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Sonbhadra News: सोनभद्र में स्थापित होगा 3660 मेगावाट का पंप स्टोरेज पावर प्लांट, सोन नदी पर निर्भर होगी परियोजना
Sonbhadra News: सको लेकर शुक्रवार की शाम लखनऊ में प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान परियोजना को मिलने वाले क्यीयरेंस-एनओसी आदि के स्थिति की समीक्षा करते हुए जरूरी पहल के निर्देश दिए गए।
Sonbhadra News (Image From Social Media)
Sonbhadra News: ओबरा परिक्षेत्र में जल्द ही 3660 मेगावाट के पंप स्टोरेज पावर प्लांट की स्थापना का कार्य शुरू होता दिखाई दे सकता है। इसको लेकर शुक्रवार की शाम लखनऊ में प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान परियोजना को मिलने वाले क्यीयरेंस-एनओसी आदि के स्थिति की समीक्षा करते हुए जरूरी पहल के निर्देश दिए गए। परियोजना की प्रगति के साथ ही, इस प्रोजेक्ट के पर्यावरणीय और तकनीकी पहलुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।
बताते चलें कि इन्वेस्टर्स समिट के जरिए ओबरा परियोजना के चकाड़ी ऐशडैम से सटे गुड़ूर में 3000 मेगावाट के पंप स्टोरेज पावर प्लांट का प्रस्ताव आया था। वर्ष 2023 में इसके लिए जरूरी अनुज्ञा/औपचारिकताओं की काफी हद तक पूर्ति भी कर ली गई लेकिन अब इस परियोजना की क्षमता 3000 से बढ़ाकर 3660 मेगावाट कर दी गई। क्षमता बढ़ाने को लेकर अपनाई जाने वाली प्रक्रिया जल्द पूरी हो सके, इसके प्रयास जारी है। ग्रीनको यूपी की तरफ से स्थापित होने वाले इस प्रोजेक्ट में आ रही दिक्कतें जल्द दूर कर ली जाएं, इसके लिए शुक्रवार की शाम सूबे के प्रमुुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने वन विभाग के साथ ही, अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें अविलंब जरूरी पहल के निर्देश दिए।
- पंप स्टोरेज के लिए तीन जलाशयों का किया जाएगा निर्माण:
पंप स्टोरेज पावर प्लांट के लिए पड़ने वाली पानी की जरूरत की पूर्ति के लिए, तीन बड़े तटबंध यानी जलाशयों को उपरी-निचले जलाशय के हिसाब से निर्माण किया जाएगा। इस तटबंध के लिए पड़ने वाली पानी की जरूरत सोन नदी से पूरी की जाएगी। ऊपरी जलाशय में 258 मीटर लंबे पावर ब्लॉक के साथ आरसीसी कंक्रीट की दिवारें बनाई जाएगी। वहीं, पावर हाउस के आउटफॉल से पानी को टेल रेस पूल और टेल रेस चौनल के माध्यम से निचले जलाशय में वापस छोड़ा जाएगा। एक तरफ से हाइड्रा आधारित इस परियोजना पर 366-366 मेगावाट की 10 यूनिटें स्थापित किए जाने का प्लान है।