Sonbhadra News जिंदगी बचाने की मुहिम: विकलांगता बांट रहे फ्लोरोसिस से बचाव का दिया गया प्रशिक्षण

Sonbhadra News: कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहीं 37 ग्राम पंचायत की समूह सखियों को पानी जांच और बचाव का प्रशिक्षण दिया गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 29 July 2024 2:49 PM GMT
Sonbhadra News- Photo- Newstrack
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Sonbhadra News: फ्लोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से जिंदगी को बचाने के लिए विभिन्न माध्यमों से मुहिम जारी है। म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के विचित्र महाकक्ष में सोमवार को इसको लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहीं 37 ग्राम पंचायत की समूह सखियों को पानी जांच और बचाव का प्रशिक्षण दिया गया।


पानी में घुलने वाला जहर जीवन में घोल देता है जहर : शुभा प्रेम

आश्रम की मुखिया शुभा प्रेम ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । कहा कि जीवन पानी पर आधारित है। यह बात पूरी तरह स्पष्ट है कि पानी है तो जीवन है। वहीं पानी जो जीवन देता है, जब उसमें जहर घुलता है तो वह जीवन में भी जहर घोल देता है। पानी में फ्लोराइड की अधिकता के चलते सोनभद्र के लिए अभिशाप बनीफ्लोरोसिस नामक बीमारी के नियंत्रण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि महिलाएं अगर इसको लेकर जागरूकता का परिचय दें तो दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से न केवल बचाव होगा बल्कि यह आने वाले समय में एक बड़ा मुद्दा भी बना नजर आएगा।


फ्लोरोसिस खत्म कर देता है हड्डियों का कैल्शियम : प्रेम नारायण

लोक विज्ञान संस्थान देहरादून से आए विशेषज्ञ/ प्रशिक्षक और वैज्ञानिक प्रेम नारायण ने क्षेत्र में पेय जल की अशुद्धियों की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि पानी में फ्लोराइड की अधिकता से से फ्लोरासिस नामक बीमारी होती है जो हड्डियों के अंदर के कैल्सियम को नष्ट कर दिव्यांग बना देता है । साथ ही पाचन तंत्र प्रभावित करता है। बताया की एक लीटर पानी में एक से डेढ़ मिलीग्राम फ्लोराइड से नुकसान नहीं होता लेकिन इससे ज्यादा मात्रा होने पर वह पीने योग्य नहीं रह जाता।


महिलाओं को बताए गए पानी में फ्लोराइड की जांच के तरीके :

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और समूह सखियों को पानी में फ्लोराइड की मौजूदगी की मात्रा किस तरह से जांची जा सकती हैं इसके बारे में जानकारियां दी गईं। फ्लोराइड के अलावा मरकरी, आयरन, आर्सेनिक, सीसा जैसे भारी धातुओं की मौजूदगी जांचने का तरीका बताया गया। जांच किस तरह से करनी है इसके बारे में जानकारी देने के साथ ही महिलाओं को इसका अभ्यास भी कराया गया। इस दौरान देवनाथ सिंह, सुरेश, अमरजीत वर्मा, यशस्वी पांडेय, कृष्णा, अनीता, हीरामती सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।

Shalini Rai

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