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Sonbhadra: बाल विवाह रोकने की बनाई गई रणनीति, गठित की गई टीमें

Sonbhadra: बाल संरक्षण विभाग और मानव तस्कर रोधी इकाई ने बाल विवाह रोकने के लिए कार्य शुरु किया गया। आने वाले शादी का मुहुर्त और अक्षय तृतीया में बाल विवाह रोकने का लक्ष्य है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 4 April 2024 3:14 PM GMT
बाल विवाह रोकने के लिए हुई बैठक।
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बाल विवाह रोकने के लिए हुई बैठक। (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: अप्रैल माह में पड़ने वाली शादी का मुहुर्त और आने वाली अक्षय तृतीया पर बाल विवाह की संभावना को देखते हुए, बाल संरक्षण विभाग और मानव तस्कर रोधी इकाई की तरफ से पहल शुरू कर दी गई है। पिछले वित्तीय वर्ष में दिखाई गई सक्रियता के चलते कुल 38 बाल विवाह के मामले सामने आए थे। इसको देखते हुए जहां इस बार विशेष तैयारियों की गई हैं। वहीं, बाल विवाह रोकने की बनाई गई योजना पूरी तरह सफल हो, इसके लिए पुलिस लाइन चुर्क सभागार में बृहस्पतिवार को अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी की अध्यक्षता मे बैठक कर रणनीति बनाई गई। इस दौरान बच्चों के सुरक्षा और संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाए जाने की हिदायत देते हुए, बाल विवाह रोकने के प्लान को मूर्तरूप देने की पूरी योजना बनाई गई।


बाल विवाह रोकने के लिए रहेगी सक्रियता

किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य राष्ट्रपति पुरस्कृत ओमप्रकाश त्रिपाठी ने बालकों के विरुद्ध अपराध और उनके देखरेख एवं संरक्षण के संबंध में की जाने वाली कार्रवाई और इसको प्रभावी बनाने के लिए किस तरह के प्रयास किए जाने चाहिए, इसकी जानकारी दी। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिल नारायण देव पांडेय और सदस्य अमित सिंह चंदेल ने बताया कि लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज अभियोगों की सूचना 24 घंटे के भीतर सीडब्ल्यूसी को उपलब्ध कराई जानी चाहिए। कहा कि इससे जुड़ी नियमावली 2020 के अंतर्गत प्रारूप ए एवं प्रारूप बी में संबंधित सूचना उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआर डब्ल्यू शेषमणि ने बताया कि अक्षय तृतीया एवं अन्य शुभ लग्नो के अवसर पर बाल विवाह की संभावना रहती है। इसको देखते हुए, सक्रियता रखी जानी है।

बाल विवाह रोकने के बारे में मिली जानकारी

बैठक के उपरांत जनपद स्तर पर सत्र आयोजित करते हुए प्रशिक्षण का आयोजन कराया गया जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन की तरफ से बाल संरक्षण और बाल विवाह रोकने से जुड़े प्रावधानों और उससे नाबालिगों को मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी गई। बाल विवाह के दुष्परिणाम से अवगत कराते हुए, अप्रैल, नवंबर-दिसंबर में पड़ने वाली शुभ लग्न और अक्षय तृतीया पर विशेष निगाह बनाए रखने का निर्देश दिया। हालांकि इस तरह अक्षय तृतीया पर शुभ ग्रहों के अस्त होने के कारण, विवाह की लग्न नहीं है, फिर भी सोनभद्र को मानव तस्करी के लिहाज से संवेदनशील जिला होने के कारण, अक्षय तृतीया पर बाल विवाह की संभावना जताते हुए पूरे जिले में पैनी नजर बनाए रखने का निर्देश दिया।


यहां दे सकते हैं बाल विवाह की सूचना

बताया गया कि संभावित बाल विवाह के रोकथाम के लिए मोबाइल नम्बर 8318953732 या टोल फ्री नम्बर महिला हेल्पलाइन 181, चाईल्ड हेल्पलाइन 1098, पर सूचित किया जा सकता है जिससे बालिकाओ को बाल वधू बनने से बचाया जा सके।

इनकी भी रही मौजूदगी

श्रम प्रवर्तन अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी निरीक्षक एएचटीयू रामजी यादव , जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी गायत्री दुबे, रोमी पाठक, वन स्टाप सेन्टर से केंद्र प्रशासक दीपिका सिंह, चाइल्ड हेल्प लाइन यूनिट से नीलू यादव, सत्यम् चौरसिया, नीलम सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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