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Sonbhadra News: पहाड़ी पर पड़ा मिला नरकंकाल तो तालाब में उतराता मिला अधेड़ का शव, जांच में जुटी पुलिस

Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के चिरहुली गांव में पहाड़ी पर नरकंकाल और शाहगंज थाना क्षेत्र के बराक गांव में एक अधेड़ का शव तालाब में उतराता मिलने से हड़कंप मच गया

Kaushlendra Pandey
Published on: 14 April 2024 2:01 PM GMT
Hellfire was found lying on the hill and dead body of a middle-aged man was found floating in the pond, police engaged in investigation
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पहाड़ी पर पड़ा मिला नरकंकाल तो तालाब में उतराता मिला अधेड़ का शव, जांच में जुटी पुलिस: Photo- Social Media

Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के चिरहुली गांव में जहां रविवार की दोपहर पहाड़ी पर नरकंकाल पाए जाने से सनसनी फैल गई। वहीं, शाहगंज थाना क्षेत्र के बराक गांव में एक अधेड़ का शव तालाब में उतराता मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों मामलों में पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजवाने के साथ ही, जांच में जुट गई है। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा बनी हुई है।

पहाड़ी की तरफ गए ग्रामीण की पड़ी नरकंकाल पर नजर

बताते हैं कि चिरहुली गांव के कुछ ग्रामीण, सिवान में स्थित पहाडी की तरफ गए हुए थे। वहां उन्होंने एक नरकंकाल पड़ा देखा तो सन्न रह गए। प्रधान जरिए तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पहुंची पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मौके से पूरी बांह का कुर्ता, हाफ स्वेटर, चेक वाली लुंगी, टार्च, तंबाकू, एक कंबल, कुछ दवा तथा 210 रूपये नकद बरामद किए गए। जिला मुख्यालय से पहुंची फॉरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल कर परीक्षण के लिए नमूने उठाए। गांव के लोगों के जरिए कंकाल के शिनाख्त और कपड़ों के पहचान का प्रयास किया गया लेकिन समाचार दिए जाने तक कंकाल की शिनाख्त नहीं हो पाई थी।

दोपहर में तालाब में उतराता दिखा शव तो फैल गई सनसनी

शाहगंज थाना क्षेत्र के बराक गांव में रविवार की दोपहर गांव के ही कुछ लोग मवेशियों को लेकर तालाब में पानी पिलाने के लिए गए हुए थे। उसी दौरान उन्हें तालाब में एक शव उतराया दिखा तो सन्न रह गए। तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया तो उसकी शिनाख्त रैपुरा गांव निवासी रामरेखा 46 वर्ष पुत्र मिश्री के रूप में हुई।

पहले मां, अब पिता की मौत से टूटा मुसीबतों का पहाड़

मृतक की पत्नी पूर्व में गांव की प्रधान रह चुकी है लेकिन तीन साल पूर्व बीमारी के चलते निधन के बाद लड़के-लड़कियों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी रामरेखा पर आ गई थी। अब रामरेखा की मौत के बाद, बेटे-बेटियों के सिर से पिता का भी साया उठ गया। इसको लेकर जहां परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, विधि की इस विडंबना को लेकर लोग भौंचक हैं।

Shashi kant gautam

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