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Sonbhadra News: शिवद्वार मंदिर प्रबंधन को लेकर बढ़़ता जा रहा विवाद, कमिश्नर-डीआईजी के निर्देश के बाद भी नहीं निकल पाया हल, शांति भंग में चार गिरफ्तार

Sonbhadra News: शिव पार्वती प्राचीन काशी सेवा समिति के अध्यक्ष रवींद्र कुमार मिश्र की तरफ से गत 27 जनवरी को मंडलायुक्त से शिकायत की गई थी कि मंदिर की जमीन कुछ लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम करा ली है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 16 Feb 2025 8:54 PM IST (Updated on: 16 Feb 2025 10:18 PM IST)
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Sonbhadra News: गुप्तकाशी के प्रवेश द्वार का दर्जा रखने वाले ऐतिहासिक शिवद्वार धाम में मंदिर प्रबंधन और परिसर की व्यवस्था को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रकरण की जांच करते हुए, समुचित हल निकालने के लिए मंडलायुक्त और डीआईजी स्तर से निर्देश भी जारी हो चुके हैं लेकिन अभी तक विवाद की स्थिति दूर नहीं हो पाई है। रविवार को भी मंदिर समिति से जुड़ा बोर्ड लगाने को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। प्रकरण में पुलिस की तरफ से दोनों पक्षों से दो-दो लोगों को शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि मंदिर प्रबंधन, परिसर के देखरेख से जुड़े मसले का हल फिलहाल निकल पाएगा? या प्रकरण यूं ही तूल पकड़ता रहेगा? इसको लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।

नहीं दिखाई गई संजीदगी तो शिवरात्रि. मेले पर पड़ सकता है असरः

महज 10 दिन बाद शिवरात्रि है। शिवद्वार स्थित उमा-माहेश्वर के अद्भुत विग्रह और यहां स्थापित शिवलिंग के अभिषेक के लिए सिर्फ सोनभद्र ही नहीं, मिर्जापुर सहित पूर्वांचल के कई जनपदों के साथ ही, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड से हजारों श्रद्धालुओं का आना होता है। मंदिर के देखरेख से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर प्रशासन समन्वय बनाने के साथ ही, वालंटियरों की मदद से यहां आने वाली भीड़ को नियंत्रित रखता है लेकिन इस बार जिस तरह से बसंत पंचमी के पहले से ही विवाद की स्थिति बनती दिख रही है। एक पक्ष की तरफ से मंदिर समिति के पदाधिकारियों के नाम मिटाने, बोर्ड लगाने से रोकने के आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं, दूसरा पक्ष, पहले पक्ष को गलत ठहरा रहा है, उसको देखते हुए, शिवरात्रि मेले पर भी विवाद का साया पड़ने की आशंका जताई जाने लगी है। बताते चलें कि यहां शिवरात्रि पर एक सप्ताह तक मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें सिर्फ यूपी ही नहीं, सीमावर्ती राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग मंदिर में शिव-पार्वती के दर्शन-पूजन और मेले में खरीदारी के लिए पहुंचते हैं।

16 दिन पूर्व मंडलायुक्त जारी कर चुके हैं निर्देश:

शिव पार्वती प्राचीन काशी सेवा समिति के अध्यक्ष रवींद्र कुमार मिश्र की तरफ से गत 27 जनवरी को मंडलायुक्त से शिकायत की गई थी कि मंदिर की जमीन कुछ लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम करा ली है। लेखपाल की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए गए थे। 30 जनवरी को मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को और जिलाधिकारी ने सात फरवरी को एसडीएम को निर्देशित किया था कि प्रार्थना पत्र में उल्लिखित शिकायतों की जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई कराएं। वहीं, छह फरवरी को रवींद्र कुमार मिश्रा की तरफ से पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत सौंपी गई थी जिसमें समिति के कार्यालय का नाम, पता, पदाधिकारियों का नाम लाल रंग से मिटाए जाने का आरोप लगाया गया था। दावा किया गया था कि श्रावण मेला के पूर्व मंदिर परिसर में दुकानें लगाने का विरोध संस्था की तरफ से किया गया था और मंडलायुक्त से अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया गया था। स्वयं मंडलायुक्त ने दुकानों को हटपवाने की कार्रवाई की थी, जिसको लेकर विरोध किया जा रहा है।

10 दिन पूर्व डीआईजी भी मामले को लेकर जारी कर चुके हैं निर्देश:

इसी तरह, शिव पार्वती प्राचीन काशी सेवा समिति के उपाध्यक्ष श्रीकांत दूबे की तरफ से तीन फरवरी को डीआईजी से मिलकर शिकायत की गई थी और मंदिर परिसर में संस्था का दानपत्र रखने के दौरान विरोध/विवाद एवं अप्रिय घटना कारित किए जाने की आशंका जताई थी। चार फरवरी को डीआईजी ने एसपी को शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों, तथ्यों के संबंध में जांच कराकर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया था। एसपी की तरफ से सात फरवरी को साीओ घोरावल और सीओ घोरावल ने आठ फरवरी को प्रभारी निरीक्षक घोरावल को अंकित तथ्यों/आरोपों की तत्काल जांच कर, निष्कर्ष के आधार पर दोषी के विरूद्ध आवश्यक विधिक निरोधात्मक कार्रवाई करने और आख्या देने का निर्देश दिया था।

दोनों पक्षों से दो-दो व्यक्तियों केे खिलाफ-निरोधात्मक कार्रवाईः प्रभारी निरीक्षक

डीआईजी के यहां से आए निर्देश और उसके क्रम में एसपी-सीओ की तरफ से जारी किए गए निर्देश के क्रम में प्रभारी निरीक्षक ने 11 फरवरी को चौकी इंचार्ज शिवद्वार को जांच कर आख्या प्रेषित करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों की तरफ से दिए गए निर्देश पर क्या कार्रवाई हुई और इसका क्या हल निकला? जहां इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है। वहीं, रविवार को समिति का बोर्ड लगाने के दौरान विवाद की स्थिति को देखते हुए दोनों पक्षों से दो-दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक घोरावल ने फोन पर बताया कि दोनों पक्षों से दो-दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जरूरी निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के मुताबिक एक पक्ष से सूर्यकांत दूबे उर्फ लवकुश दूबे, अमित मिश्रा और दूसरे पक्ष से अरविंद गिरी, दीपक गिरि के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई हुई है।



Shalini singh

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