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Sonbhadra News: समाज कल्याण मंत्री के जिले में घंटों हंगामा, आश्रम पद्धति के बच्चों ने निकाला जुलूस, प्रदर्शन कर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

Sonbhadra News: यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के निवाले, उनको मिलने वाली सुविधाओं में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर सोमवार को बच्चों ने जमकर हंगामा किया। तहसील मुख्यालय पर जहां जुलूस के जरिए आवाज उठाई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 9 Dec 2024 6:02 PM IST
Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)
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Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)

Sonbhadra News: समाज कल्याण राज्य मंत्री के गृह जनपद में संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय में गड़बड़ी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। महज सप्ताह पूर्व अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार के निरीक्षण के दौरान सामने आई खामियों से चर्चित हुआ दुद्धी तहसील मुख्यालय स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय एक बार फिर से सुर्खियों में छा गया है।

गड़बड़ियों को लेकर छात्र -छात्राओं ने किया जमकर हंगामा

यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के निवाले, उनको मिलने वाली सुविधाओं में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर सोमवार को बच्चों ने जमकर हंगामा किया।वहीं, तहसील परिसर पहुंचकर एसडीएम दुद्धी निखिल यादव ने विद्यालय की स्थिति बयां की। दो घंटे से अधिक समय तक जहां हंगामे की स्थिति बनी रही।

एसडीएम और सीओ प्रदीप सिंह चंदेल की तरफ से विद्यालय की प्राथमिक जांच में भी कई खामियां मिली। संबंधितों को जहां बच्चों को अविलंब जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने, व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, बरती जा रही गड़बड़ियों के विस्तृत जांच के लिए कमेटी गठन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतरे बच्चे तो बन गई हड़कंप की स्थिति

सोमवार की अपरान्ह साढ़े 11 बजे के करीब अचानक से बच्चे नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतरे तो हंगामा मच गया। लगभग साढ़े तीन सौ बच्चों का हुजूम जुलूस की शक्ल में तहसील परिसर पहुंचा। पसिर स्थित स्थित रामलीला मंच पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। तहसील के लोग शांत कराने पहुंचे तो बच्चों ने जिलाधिकारी और एसडीएम से मिलने की इच्छा जताई। जैसे ही इस बात की जानकारी एसडीएम निखिल यादव को मिली, वह मौके पर पहुंच गए। बच्चों से आ रही दिक्कतों और बढ़ती जारी गड़बड़ी के बारे में जानकारी लेने के बाद जहां एसडीएम ने शिक्षकों और संबंधितों को जमकर फटकार लगाई। वहीं संबंधित अधिकारी ठेकेदार, शिक्षक, अधीक्षक के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया तब जाकर नाराजगी जता रहे छात्र-छात्राएं शांत हुए।

इन मसलों को लेकर थी विद्यार्थियों में खासी नाराजगी

नाराजगी जता रहे विद्यार्थियों का कहना था कि ठंडक का सीजन शुरू होने के बावजूद अभी तक उन्हें जूता, मोजा, चादर, कम्बल सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। भोजन के नाम पर खराब क्वालिटी का चावल और पतली दाल, सब्जी में सब्जी कम पानी ज्यादा उपलब्ध कराया जा रहा है। बाउंड्री वॉल टूटी है। परिसर में झाड़झंखाड का साम्राज्य है। हैंडपंप खराब पड़ा है। पानी टंकी में गंदगी भरी पड़ी है। ठंडक के मौसम में खिड़की की कांच टूटी होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । सोलर पैनल की व्यवस्था खराब पड़े होने के कारण बिजली गुल होने पर अंधेरे में रहना पड़ रहा है। आलमारी, स्टेशनरी, खेल का सामान नदारद है। सामग्री आपूर्ति और व्यवस्था में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बच्चों ने कहा कि कल 34 सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए लेकिन नौ सुविधाएं ही उपलब्ध हो पा रही हैं।

शिकायत का नहीं लिया गया संज्ञान तो बच्चों ने अपनाया प्रदर्शन का रास्ता:

प्रदर्शन करने रहे बच्चों का कहना था कि उन लोगों ने विद्यालय और छात्रावास में व्याप्त खामियों को लेकर जिला समाज कल्याण अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, अनुसूचित जनजाति आयोग उपाध्यक्ष से शिकायत दर्ज कराई थी। आवश्यक पहल का भरोसा भी दिया गया था बावजूद कोई सुधार न होने पर उन्हें प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। हालांकि कुछ लोग प्रदर्शन के पीछे अधीक्षक के खिलाफ कुछ शिक्षकों की कथित गोलबंदी को भी जिम्मेदार ठहराते रहे। सच क्या है यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा लेकिन जिस तरह से नौनिहालों ने आरोप लगाए हैं उसको देखते हुए जिले के सभी सर्वोदय विद्यालयों में की जाने वाली सामग्री आपूर्ति और बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के गहन जांच की मांग उठने लगी है।

एसडीएम-सीओ निरीक्षण में मिली कई खामियां, विस्तृत जांच के लिए टीम गठित

एसडीएम निखिल यादव ने बताया कि उन्हें इस बात की सूचना मिली कि आश्रम पद्धति विद्यालय के कुछ बच्चे विरोध प्रदर्शन करना चाह रहे हैं। उनका आरोप था कि उन्हें समुचित सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। बच्चों ने आकर उनसे मुलाकात की। साथ ले जाकर विद्यालय की स्थिति भी दिखाई। प्रशासन और पुलिस की टीम ने प्राथमिक तौर पर शिकायतों की जांच की। जो कमियां पाई गईं, उसे नोट कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। ठंडक को देखते हुए बच्चों को तत्काल गर्म कपड़े उपलब्ध कराने और बच्चों से जुड़ी सुविधाओं में तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। किस तरह की और किस स्तर से खामियां बरती जा रही हैं। इस पर कहा कि प्रकरण की विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कोई टिप्पणी करना सही होगा।

महिला कांग्रेस ने मंत्री और अधिकारियों की चुप्पी पर उठाए सवाल

महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष ऊषा चौबे ने बच्चों की तरफ से लगाए गए आरोप और उनका प्रदर्शन के लिए बात होने की स्थिति को लेकर कई सवाल उठाए हैं। कहां की पिछले दिनों अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष के निरीक्षण में बच्चों ने खुलकर गड़बड़ियां बयां की थी। जल्द स्थिति में सुधार का दावा भी किया गया था। बावजूद स्थिति में कोई सुधार न आना यह दर्शाता है कि सिर्फ दुद्धी में ही नहीं पूरे जिले में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां बरती जा रही हैं। लगातार भ्रष्टाचार के लगाए जाते आरोप और सामने आ रही गड़बड़ियों के बावजूद विभाग के मंत्री और अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बच्चों को अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ा इससे बड़ी दुखद स्थिति और क्या हो सकती है? कहा कि महिला कांग्रेस की तरफ से भी बरती जा रही गड़बड़ियों के जांच की मांग की गई थी इसको लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया था । बावजूद जांच दूर व्यवस्थाओं में सुधार की जरूरत तक नहीं समझी गई। भ्रष्टाचार को लेकर जांच और दोषियों पर कार्रवाई न किए जाने को लेकर महिला कांग्रेस की तरफ से बड़े आंदोलन का अल्टीमेटम दिया गया है।



Shalini Rai

Shalini Rai

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