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Sonbhadra: संदिग्ध हाल में रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, बुझ गया घर का इकलौता चिराग
Sonbhadra: विंढमगंज थाना क्षेत्र के सलैयाडीह गांव के पास पूर्व मध्य रेलवे के चोपन-गढ़वा रेल खंड पर शनिवार को युवक का क्षत-विक्षत शव पाए जाने से सनसनी फैल गई।
Sonbhadra News: जिले के विंढमगंज थाना क्षेत्र के सलैयाडीह गांव के पास पूर्व मध्य रेलवे के चोपन-गढ़वा रेल खंड पर शनिवार को युवक का क्षत-विक्षत शव पाए जाने से सनसनी फैल गई। शव पड़े होने की जानकारी हुई, जब रेलवे लाइन पर पेट्रोलिंग करने निकले गैंगमैन की उस पर नजर पड़ी। युवक किन हालातों में वहां पहुंचा और किस तरह उसकी मौत हुई, इसको लेकर जहां तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म था। वहीं, सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी दुद्धी भेज दिया। घटना महज एक हादसा है या कुछ और माजरा है, इसके लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था।
बताते हैं कि गैंगमैन की तरफ से रेलवे ट्रैक की पेट्रोलिंग के दौरान सलईबनवा गांव के पास विंढमगंज रेलवे स्टेशन से जुड़े गेट नंबर 46 से पश्चिम पोल संख्या 57/22-24 के पास एक युवक का शव, वहां से गुजरी डबल रेलवे लाइन के मध्य पड़ा होने का मामला सामने आया तो हड़कंप मच गया। इस बात की जानकारी मिलते ही आस-पास के ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर मौके पर रेलवे पुलिस भी पहुंच गई।
सूचना पर पहुंची विंढमगंज पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कराई तो पता चला कि यह शव सलैयाडीह के ही रहने वाले 24 वर्षीय सुनील कुमार पुत्र राजाराम बियार का है। उसके पैंट की जेब से मिले पर्स में मौजूद आधार कार्ड के जरिए भी उसकी पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई। मौके पर जहां रेलवे ट्रैक पार करते वक्त किसी ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही थी। वहीं, मृतक को र्ट्रेन की चपेट में आते वक्त किसी का नजर न पड़ना, घर रेलवे लाइन से चंद कदम की दूरी पर मौजूद होने, परिवार का इकलौता लाडना होने को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं गर्म था। घटना ट्रेन हादसा है या फिर कोई और मामला है, इसको लेकर लोगों की निगाहें, अब शव के पीएम रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।
घर का था इकलौता चिराग, मां का पहले ही हो चुका था निधन
ग्रामीण बताते हैं कि पुत्र राजाराम बियार निवासी वार्ड नंबर पांच सलैयाडीह जहां अपने माता-पिता का इकलौता लाडला था। वहीं, पूर्व में मां का निधन होने से उसके सिर से मां की छाया भी हट गई थी। परिवार में सिर्फ उसके अलावा उसके पिता थे। वह भी बाहर कमाने गए हुए थे। घर पर सिर्फ राजाराम ही अकेला था। ऐंसे में अचानक से क्या हुआ, किन परिस्थितियों में उसका शव रेलवे लाइनों के मध्य पड़ा पाया गया, इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी रही। वहीं, उसके चाचा गुड्डू बियार के मौजूदगी में शव का पंचनामा कर अंत्य परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी भेज दिया गया।