TRENDING TAGS :
Sonbhadra: दलित उत्पीड़न और धोखाधड़ी के मामले में फंसी भोजपुरी आर्टिस्ट ’अंतरा सिंह प्रियंका’, दो पर केस दर्ज
Sonbhadra: अंतरा और उनके कार्यक्रम से जुड़े कथित संयोजक के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस धोखाधड़ी और दलित उत्पीड़न की धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
Sonbhadra News: सोनभद्र आकर बगैर कार्यक्रम दिए वापस लौटना भोजपुरी आर्टिस्ट ’अंतरा सिंह प्रियंका’, को महंगा पड़ा है। अंतरा और उनके कार्यक्रम से जुड़े कथित संयोजक के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस धोखाधड़ी और दलित उत्पीड़न की धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने यह कार्रवाई कोर्ट की तरफ से दिए गए आदेश पर की है। राजेंद्र पुत्र रामनरेश निवासी बहुअरा बंगला, थाना राबर्ट्सगंज ने प्रार्थना पत्र में कहा है कि नवरात्री देवी जागरण कार्यक्रम के लिए उसने भोजपुरी आर्टिस्ट अंतरा सिंह प्रियंका के कार्यक्रम संयोजक विकास कुमार से 2,00,000 रुपये में बातचीत की थी। इसमें से बतौर एडवांस 1,70,000 भतीजे रवी कुमार के खाता से ट्रांसफर किया। शेष नगद भुगतान कार्यक्रम संपन्न होने के बाद देने की बात तय हुई। कार्यक्रम के संयोजक विकास कुमार ने इस बात की जिम्मेदारी ली कि वह आर्टिस्ट अतंरा सिंह प्रियंका को कार्यक्रम में लाएंगे।
दावा : उमड़ी थी भारी भीड़, नहीं पहुंची अंतरा :
दावा किया गया है कि अंतरा सिंह प्रियंका के कार्यक्रम को देखने के लिये भारी भीड़ बहुअरा बंगला पर एकत्रित हुई थी। आर्टिस्ट अतंरा सिंह प्रियंका के लिए होटल यूडी, लोढी में 4 कमरे ( 209, 210, 211, 212) बुक किए गए थे। प्रियंका कमरा नंबर 212 में रूकी और बिना कार्यक्रम किए ही देर रात वापस चली गईं। इससे कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सका। शिकायत कर्ता का दावा है कि इससे उसे 5,00,000 की आर्थिक नुकसानी हुई। सामाजिक क्षति हुई सो अलग। आरोप है कि इस बाबत पूछे जाने पर विकास कुमार द्वारा ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी दी।
इन-इन धाराओं के तहत दर्ज किया गया केस
प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय के मुताबिक प्रकरण में लगाए गए आरोपों के आधार पर अंतरा सिंह प्रियंका निवासी पटना कोर्कटेक लाज विल घाटसालो, आरटीओ घाटसालो, इस्ट सिंघोनम सिमडेगा, झारखंड और विकास कुमार निवासी गनेश पोद्दास पटना कोर्कटेक लाज, विल घाटसालो एआरटीओ, घाटसालो इस्ट सिंघोनम सिमडेगा, झारखंड के खिलाफ धारा 504, 506, 420 आईपीसी और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। छानबीन कराई जा रही है।