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Sonbhadra: एक ऐसा ब्लॉक मुख्यालय जहां स्वच्छता अभियान नहीं रखता मायने, गंदगी से पटे हैं शौचालय
Sonbhadra: ब्लॉक मुख्यालय पर बीडीओ दफ्तर प्रमुख दफ्तर, एनआरएलएम दफ्तर, बाल विकास परियोजना अधिकारी दफ्तर, सहायक विकास अधिकारी पंचायत का दफ्तर संचालित है जहां हर दिन सैकड़ों लोगों का आना-जाना बना रहता है।
Sonbhadra News: सोनभद्र में एक ऐसा ब्लॉक मुख्यालय है जहां के लिए स्वच्छता अभियान से जुड़ी कवायदें मायने नहीं रखती। मामला दुद्धी ब्लाक मुख्यालय से जुड़ा हुआ है। इस ब्लॉक परिसर स्थित शौचालय गंदगी से पटे हुए हैं। जिम्मेदार भी इस हालत को लेकर बेफिक्र बने हुए हैं। ब्लॉक मुखिया की जिम्मेदारी संभालने वाले खंड विकास अधिकारी से इसको लेकर एक नहीं कई बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन जहां वह उपलब्ध नहीं हुए। वहीं, इस मुद्दे पर, भेजे गए मैसेज का भी उन्होंने जवाब देने की जरूरत नहीं समझी। यह स्थिति तब है जब पिछले माह गांधी जयंती के उपलक्ष्य में स्वच्छता का विशेष अभियान चलाया गया था। वहीं, ब्लॉक मुख्यालय पर वीडियो और एडीओ पंचायत कार्यालय से कई सफाई कर्मी कर्मचारी अटैच हैं।
बताते चलें कि ब्लॉक मुख्यालय पर आने जाने वालों और ब्लॉक पर काम करने वाले कर्मियों के लिए, परिसर में दो शौचालय निर्मित कराए गए हैं। एक शौचालय गेट से प्रवेश करते ही, साइड में (प्रमुख कार्यालय के सामने) पड़ता है वहीं, दूसरा शौचालय परिसर के दूसरे हिस्से में एडीओ पंचायत कार्यालय की तरफ निर्मित है। बताते हैं कि इस शौचालय का निर्माण ब्लॉक मुख्यालय पर आने वाले लोगों और ब्लॉक परिसर में संचालित कार्यालय से जुड़े कर्मियों के लिए कराया गया था।
कुछ साल तक तो हालत ठीक-ठाक रही बाद में इन शौचालयों को उपेक्षित कर दिया गया। साफ सफाई न किए जाने से जहां गेट के पास वाला शौचालय निष्प्रयोज्य जैसी स्थिति में पहुंच गया है। वहीं, एडीओ पंचायत कार्यालय की तरफ मौजूद शौचालय की भी स्थिति बदतर बनी हुई है। गंदगी से शौचालय पटे रहने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत ब्लॉक की महिला कर्मियों एनआरएलएम से जुड़ी महिलाओं और यहां आने वाली महिलाओं को उठानी पड़ रही है।
रोजाना अधिकारियों का आना-जाना, फिर भी नहीं पड़ पा रही नजर
यह उस जगह की स्थिति है जहां रोजाना खंड विकास अधिकारी, ब्लॉक प्रमुख, एडीओ पंचायत के साथ ही यदा-कदा जिला स्तरीय अधिकारियों, बड़े जनप्रतिनिधियों का भी आना जाना होता है। वहीं लोगों की तरफ से किए जाने वाले दावे पर यकीन करें तो लगभग दर्जन पर सफाई कर्मी ब्लॉक मुख्यालय पर अटैच है। बावजूद गंदगी से भरे शौचालय पर किसी की नजर क्यों नहीं पड़ पा रही? यह एक ऐसा सवाल है जो स्वच्छता अभियान से जुड़ी कवायदों और ब्लॉक मुख्यालय के अफसर की ओर से किए जाने वाले साफ सफाई के दावों पर सवाल उठा रहा है।
हर दिन सैकड़ो लोगों का है ब्लॉक मुख्यालय पर आना-जाना
बताते चलें कि ब्लॉक मुख्यालय पर बीडीओ दफ्तर प्रमुख दफ्तर, एनआरएलएम दफ्तर, बाल विकास परियोजना अधिकारी दफ्तर, सहायक विकास अधिकारी पंचायत का दफ्तर संचालित है जहां हर दिन सैकड़ों लोगों का आना-जाना बना रहता है। वहीं यहां, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का भी अच्छी खासी संख्या में आना जाना बना रहता है। शौचालयों की खराब हालत के चलते, महिलाओं को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।