TRENDING TAGS :
पैसे वाला होता तो मुझे मिल जाता न्याय.., हादसे में इकलौते लाडले को खोने वाले पिता की CM से गुहार
Sonbhadra News: जनजातीय समाज से आने वाले पनिका बिरादरी के मनोगी निवासी मारकुंडी (धारबलि पोखरा) पोस्ट गुरमा थाना चोपन ने गत 30 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम पत्र भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी।
Sonbhadra News: अगर मैं पैसे वाला होता, साधन संपन्न होता तो मुझे भी न्याय मिल जाता..। वर्ष 2022 में सड़क हादसे में इकलौते लाडने वाले खोने वाले पिता की तरफ से सीएम से लगाई गई गुहार के बाद, घटना के दो साल बाद केस दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण चोपन थाना क्षेत्र के मारकुंडी से जुड़ा हुआ है। मामले में चोपन पुलिस ने धारा 279, 304 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन में जुटी हुई है।
पांच दिन हॉस्पिटल में रहने के बाद हुई लाडले की मौत
जनजातीय समाज से आने वाले पनिका बिरादरी के मनोगी निवासी मारकुंडी (धारबलि पोखरा) पोस्ट गुरमा थाना चोपन ने गत 30 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम पत्र भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी। कहा था कि उसके इकलौते पुत्र रमेश को 19 नवंबर 2022 को धक्का मारने के बाद चालक गाड़ी लेकर भाग गया। आरोप लगाया कि हादसा करने वाहन को पकड़ने की कोई कोशिश नहीं की गई। बेटा पांच दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा, इस दौरान कर्ज लिए गए उसके दो लाख खर्च भी हो गए लेकिन बेटे की मौत हो गई।
पैसे के अभाव में तत्काल नहीं उपलब्ध कराया जा सका समुचित उपचार
शिकायत में कहा गया है कि हादसे के बाद चौकी इंचार्ज गुरमा द्वारा रमेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार न होने पर 20 नवंबर 2022 को ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया लेंकिन पैसा न होने के कारण वह उस दिन भर्ती नहीं करा पाया। जैसे-तैसे पैसे की व्यवस्था हुई। तब जाकर सोमवार को उसे भर्ती कराया जा सका। 25 नवंबर 2022 को दोपहर बाद साढ़े तीन बजेग उसकी मौत हो गई। पीड़ित का दावा है कि उसने बेटे के इलाज के लिए दो लाख कर्ज ले रखे थे। पूरी रकम इलाज में खर्च हो गई और बेटे को बचाया भी नहीं जा सका।
ना ही दर्ज हुआ केस, न ही मिली कोई मदद
पीड़ित ने कहा है कि कर्जदाता जहां एक तरफ लगातार दिए गए रकम की मांग कर रहे हैं। वहीं, इस मामले में न तो कहीं कोई मदद नहीं मिली न ही पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई सामने आई। आरोप लगाया गया है कि हादसा करने वाले को पकड़ने की कोई कोशिश भी नहीं की गई। इस शिकायत में कहा गया है कि कई लोग ऐसे भी मिले जिन्होंने मदद का भरोसा दिलाया लेकिन यह दिलासा सिर्फ जुबानी आश्वासन तक सिमटा रहा।
सीएम राहत कोष से मदद की लगाई गई है गुहार
बुढ़़ापे का इकलौता सहारा छिनने का जिक्र करते हुए पीड़ित की तरफ से सीएम से फरियाद लगाई गई है कि मामले में कार्रवाई के साथ ही, मुख्यमंत्री राहत कोष से उसे मदद भी दिलाई जाए ताकि वह कर्ज में ली गई रकम को अदा कर पाए। उधर, चोपन पुलिस का कहना है कि शनिवार को प्रकरण में केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।