×

Sonbhadra News: सस्ते माल का लालच देकर साइबर अपराधी ले उड़े 50.44 लाख, फर्जी चेक के जरिए उड़ाए गए 2.76 लाख, केस दर्ज

Sonbhadra News Today: विजय कृष्ण निवासी सजौर ने साइबर पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि उसकी दुकान के लिए सस्ते दर पर सामान उपलब्ध कराने का झांसा देकर एक्सिस बैंक शाखा वीवंडी महाराष्ट्र के एकाउंट में अलग-अलग तिथियों में 50,44,700 जमा करा लिए गए।

Kaushlendra Pandey
Published on: 25 Jan 2025 7:07 PM IST
Sonbhadra News Today Cyber Fraud
X

Sonbhadra News Today Cyber Fraud 

Sonbhadra News in Hindi: सोनभद्र, राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र में धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। पहले प्रकरण में राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के सजौर निवासी एक व्यवसायी से, सस्ते माल उपलब्ध कराने का झांसा देकर दो साइबर अपराधियों द्वारा 50 लाख 44 हजार रूपये हड़प लिए जाने का आरोप लगाया गया है। वहीं, भरोसे में लेकर एक चेक पर फर्जी हस्ताक्षर करते हुए दो लाख 75 हजार की रकम खाते से निकाल लिए जाने की शिकायत की गई है। दोनों मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

व्यवसायिक खाते की जगह, प्राइवेट एकाउंट में जमा कराए गए पैसे

विजय कृष्ण निवासी सजौर ने साइबर पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि उसकी दुकान के लिए सस्ते दर पर सामान उपलब्ध कराने का झांसा देकर एक्सिस बैंक शाखा वीवंडी महाराष्ट्र के एकाउंट में अलग-अलग तिथियों में 50,44,700 जमा करा लिए गए। आरोप है कि आकाश और मनोज नामक व्यक्तियों ने झांसा देकर, रकम भी व्यवसायिक खाते की बजाय व्यक्तिगत खाते में जमा करवा ली और इसके बाद फोन उठाना बंद कर दिया। मामले में राबटर्सगंज कोतवाली में आईटी एक्ट की धारा 66डी के तहत केस दर्ज किया गया है।

धोखे से चेक हासिल कर फर्जी हस्ताक्षर बनाने का आरोप

मेसर्स तिरूपति कंसट्रक्शन नामक फर्म के जरिए ठेकेदारी करने वाले विनोद कुमार केशरी निवासी पूरब मोहाल, राबर्ट्सगंज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि फर्म का खाता इंडियन बैंक की शाखा राबर्ट्सगंज में है। आलोक कुमार सिंह निवासी-मुसही, थाना-राबर्ट्सगंज, जिनसे संबंध काफी अच्छे थे। उन्होंने संबंधों का फायदा हुए फर्म का एक चेक प्राप्त कर लिया। आरोप है कि उस पर फर्जी हस्ताक्षर बनाक दो लाख 76 हजार अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।

आठ साल बाद हुई धोखाधड़ी की जानकारी

तहरीर में बताया गया है कि यह धोखाधड़ी वर्ष 2016 में ही की गई थी लेकिन उसे इस बात की जानकारी तब हुई जब उसने अपनी निजी आवश्यकता के लिए छह दिसंबर 2024 को, फर्म खाते का स्टेटमेंट निकलवाया और उसका मिलान किया। इसके बाद बैंक से चेक निकलवा कर देखा तो उस पर उसका हस्ताक्षर नहीं था। बल्कि उससे मिलता-जुलता हस्ताक्षर बनाकर धनराशि खाते में ट्रांसफर कराई गई थी। राबटर्सगंज पुलिस के मुताबिक इस मामले में धारा 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन की जा रही है।



Admin 2

Admin 2

Next Story