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Sonbhadra News : पुरानी पेंशन के लिए अटेवा ने निकाला आक्रोश मार्च, विभिन्न संगठनों ने की भागीदारी

Sonbhadra News: पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाते हुए, मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाए गए। कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 26 Sep 2024 2:31 PM GMT
Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)
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Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)

Sonbhadra News: अटेवा पेंशन बचाओ मंच की तरफ से बृहस्पतिवार की दोपहर बाद जिला मुख्यालय पर आक्रोश मार्च निकाला गया। इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाते हुए, मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाए गए। कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। पंेशन बहाली के बहाली को वर्ष 2027 के विस चुनाव का प्रमुख मुद्दा बनाने की हुंकार भी भरी गई। आक्रोश मार्च में जहां विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने सहभागिता दर्ज कराई। वहीं, सपा की तरफ से भी, आक्रोश मार्च को समर्थन देते हुए पुराने पेंशन बहाली की आवाज बुलंद की गई।


जिला मुख्यालय स्थित राबटर्सगंज शहर के हाईडिल मैदान से निकला मार्च महिला थाना मोड, सिनेमा मार्केट, मेन चौक से होते हुए स्वर्णजयंती चौक पहुंचा। यहां से कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। मार्च की अगुवाई अटेवा के जिलाध्यक्ष राज मौर्या ने की। अटेवा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रभारी रंजना सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष संतोष कुमारी, रवि भूषण सिंह, यूटा जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल, जिलाध्यक्ष योगेश पाण्डेय, सूर्य प्रकाश सिंह, इंदु सिंह, बबिता सिंह, अखिलेश सिंह, बीएन सिंह, अभिषेक मिश्रा, अजय कुशवाहा, रवि प्रकाश सिंह, राम गोपाल यादव, कुंजलता त्रिपाठी, रंजना पाण्डेय, दिव्या राय, प्रतीक्षा सिंह, जागृति गुप्ता, संघमित्रा राय आदि ने कहा कि पेंशन बुढ़ापे की लाठी है। लंबी सेवा के बाद, कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की सुविधा उपलब्ध होती है लेकिन प्रदेश सरकार की जिद के चलते लाखों कर्मचारी इस सुविधा से वंचित हो गए हैं।


पुरानी पेंशन का कोई भी दूसरा विकल्प मंजूर नहीं:

आक्रोश मार्च में प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक संघ, यूटा संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, महिला शिक्षक संघ, पंचायती राज ग्रामीण सफाई संघ, लेखपाल संघ, नर्सेज संघ, लैब टेक्नीशियन संघ, एनम संघ, उप्र कर्मचारी महासभा, लोक निर्माण विभाग, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ आदि संगठनों के लोगों ने जहां मजबूती से सहभागिता दर्ज कराई। वहीं, लेखपाल संघ के अध्यक्ष सुबोध सिंह और राजेश कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का कोई भी दूसरा विकल्प मंजूर नहीं है।


- कर्मचारियों की मांग जायज, सरकार दे ध्यान:

सपा के राष्ट्रीय सचिव अविनाश कुशवाहा सहित सपा के कई लोग जहां पैदल मार्च में भी साथ बने रहे। वहीं, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि, कर्मी जायज मांगों को लेकर लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं। उनमें इसको लेकर आक्रोश भी पनप रहा है। अगर प्रदेश सरकार इसको लेकर जल्द कोई निर्णय नहीं लेती तो 2027 के चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।

Shalini Rai

Shalini Rai

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