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Sonbhadra News: रिहंद डैम पर स्थापित होगा 640 मेगावाट का पंप स्टोरेज पावर प्लांट, मुख्य सचिव ने किया दौरा, जांची स्थिति, दिए कई निर्देश
Sonbhadra News: मुख्य अभियंता की तरफ से बताया गया कि रिंहद बांध का लोकार्पण 7 जनवरी 1963 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा किया गया था।
Sonbhadra News: एशिया के विशालतम जलाशयों में एक रिहंद डैम पर जल्द ही 640 मेगावाट का पंप स्टोरेज पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इसको लेकर डीपीआर तैयार कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में, सूबे के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रिहंद जलाशय का निरीक्षण कर उसकी जल संग्रहण क्षमता और विद्धुत उत्पादन के संभावनाओं की स्थिति जांची। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस डैम के रख-रखाव सुरक्षा की स्थिति जांची और संबंधितों को जरूरी निर्देश दिए।
जिले के दौरे पर आए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रिहंद डैम का निरीक्षण करने के साथ ही, इसके जल संग्रहण, रख-रखाव, जल विद्युत उत्पादन आदि के बारे में प्रदेश के मुख्य अभियंता जल विद्युत इं. शैलेष कुमार से वार्ता कर जरूरी जानकारी हासिल की। बांध के साथ ही रिहंद जल विद्युत गृह के उत्पादन की स्थिति का जायजा लिया।मुख्य अभियंता की तरफ से बताया गया कि रिंहद बांध का लोकार्पण 7 जनवरी 1963 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा किया गया था। उस समय इस परियोजना की लागत 51.52 करोड़ थी। परियोजना पर स्थापित जल विद्युत गृह की उत्पादन क्षमता 300 मेगावॉट है। वहीं, बांध की जल संग्रग्रहण क्षमता 9220 एमसीएम निर्धारित है।
भविष्य की ऊर्जा जरूरतों का भी आधार बनेगा रिहंद डैम:
मुख्य सचिव ने रिहंद डैम के जरिए भविष्य की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति पर भी चर्चा की गई। इसी कड़ी में मुख्य अभियंता की तरफ से उन्हें अवगत कराया गया कि रिहंद बांध 640 मेगावाट क्षमता का पंप स्टोरेज पावर प्लांट स्थापना का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके लिए डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को सौंप दी गई। डीपीआर मिलते ही कार्रवाई आगे बढ़ा दी जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी बीएन सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।
जानिए कैसे काम करता पंप स्टोरेज पावर प्लांट:
बिजली की खपत कम होने के समय, पंप स्टोरेज पावर प्लांट हाइड्रोइलेक्ट्रिक ऊर्जा भंडारण का एक तरीका है। इसके जरिए बिजली को स्टोर करने और जरूरत पड़ने पर उसे छोड़ने का काम किया जाता है।