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Sonbhadra Update: दंपती की हत्या, बिल्डिंग मैटेरियल व्यवसायी के घर में घुसकर वारदात, रक्तरंजित मिला शव
Sonbhadra Update: एसपी ने बताया कि परिवार वालों से बातचीत में पुराने विवाद के बारे में जानकारी हुई है। कुछ संदिग्धों के बारे में पता चला कि जिससे उनका विवाद था, इसको लेकर छानबीन कराई जा रही है।
Sonbhadra Murder Update: रार्बट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के प्राइवेट बस स्टैंड के पास, शनिवार की भोर में बिल्डिंग मैटेरियल व्यवसायी के मकान में घुसकर, बदमाशों ने व्यवसायी और उसकी पत्नी की हत्या कर दी। पति का शव बेड पर, पत्नी का शव फर्श पर रक्तरंजित हाल में पड़ा मिला। पत्नी की हत्या जहां गोली मारकर किए जाने की बात कही जा रही है। वहीं, पति के गले, चेहरे और हाथ पर धारदार हथियार के निशान को देखते हुए, चाकू जैसे धारदार हथियार से गला रेतने की आशंका जताई जा रही है। वारदात के बाद बदमाश दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगाने के साथ ही, सीसीटीवी से जुड़े उपकरण (डीवीआर) उठाकर उठा ले गए। काफी देर बाद घटना की जानकारी हुई। एसपी डा. यशवीर सिंह, एएसपी मुख्यालय कालू सिंह, क्षेत्राधिकारी डा. चारू द्विवेदी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और राबर्टगंज पुलिस को जरूरी निर्देश दिए।
मूलतः चुनार क्षेत्र के सहजपुरा के रहने वाले शिक्षक ईश्वरी पटेल वर्ष 1980 में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज में शिफ्ट हो गए थे। ईश्वर पटेल और उनकी पत्नी ब्रह्मनगर स्थित मकान में रह रहे थे। वहीं उनका इकलौता बेटा धर्मेंद्र सिंह गुड्डू 48 वर्ष पत्नी मंजू देवी 45 वर्ष के साथ पिछले कुछ वर्षों से रार्बट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के प्राइवेट बस स्टैंड के पास वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के किनारे मकान बनाकर रह रहा था। निचले हिस्से में बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान थी। ऊपरी हिस्से में उनके निवास बना हुआ था। बेटा प्रियांशु और बेटी पढ़ाई के सिलसिले में वाराणसी रह रहे थे। बताया जा रहा है कि शनिवार की भोर में किसी वक्त मकान के ऊपरी हिस्से में घुसे बदमाशों ने, दोनों की हत्या कर दी।
वारदात के पास बदमाश सीसीटीवी से जुड़े उपकरण उठाकर साथ लेते गए। किसी को आसानी से वारदात की जानकारी ना मिल पाए इसके लिए बाहर से कुंडी लगा दी। सुबह 8 बजे प्राइवेट बस स्टैंड के पास वाले स्थित मकान पर पहुंचे ईश्वरी प्रसाद ने दुकान का शटर उठा दिया, लेकिन अंदर लगा शीशे का दरवाजा बंद था। उन्होंने समझा कि ऊपर उनका बेटा सीसीटीवी कैमरे में देख रहा होगा। बाद में आकर दुकान खोल लेगा। यह सोचते हुए वह वापस चले गए। सुबह 11 बजे तक फोन नहीं उठा तो रार्बट्सगंज में ही रह रहे साले सुनील कुमार सिंह, पिता ईश्वरी प्रसाद आदि ने आकर दरवाजे की कुंडी खोली तो अंदर का नजारा देख दंग रह गए। तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। जानकारी पाकर इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार राय सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। एसपी, एससपी, क्षेत्राधिकारी ने भी मौके पर पहुंचकर मामले के बारे में जानकारी जुटाई और जल्द खुलासे के निर्देेश दिए।
देर तक फोन न उठने पर अनहोनी का हुआ शक
पिता ईश्वरी पटेल ने बताया कि दुकान का शटर खोलकर वह चले गए। उसके बाद एक ग्राहक आया। उसका भी फोन न उठने पर उसने, धर्मेंद्र के साले सुनील सिंह को फोन किया। सुनील पहुंचे तो देखा कि मकान के उपर वाले हिस्से में बाहर से कुंडी लगी हुई थी। उन्होंने सोचा कि आस-पास कहीं गए होंगे। दोबारा, बेटे प्रियांशु और बेटी ने मामा सुनील को फोन किया। तब सुनील ने ईश्वरी को फोन किया। दोनों लोग दोबारा प्राइवेट बस स्टैंड वाले मकान पर पहुंचे। जैसे ही कुंडी खोली तो देखा कि सामने ही जहां मंजू का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था। वहीं, धर्मेंद्र भी मृत हाल पर बेड पर पड़ा हुआ था।
गोली मारी या धारदार हथियार से कत्ल, सस्पेंश कायम?
हत्या गोली मारकर की गई या फिर धारदार हथियार से, इसको लेकर सस्पेंस कायम है। पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने बताया कि राबर्टसगंज पुलिस को सुबह 10 से 11 बजे के बीच सूचना मिली कि दंपती का शव खून से लथपथ हाल में पड़ा हुआ है। पुलिस पहुंची तो धर्मेंद्र पटेल और उनकी पत्नी दोनों कमरे में मृत अवस्था में पाए गए। प्रथमदृष्ट्या मर्डर का मामला सामने आया है। धारदार हथियार से हत्या हुई या गोली मारी गई, यह स्पष्ट रूप से पीएम रिपोर्ट के बाद ही पता चला पाएगा। हालांकि शरीर पर धारदार हथियार के निशान पाए गए हैं।
पुराने विवाद से जुड़े मिले तार
एसपी ने बताया कि परिवार वालों से बातचीत में पुराने विवाद के बारे में जानकारी हुई है। कुछ संदिग्धों के बारे में पता चला कि जिससे उनका विवाद था, इसको लेकर छानबीन कराई जा रही है। किस तरह का विवाद था, यह पता नहीं चल पाया है। आस-पास के सीसीटीवी कैमरों के जरिए हत्यारों के पहचान की कोशिश की जा रही है। मौके की जो स्थितियां दिखी हैं, उसके मुताबिक वारदात, शुक्रवार की देर रात या शनिवार के तड़के की हो सकती है।