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Sonbhadra News : श्मशान घाट पहुचे रेलवे के गाटर को लेकर बड़ा एक्शन, ईसीआर मुख्यालय से बैठाई गई जांच
Sonbhadra News: वहीं, प्रकरण को लेकर जहां आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर पर गाज गिरने की चर्चा है। वहीं, रेलवे के एक वरीय अभियंता पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है
Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे के रेणुकूट सेक्शन एरिया से रेलवे का गाटर (ट्राइबर राड) एवं अन्य लोहे के सामान को कथित चोरी-छिपे पिपरी क्षेत्र स्थित श्मशान घाट पहुंचने के मामले में रेलवे की तरफ से बड़ा एक्शन सामने आया है। माल बरामदगी के बावजूद, इस मामले में कथित तौर पर कोई कार्रवाई न होने को लेकर, पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन की तरफ से उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, प्रकरण को लेकर जहां आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर पर गाज गिरने की चर्चा है। वहीं, रेलवे के एक वरीय अभियंता पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे पहुंची ईसीआर मुख्यालय तक शिकायत
बताते चलें कि पिपरी नगर पंचायत के सभासद अजीत कुमार गुप्ता की ओर से गत मई माह को ट्वीटर के जरिए रेलवे को भेजी गई शिकायत में रेलवे के अधिकारियों की मिलीभगत से (ट्राइबर राड) एवं अन्य लोहे के सामान अनधिकृत तरीके से पिपरी क्षेत्र के श्मशान घाट में प्रयोग के लिए पहुंचाए जाने की शिकायत की गई थी। इस काम में पिपरी नगर पंचायत के ट्रैक्टर का उपयोग किए जाने के भी आरोप लगाए गए थे। इसको लेकर तस्वीरें भी ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई गई थी। वहीं पत्र के जरिए भी ईसीआर के हाजीपुर मुख्यालय से कार्रवाई का अनुरोध किया गया था।
10 जून को माल बरामदगी के बाद कार्रवाई न किए जाने का आरोप
प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में आया तो गत 10 जून को सुरक्षा नियंत्रण कक्ष रेलवे सुरक्षा बल धनबाद से आरपीएफ की चोपन पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर अखिलेश सिंह को मामले की जांच का निर्देश दिया गया। इस पर इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता को पत्र जारी कर जांच के वक्त मौके पर मौजूद रहने के लिए कहा गया। सभासद अजीत का आरोप है कि प्रकरण उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद दिए गए निर्देेश पर इंस्पेक्टर अखिलेश सिंह की अगुवाई वाली टीम ने 10 जून की शाम (ट्राइबर राड) एवं अन्य लोहे के सामान बरामद कर सह भंडार वरीय अनुभाग अभियंता (कार्य) पूर्व मध्य रेलवे, रेणुकूट के कार्यालय में रखवा दिया गया लेकिन इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।
इनकी-इनकी भूमिका पर उठाए जा रहे सवाल
गत 21 जून को सभासद की ओर से रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक हाजीपुर और पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि प्रकरण में एसएन यादव (वरीय अनुभाग अभियंता (कार्य) रेणुकूट) की भूमिका संदिग्ध होने के बावजूद उन पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। यह भी आरोप लगाया गया कि आरपीएफ पोस्ट चोपन के प्रभारी इंस्पेक्टर अखिलेश सिंह की तरफ से शिकायतकर्ता पर मामले को मैनेजर करने, आगे इसे तूल न देने का दबाव बनाया गया।
अब उच्चस्तरीय टीम ने शुरू की जांच, हड़कंप
बताते हैं कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अब ईसीआर मुख्यालय से मामले की जांच एएससी बरकाकाना मनोज कुमार श्रीवास्तव को सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि गत पांच जुलाई को उन्होंने रेणुकूट पहुंचकर जांच भी की। चर्चा है कि जांच में सामने आई परिस्थितियों को देखते हुए, जहां आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं, रेलवे के एक अभियंता के खिलाफ भी जल्द बड़े एक्शन की संभावना जताई जाने लगी है।
की जा रही मामले की जांच: श्रीवास्तव
मामले की जांच कर रहे मनोज कुमार श्रीवास्तव ने फोन पर बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को सौंप दी जाएगी। वहीं, नगर पंचायत पिपरी के अधिशासी अधिकारी अंशुमान सिंह ने कहा कि इस मामले की न तो उन्हें कोई जानकारी है, न ही उनका या नगर पंचायत का इससे कोई लेना-देना है। प्रकरण रेलवे से जुड़ा है, इसलिए रेलवे के लोग ही इस बारे में जानकारी दे सकते हैं।