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Sonbhadra News: सोनभद्र में स्थापित की गई 40 टन की थाई मूर्ति, धम्म दिवस के दिन सारनाथ में की जाएगी भेंट, बौद्ध भिक्षुओं के दल ने किया भ्रमण
Sonbhadra News: यहां मौजूद लोगों से धम्म उत्सव दिवस पर 17 जनवरी को सारनाथ में होने वाले आयोजन पर चर्चा की। कहा गया कि यहां 40 टन की थाई मूर्ति स्थापित की जाएगी।इ
Sonbhadra News: बिहार से सटे सोनभद्र को भी बौद्ध विहार का बड़ा केंद्र बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर, थाईलैंड, रूस और तिब्बत से जुडे बौद्ध भिक्षुओं के एक दल ने बुधवार को जिले के बेलहत्थी स्थित बौद्ध विहार का भ्रमण किया। यहां मौजूद लोगों से धम्म उत्सव दिवस पर 17 जनवरी को सारनाथ में होने वाले आयोजन पर चर्चा की। कहा गया कि यहां 40 टन की थाई मूर्ति स्थापित की जाएगी।इसके लिए मूर्ति सारनाथ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भेंट किए जाने की जानकारी दी गई।थाई वाराणसी मॉनेस्ट्री थाईलैंड से जुड़े बौद्ध भिक्षु जित्तरपू अर्थीपण्यो ने कहा कि बेलहत्थी विहार के लिए 40 टन की थाई बुद्ध मूर्ति 17 जनवरी को सारनाथ मे धम्मदिवस के दिन भेंट की जाएगी। उन्होंने बेलहत्थी विहार के उत्थान के लिए पूर्ण सहयोग दिए जाने की भी बात कही।
तिब्बत से आए साउथ इंडिया मॉनेस्ट्री के बौद्ध भिक्षु शिवलहा रिंपोचे ने भी बुद्ध विहार के निर्माण में सहयोग का भरोसा दिया। रूस से आईं बौद्ध भिक्षुणी अनेता ऊर्ज़ाक ने बौद्ध विहार को समृद्ध और धम्म के विचारों का सशक्त केंद्र बनाने पर जोर दिया। थाईलैंड से आईं बौद्ध भिक्षुणी माताजी सरीरात ने विहार को बिपस्सना का प्रमुख केंद्र बनने की संभावना जताई। कहा कि इस केंद्र के जरिए लोगों को तथागत बुद्ध के विचारों को आत्मसात करने में सहायता मिलेगी।
टीम के साथ वाराणसी से आए बच्चूलाल मौर्य, सिद्धार्थ मौर्य आदि ने भी बेलहत्थी बौद्ध विहार से जुड़ी जानकारियां हासिल की। विकाश शाक्य एडवोकेट को बौद्ध विहार निर्माण और धम्म को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने के लिए अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान बौद्ध साधक मंगल मौर्य, राजेश कुमार, जगदीश खरवार सहित अन्य की भी मौजूदगी बनी रही। बताते चलें कि सोनभद्र में भी बौद्ध धर्म से जुड़ी धरोहरों को लेकर बड़े दावे होते रहे हैं। इसको देखते हुए बौद्ध भिक्षुओं के दल की तरफ से किए गए इस दौरे को खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।