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Sonbhadra: कोयले की ढुलाई को गति देने के लिए रेलवे स्ट्रक्चर को देंगे मजबूती, NCL ने बनाई रणनीति

Sonbhadra: कोयला संकट से जूझ रही बिजली परियोजनाओं तक कोयले की पहुंच आसान बनाने के लिए पूर्व मध्य रेलवे एवं अन्य रेलवे जोनों की तरफ से रेलवे स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम किया जाएगा।

Kaushlendra Pandey
Published on: 17 Jun 2022 2:32 PM GMT (Updated on: 18 Jun 2022 12:42 PM GMT)
Sonbhadra News In Hindi
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कोयले की ढुलाई। (Social Media)

Sonbhadra: कोयला संकट (coal crisis) से जूझ रही बिजली परियोजनाओं तक कोयले की पहुंच आसान बनाने के लिए पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) एवं अन्य रेलवे जोनों की तरफ से रेलवे स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम किया जाएगा। इसके लिए रेलवे, एनसीएल और कोयला मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के बीच बृहस्पतिवार की देर शाम हुई बैठक में एक साझा रणनीति बनाई गई है। इसमें जहां चोपन से शक्तिनगर और इस रूट से जुड़ी कोयला परियोजना के लोडिंग प्वाइंट (Coal Project Loading Point) तक बिछी रेलवे लाइनों के मजबूती, दोहरीकरण कार्य को शीघ्रता से पूरा करने पर जोर दिया गया है। वहीं नए लोडिंग प्वाइंटों से रेलवे के सीधे जुड़ाव की भी योजना बनाई गई है।

इनकी मौजूदगी में हुई बैठक

इस मसले को लेकर एनसीएल में रेलवे बोर्ड के वेदप्रकाश, रेलमंत्री के एडवाइजर सुधीर कुमार (Adviser to Railway Minister Sudhir Kumar), पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा (East Central Railway General Manager Anupam Sharma), प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक सलिल झा, मंडल रेल प्रबंधक धनबाद आशीष बंसल, महाप्रबंधक डब्ल्यूसीआर सुधीर कुमार गुप्ता, महाप्रबंधक एनसीआर प्रमोद कुमार, सीएमडी एनसीएल भोला सिंह, डायरेक्टर टेक्निकल, प्रोजेक्ट एवं प्लानिंग एसस सिन्हा आदि की मौजूदगी दो घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में तय किया गया कि गतिशक्ति पॉलिसी के तहत जयंत साइलो, दुद्धीचुआ में तीसरे साइलो और निगाही एक्सपेंशन साइलों यानी रेलवे रैक लोडिंग प्वाइंट का निर्माण किया जाएगा।

रेलवे कनेक्टिविटी कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के लिए किया जाएगा हर संभव प्रयास

इसके अलावा रेलवे आवागमन, खासकर कोयले की ढुलाई को गति देने के लिए चोपन से शक्तिनगर के बीच चल रहे विभिन्न कार्यों पर भी खासी चर्चा की गई। तय किया गया कि शक्तिनगर-दुद्धीचुआ, शक्तिनगर-जयंत साइलो, मिर्चाधुरी-करैला रोड, अनपरा-कृष्णशीला, कृष्णशीला-शक्तिनगर के दोहरीकरण कार्य, महदेइया यार्ड के रिमाडलिंग यानी नवीनतम तकनीक आधारित नवीनीकरण, निगाही साइलो की रेलवे कनेक्टिविटी कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने का हर संभव प्रयास किया जाए।

एनसीएल से रोजाना विभिन्न परियोजनाओं के लिए भेजा जा रहा 35 से 40 रैक कोयला

बताते चलें कि एनसीएल से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) की विभिन्न परियोजनाओं के साथ ही, दूसरे राज्यों की परियोजनाओं को कोयला जाता है। वहीं, पूर्वांचल की कोयले (coals of purvanchal) की सबसे बड़ी चंदासी मंडी की दो तिहाई से अधिक कोयले की जरूरत एनसीएल से ही पूरी होती है। मौजूदा समय में एनसीएल से रोजाना 35 से 40 रैक कोयला विभिन्न परियोजनाओं के लिए भेजा जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रस्तावित तथा निर्माणीधीन परियोजनाएं पूरी होने के बाद रेलवे रैकों की संख्या में अच्छा-खासा इजाफा तो देखने को मिलेगा ही, ढुलाई की गति में भी खासी तेजी देखने को मिलेगी।

Deepak Kumar

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