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Sonbhadra News: राजस्व निरीक्षक-लेखपाल संघ का बड़ा आरोप, एंटी करप्सन टीम जबरिया कर रही राजस्व कार्मिकों को ट्रैप

Sonbhadra News: नाराजगी जता रहे राजस्व कार्मिकों काच कहना था कि अधिकांश प्रकरणों में शिकायत पत्री में उल्लिखित कार्य लेखपात से संबंधित नहीं होने के बावजूद रिश्वत की मांग दिखा दी जाती है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 4 Jan 2025 7:00 PM IST
Sonbhadra News ( Newstrack )
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Sonbhadra News ( Newstrack )

Sonbhadra News: यूपी के विभिन्न जनपदों में हाल के महीनों में राजस्व कर्मियों को रिश्वत लेते पकड़े जाने की कार्रवाई पर उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ और उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने तीखे सवाल उठाए हैं। आरोप लगाया है कि एंटी करप्सन टीम प्रकरण की सही तरीके से छानबीन किए बगैर, राजस्व कर्मियों को जबरिया ट्रैप कर रही है। इसके लिए ऐसे कर्मी भी लपेटे में आ जा रहे हैं जिनका कभी इस तरह का कोई कार्य रहा ही नहीं।

कई मामलों में साजिशन कार्रवाई का आरोप लगाया गया है। शनिवार को इसको लेकर पूरे जिले में कार्य बहिष्कार करते हुए, आवाज उठाई गई। माह का पहला शनिवार, समाधान दिवस होने के कारण, इस विरोध का असर, समाधान दिवस में पहुंचने वाली शिकायतों पर भी देखने को मिला।

सभी तहसीलों पर विरोध प्रदर्शन कर सौंपा गया ज्ञापन

सदर तहसील सहित जिले के चारों तहसीलों पर विरोध प्रदर्शन के जरिए आवाज उठाई गई। राजस्व निरीक्षक संघ की तरफ से जिलाध्यक्ष सुरेंद्र नाथ मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बृजलाल मिश्र, कनिष्ठ उपाध्यक्ष लालजी, नागेंद्र पाठक उपमंत्री, संगठन मंत्री जटाशंकर, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र पांडेय, ऑडिटर विजय शंकर शुक्ल आदि की तरफ से जहां प्रकरण को लेकर आवाज उठाई गई।

वहीं घोरावल तहसील में लेखपाल संघ के अध्यक्ष गोपेंद्र पांडेय, कनिष्ठ उपाध्यक्ष गौरव सिंह चंदेल, उप मंत्री उत्कर्ष श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष फिरदौस कौसर, आडिटर संतोष सिंह, तहसील मीडिया प्रभारी मनीष सिंह, मंत्री अजय विक्रम देव सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, कनिष्ठ उपाध्यक्ष गौरव सिंह चंदेल, उप मंत्री उत्कर्ष श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष फिरदौस कौसर, आडिटर संतोष सिंह, तहसील मीडिया प्रभारी मनीष सिंह आदि ने आवाज बुलंद की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राजेश सिंह को सौंपा। इस दौरान जिलामंत्री अमित शुक्ल, अशोक शर्मा, भगत सिंह, सोनालिका ,लक्ष्मी सिंह, अनूप यादव, राजस्व निरीक्षक संघ से राजेश चौबे,अनिल मौर्य, रामधनी, झुनकू प्रसाद आदि की भी मौजूदगी बनी रही।

वहीं, दुद्धी स्थानीय तहसील परिसर में लेखपाल संघ की तरफ से किए गए विरोध प्रदर्शन में लेखपाल संघ अध्यक्ष विनय कुमार गुप्त, लालबाबू, प्रवीण, संतोष यादव सहित दर्जनों लेखपालों ने मौजूदगी दर्ज कराई। सीएम को संबोधित ज्ञापन समाधान दिवस पर फरियाद की सुनवाई करने पहुंचे एडीएम सहदेव मिश्र को सौंपा। एडीएम का कहना था कि सभी लेखपाल नियमित तरीके से अपना काम करते रहेंगे। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

इस मसले पर लेखपाल-राजस्व निरीक्षक रहे मुखर

नाराजगी जता रहे राजस्व कार्मिकों काच कहना था कि अधिकांश प्रकरणों में शिकायत पत्री में उल्लिखित कार्य लेखपात से संबंधित नहीं होने के बावजूद रिश्वत की मांग दिखा दी जाती है। लेखपाल को सामने मिलने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसके जेब, हाथ, वाहन,कक्ष में पैसा रख दिया जाता है। वहीं टीम भी जबरन लेखपाल के हाथ में पैसा रखवाकर, पाउडर लगाकर या फिर अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकड़कर, पानी के गिलास में धुलवा दिए जाते हैं। गाजीपुर के कासिमाबाद और लखनऊ के सरोजनीनगर की घटना का जिक्र करते हुए दावा किया गया कि एंटी करप्सन टीम के लोग कथित शिकायतकर्ता से मिलकर जबरिया-साजिशन राजस्व कर्मियों को रिश्वत में ट्रैप कर रहे हैं। कहा गया कि इसके चलते इमानदार प्रवृत्ति वाले लेखपाल /कर्मचारियों को काम करनपे में दिक्कत आ रही है।

इन-इन मांगों पर पहल की उठाई गई मांग

- एण्टी करप्शन / विजिलेन्स ट्रैप की कार्यवाही के पूर्व प्री ट्रैप जांच में यह जांच कर ली जाए कि उक्त प्रकरण में शिकायतकर्ता द्वारा पूर्व में लेखपाल/कर्मचारी के विरूद्ध रिश्वत मांगने की शिकायत प्रशासनिक स्तर पर की गई थी या नहीं।

- संबंधित कर्मचारी/लेखपाल के विरुद्ध पूर्व में भी अन्य कोई भ्रष्टाचार की शिकायत/कार्रवाई हुई है कि नहीं, इसकी जांच के साथ ही, शिकायत में उल्लिखित कार्य लेखपाल दायित्व से सम्बन्धित है अथवा उच्च अधिकारी / न्यायालय से संबंधित है, इसकी भी पड़ताल की जाए।

- किसी दलाल/साजिशकर्ता द्वारा पैसा/रिश्वत लेने के आधार पर लेखपाल / कर्मचारी को फंसाने की कोशिश पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर कराई जाए।

- उपरोक्त तथ्यों के दृष्टिगत एंटी करप्शन/विजिलेन्स विभाग को विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत करने की मांग के साथ ही, लखनऊ के मसमले ये जुड़े सर्तकता अधिष्ठान कर्मचारी और उनके रिश्तेदार के अवैध कब्जे-अवैध प्लाटिंग की भी जांच करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।



Shalini singh

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