Sonbhadra News: अनपरा नगर पंचायत पर 'बाबू' राज, लाखों के गोलमाल-निरस्त कार्यों की स्वीकृति का आरोप

Sonbhadra News Today: धवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे कई लोगों ने लाखों के घपलेबाजी की शिकायत डीएम से की और अनपरा नगर पंचायत पर 'बाबू' राज का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 18 Sep 2024 1:58 PM GMT (Updated on: 18 Sep 2024 4:12 PM GMT)
Sonbhadra Anpara Nagar Panchayat Embezzlement
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Sonbhadra Anpara Nagar Panchayat Embezzlement

Sonbhadra News Today: जिले की सबसे बड़ी अनपरा नगर पंचायत में कार्यों को लेकर गड़बड़ी और कथित घपलेबाजी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे कई लोगों ने लाखों के घपलेबाजी की शिकायत डीएम से की और अनपरा नगर पंचायत पर 'बाबू' राज का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।

इन इन कार्यों को लेकर लगाए गए गंभीर आरोप

डीएम को सौंपी गई शिकायत में कहा गया है कि नगर पंचायत के प्रशासकीय संचालन के दौर में किन कार्यों को अधूरा पाते हुए भुगतान पर रोक लगाई गई थी। नए बोर्ड के गठन के बाद तथ्यों में हेराफेरी कर, अधूरे कार्यों का पूरा भुगतान करा लिया गया। जीआईएस सर्वें मैं बगैर कोई सर्वे और बगैर किसी को ऑनलाइन सेवा की सुविधा दिए 70 लाख के भुगतान का भी बड़ा आरोप लगाया गया है।

इसी तरह जिस फर्म को डिस्क्वालिफाई किया गया, उसी से साथ सांठ-गांठ कर, बगैर जेम निविदा शर्तों का पालन किए, दूसरी बार आपूर्ति का ठेका दे दिया गया। साफ-सफाई के लिए 325 कर्मचारियों की नियुक्ति कर, सफाई के नाम पर नगर पंचायत पर आने वाले लगभग 16 लाख व्यय भार को 40 लाख कर दिया गया लेकिन हालात जस का तस बने हुए हैं।

प्रशासकीय काल में हैंडपंप मद में जहां महज सवा लाख खर्च हुए थे। वहां, नई कार्यकारिणी गठन के बाद उसी मद में लगभग 20 लाख का खर्च दिखाते हुए भुगतान प्राप्त कर लिया गया। इसी तरह प्रशासकीय काल में जिन जिन फर्म का भुगतान रोका गया था, बोर्ड गठन के बाद सभी का भुगतान कर दिया गया।

बगैर अधिशासी अधिकारी और अध्यक्ष के हस्ताक्षर के ही लगभग 80 लाख का सामान डायरेक्ट खरीद लिया गया जिसे जिसे निविदा के माध्यम से लिया जाना था। इसी तरह 15 करोड़ की लाईट की आपूर्ति, पंद्रहवें वित्त से टुकड़े-टुकड़े करके ली गई। लाईट कहां लगेगी, कहीं भी जिक्र नहीं किया गया। आप है कि 15 हजार डस्टबीन की खरीददारी, बड़े कंटेनर डस्टबीन की खरीदारी सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गई।

विकास कार्यों के निकले वाले निविदा को बंद कमरे में बैठकर मनचाहे ठेकेदारों को आवंटित करने, कोटेशन के आधार पर एक लाख से कम के कार्यों को बगैर काम कराए, चहेते संविदाकारों के माध्यम से बंदरबाट करने का भी आरोप लगाया गया है।

इन मसलों पर भी उठाई गई आवाज

डीएम को सौंप गए पत्रक में अनपरा नगर पंचायत के गड़बड़ियों के अलावा करोड़ों की लागत से बने- औडी-शक्तिनगर फोरलेन मैं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया । अवगत कराया गया कि संबंधित अधिकारियों की उदासीनता और भ्रष्टाचार की वजह से संपूर्ण मार्ग बड़े बड़े गड्‌ढे में तब्दील हो गया है। इन गड्ढों के चलते कई लोगों की जान सड़क दुघर्टना में जा चुकी है। संयुक्त चिकित्सालय डिबुलगंज (अनपरा) की बीमारू हालात पर भी हस्तक्षेप की मांग की गई। डीएम ने की गई शिकायतों की जांच करते हुए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिया। गोपाल गुप्ता, दीपक सिंह, बाल गोपाल चौरसिया, ओमप्रकाश केशरी, अशोक केशरी, संदीप यादव, मुकेश केशरी आदि ने आरोपी लिपिक को अनपरा से हटाने और गड़बड़ियों की जांच कर कार्रवाई की मांग की।

Admin 2

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