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Sonbhadra News: 12 अस्पतालों पर कार्रवाई, किसी पर सील, तो किसी को थमाई नोटिस, एक्शन की जानकारी देने में भी हीलाहवाली
Sonbhadra News: एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राबटर्सगंज उत्कर्ष द्विवेदी की अगुवाई में स्वास्थ्य महकमे की टीम की तरफ से शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर संचालित अस्पतालों/नर्सिंग होमों में चलाए गए औचक चेकिंग अभियान से अफरातफरी मची रही।
Sonbhadra News: एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राबटर्सगंज उत्कर्ष द्विवेदी (आईएएस) की अगुवाई में स्वास्थ्य महकमे की टीम की तरफ से शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर संचालित अस्पतालों/नर्सिंग होमों में चलाए गए औचक चेकिंग अभियान से अफरातफरी मची रही। बताया जा रहा है कि इस दौरान मिली खामियों को दृष्टिगत रखते हुए पांच अस्पतालों को सील कर दिया गया है। वहीं, सात को खामियों के बाबत नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। कौन से अस्पताल सील किए गए, किसको नोटिस जारी हुई, इसकी जानकारी के लिए, प्राइवेट चिकित्सालयों के नोडल एवं अन्य से कई बार संपर्क साधा गया लेकिन हर बार जानकारी देने में हीलाहवाली की स्थिति बनी रही।
इन-इन अस्पतालों का किया गया निरीक्षण
बताया जा रहा है कि श्याम हॉस्पिटल, संकेत हॉस्पिटल, परमहंस हॉस्पिटल, सद्गुरु हॉस्पिटल, सोनगंगा हॉस्पिटल, जनता हॉस्पिटल, कृषा हॉस्पिटल, गुड हेल्थ अस्पताल, आकृति हॉस्पिटल, दुर्गा हॉस्पिटल, पब्लिक पैथालॉजी, संजीवनी पैथालॉजी का निरीक्षण किया गया। सूत्रों पर भरोसा करें तो इनमें से पांच अस्पताल या फिर उनकी ओटी सील की गई। वहीं, सात को नोटिस थमाई गई है। हालांकि कार्रवाई के बारे में टीम में शामिल अपर सीएमओ डा. जीएस यादव और डा. कीर्ति आजाद से कई बार संपर्क साधा गया। निरीक्षण-कार्रवाई की बात भी स्वीकारी गई लेकिन क्या कार्रवाई हुई, इसके बारे में जानकारी देने कन्नी काट ली गई।
किसी ने कहा बाहर हैं तो किसी ने साध ली चुप्पी
डॉ. कीर्ति आजाद का फोन का कहना था कि रिपोर्ट तैयार हो रही है। कितने अस्पतालों के खिलाफ सील और कितने को नोटिस दी गई है, इसके बारे में जानकारी चाहने पर कहा गया कि वह किसी काम से बाहर हैं। वहीं, जीएस यादव ने मामले पर पूरी तरह चुप्पी साध ली। सीएमओ डा. अश्वनी कुमार से संपर्क साधा गया तो उनका कहना था कि निरीक्षण रिपोर्ट उनके पास भी नहीं आई है। वह संबंधितों से तत्काल संपर्क साध रहे हैं।
हीलाहवाली पर होती रही तरह-तरह की चर्चाएं
बताते चलें कि निरीक्षण के वक्त ही, सीलिंग और नोटिस की कार्रवाई होती है। बावजूट टीम में शामिल एसीएमओ-नोडल द्वारा रात आठ बजे तक सीएमओ को रिपोर्ट न सौंपना, रिपोर्ट तैयार हो रही है, जानकारी शनिवार को मिल पाएगी, चुप्पी साध लेना.. जैसी स्थिति, कहीं दिखावे के लिए कार्रवाई, बाद में चुपके से सब कुछ ओके दर्शाने का माजरा तो नहीं.. इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।