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Sonbhadra News: गड्ढामुक्ति की समयसीमा खत्म, कागजों सड़कें चकाचक, किससे करें शिकायत
Sonbhadra News: स्थिति सुधारने को मंत्री, डीएम, प्रमुख सचिव की तरफ से निर्देश, विधायक की तरफ से नाराजगी जताई जा चुकी है। बावजूद जिला मुख्यालय सहित कई हिस्सों में उड़ती धूल और गड्ढों वाली सड़क से गुजरना मजबूरी बनी हुई है।
Sonbhadra News: सीएम की तरफ से सडकों के गड्ढामुक्ति की तय की गई समयसीमा व्यतीत होने के बाद भी जिले में कई सड़कों की हालत खराब है। एसएच और एनएच पर गड्ढे जहां सड़क हादसों और लोगों की मौतों का कारण बन हुए हैं, वहीं, बारिश पूर्व से जिला मुख्यालय स्थित साइड लेन की हालत बाशिंदों के लिए अभिशाप सी बन गई है। स्थिति सुधारने को मंत्री, डीएम, प्रमुख सचिव की तरफ से निर्देश, विधायक की तरफ से नाराजगी जताई जा चुकी है। बावजूद जिला मुख्यालय सहित कई हिस्सों में उड़ती धूल और गड्ढों वाली सड़क से गुजरना मजबूरी बनी हुई है। शनिवार को भी कई तस्वीरें हकीकत बयां करती रहीं। वहीं, अफसरान सुगम आवागमन का दावा करते रहे।
विधायक की नाराजगी, मंत्री-डीएम के निर्देश, फिर भी बिगड़ी है तस्वीर
कोन-तेलगुड़वा मार्ग और कोन-विंढमगंज मार्ग को लेकर सदर विधायक कई बार नाराजगी जता चुके हैं। गत 15 अक्टूबर को डीएम बीएन सिंह ने कोन के कचनरवा बाजार और कोन-विंढमगंज मार्ग का निरीक्षण कर तत्काल गड्ढे भरने तथा संबंधित ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड कर शासन से पत्राचार के निर्देश दिए थे। बावजूद अब तक स्थिति में कोई तब्दीली नहीं दिख सकी है।
इसी तरह जिला मुख्यालय पर वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग से जुड़ी साइड लेन की पाइपलाइन बिछाने के बाद बिगड़ी हालत अभिशाप सी बन गई है। इसको लेकर तत्कालीन डीएम चंद्रविजय सिंह ने एक्सईएन जल निगम को बैड इंट्री दी थी। प्रभारी मंत्री रवींद्र जायसवाल ने तीखे तेवर दिखाए थे। शनिवार को मौजूदा डीएम ने भी स्थिति पर नाराजगी जताई। बावजूद साइड लेन कब सुधरेगी? चर्चाएं जारी हैं।
एनजीटी की सख्ती के बाद भी एसएच-एनएच से दूर नहीं हुए गड्ढे
वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग और रीवां-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग को गड्ढा मुक्त रखने के लिए न केवल केंद्र और प्रदेश सरकार से निर्देश जारी हैं बल्कि एनजीटी की तरफ से वर्ष 2015 से अब तक लगातार हिदायतें-निर्देश दिए जा रहे हैं। लगभग 209 करोड़ की लागत से अनपरा के औड़ी-शक्तिनगर के बीच सड़क के चौडीकरण का कार्य भी कराया गया लेकिन जहां काम कई जगह अधूरे हाल में छोड़ दिया गया। वहीं, सड़क पर जगह-जगह बड़े गड्ढे और कुछ जगहों पर वनवे आवागमन की स्थिति, जाम, प्रदूषण के साथ सड़क हादसों का कारण बनी हुई है। विंढमगंज सीमा से लेकर दुद्धी, हाथीनाला, रेणुकूट, अनपरा होते हुए सिंगरौली जाने वाले मार्ग पर हाथीनाला से सिंगरौली बार्डर तक जगह-जगह जानलेवा गड्ढे, आए दिन हादसों-जाम का कारण बन रहे हैं। इसी तरह कई ग्रामीणों सड़कों की भी हालत खराब बताई जा रही है।
डीएम-एसपी ने बनाई थी रणनीति, दिए थे निर्देश, नहीं सुधरी स्थिति:
एक तरफ जहां सरकारें लगातार सड़कों को गड्ढामुक्त बनाए रखने का निर्देश दे रही हैं। वहीं, प्रशासन-पुलिस से जुड़े अफसर भी लगातार रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। बावजूद फर्क क्यूं नहीं पड़ रहा? इस सवाल ने हर किसी को हैरत में डाल रखा है। गत 26 अक्टूबर को शक्तिनगर में डीएम ब्रदीनाथ सिंह और एसपी अशोक कुमार मीणा ने शक्तिनगर में बैठक कर पीडब्ल्यूडी और एनएचआई के अफसरों को कई निर्देश दिए थे। 15 दिन में भी सुधार दिखना शुरू होने का दावा भी किया गया था। बावजूद ओवरलोड-हादसों में कमी दूर, सोनभद्र के जीवनरेखा की पहचान रखने वाले हाइवे को गड्ढों तक से मुक्ति नहीं मिल पाई है।
गड्ढों को लेकर शिकायत पर एक्सईएन ने कहा: हाइवे पैचलेस
अनपरा से शक्तिनगर के बीच ओवरलोड, हादसे और जाम से कराह रही सड़क को लेकर ट्वीटर के जरिए गत पांच नवंबर को पीडब्ल्यूडी महकमे में शिकायत दर्ज कराई गई। सात सितंबर को एक्सईएन निर्माण खंड का जवाब आ गया कि हाइवे पैचलेस है और मार्ग सुगम आवागमन हेतु उपलब्ध है। इससे पहले भी इस मार्ग के गड्ढों को लेकर आवाज उठती रही है। कभी-कभार गड्ढों में मिट्टी और धूलधूसरित सोलंग की फिलिंग कर, सुगम आवागमन का दावा कर दिया जाता है। इसी तरह, ससुर के साथ छठ पूजा की खरीदारी करने जा रहा दामाद की, रीवा-रांची मार्ग के गड्ढों के चलते हादसे की चपेट में मौत हो गई। बावजूद गड्ढों पर किसी की नजर नहीं पड़ी।
की जा रही कार्रवाई, टेंडर की चल रही प्रक्रिया: एक्सईएन निर्माण खंड दो
डीएम के निरीक्षण के दौरान कोन क्षेत्र में दिखी पीएमजेएसवाई की सड़कों की खराब हालत को लेकर विभाग के एक्सईएन नूर आलम से संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि उन सड़कों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। निर्माण खंड के दो के एक्सईएन गोविंद यादव ने कहा कि निरीक्षण के दौरान उन्हें डीएम की तरफ से जो निर्देश मिले थे उस पर कार्रवाई की जा रही है। उनसे जुड़े सड़कों के मरम्मत के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। गड्ढों के बावजूद अनपरा-शक्तिनगर के बीच हाइवे को पैचमुक्त बताने को लेकर एक्सईएन निर्माण खंड अनिल कुमार सरोज से संपर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि उनका ट्रांसफर लखनऊ के लिए हो गया है।