रशासन से विस्थापित परिवार के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए मांग की जा रही है, लेकिन अब तक उसका कोई खासा नतीजा नहीं निकल पाया है। इसके लिए धरने का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है। धरना दे रहे ग्रामीणों ने रोजगार के नाम पर कथित धन उगाही को लेकर भी आवाज उठाई। पिछले सप्ताह राजन कुमार के तहरीर पर दर्ज मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी न होने को लेकर भी रोष जताया गया। विस्थापितों का कहना था कि आउटसोर्सिंग कंपनियां विस्थापितों की बजाय गैर विस्थापितों को नौकरी देने में लगी हुई है। इसका फायदा उठाकर कुछ लोगों ने इसे कमाई का धंधा बना डाला है।
सपा नेता मनोज कक्का ने वायरल की थी रोजगार लिस्ट
खड़िया प्रोजेक्ट के अधिकारी राजाराम यादव, बीके राय, एसपी सिंह के साथ ही पुलिस की तरफ से लोगों को काफी समझाया-बुझाया गया। रोजगार को लेकर सार्थक पहल के साथ ही, दर्ज मामले में जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया गया, तब जाकर धरना दे रहे लोग इस मसले पर एसडीएम दुद्धी शैलेंद्र मिश्रा से फोन पर बात करने को तैयार हुए। उन्होंने अपनी तरफ से भी इसको लेकर पहल का आश्वासन दिया। तब मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय गेट पर धरना दे रहे विस्थापित, मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय से हटकर दूसरी जगह धरने पर बैठने को तैयार हुए। उनका कहना था कि जब तक रोजगार को लेकर ठोस पहल सामने नहीं आती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। बताते चलें कि पखवारे भर पूर्व जहां सपा नेता मनोज कक्का ने रोजगार की कथित लिस्ट वायरल कर हड़कंप मचा दिया था। वहीं पिछले सप्ताह संबंधित आउटसोर्सिंग कंपनी के जीएम सहित स्थानीय स्तर पर मैनेजर का काम देख रहे कमलेश सिंह पप्पू के खिलाफ धोखाधड़ी और एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामले ने भी खलबली मचा दी थी। अब इस मसले पर विस्थापितों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है, इसका क्या परिणाम आता है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।