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Sonbhadra News: जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में आए सांसद का बड़ा आरोप, ठेकेदार-अफसरों ने किया करोड़ों का घोटाला, कहा-स़ड़क से संसद तक उठाएंगे आवाज
Sonbhadra News Today: कराए गए कार्यों की जांच और कार्रवाई न होने पर सड़क से संसद तक आवाज उठाने की चेतावनी दी। वहीं, जिला पंचायत की तरफ महज इसे सुर्खियों में बने रहने के लिए विपक्ष का एक सियासी शिगूफा बताया जा रहा है।
Sonbhadra News in Hindi: सोनभद्र, जिला पंचायत के जरिए जिले में कराए जाने वाले निर्माण-विकास कार्यों को लेकर सियासत खासी गरम हो उठी है। बोर्ड की बैठक में पहली बार आए सपा सांसद छोटेलाल ने जहां चार वर्षों में जिला पंचायत के ठेकेदार और अफसरों की मिलीभगत से करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया। वहीं, कराए गए कार्यों की जांच और कार्रवाई न होने पर सड़क से संसद तक आवाज उठाने की चेतावनी दी। वहीं, जिला पंचायत की तरफ महज इसे सुर्खियों में बने रहने के लिए विपक्ष का एक सियासी शिगूफा बताया जा रहा है।
किया दावा: पहली बैठक में ही सामने आया करोड़ों का भ्रष्टाचार
बोर्ड की बैठक के बाद बाहर आए सांसद छोटेलाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वह बैठक में पहली बार आए हैं। पहली बार में ही उन्हें पता चल गया कि चार साल के भीतर अब तक जो भी कार्य कराए गए, उसमें भ्रष्टाचार हुआ हैं। जिला पंचायत सदस्यों ने कई शिकायत दर्ज कराई है। उन्हों दावा किया कि या तो कार्य हुए ही नहीं, या आधा-अधूर हुए, या फिर मानक के विपरीत कार्य कराकर करोड़ों के धनराशि की बंदरबांट कर ली गई। डाला क्षेत्र में डीएमएफ से साढ़े आठ करो़ड़ की एक साल से नहीं बन पाने, ब्रह्मनगर में निर्मित स़ड़क में ग़ड़बड़़ी का दावा किया गया।
सांसद ने ठेकेदार, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर उठाए सवाल
सांसद का कहना था कि चार साल के कार्यों की गहनता से जांच कराई जाए तो करोड़़ों का घपला सामने आ सकता है। उन्होंने कार्यों में ठेकेदार, अधिकरियों के साथ ही कुछ जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल उठाए। कहा कि जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगा। बुधवार को हुई बैठक में कितने कार्यों की योजना बनी के सवाल पर कहा कि नए काम के लिए कोई बजट न होने की जानकारी दी गई। जिला पंचायत के पास 72 करोड़ का बजट बताया गया जिसके बारे में कहा कि इसे पहले से स्वीकृत/हो रहे कार्यों पर खर्च किया जाएगा।
किन कार्यों में बरती गई गड़बड़ी, सांसद नहीं दे पाए जवाब
हालांकि किन कार्यों में गड़बड़ी हुई और कितने का घोटोला हो सकता है? इसका सांसद कोई जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पर डमी अध्यक्ष होने का आरोप लगाया लेकिन उनकी जिला पंचायत अध्यक्ष के अधिकारों को कौन हैंडल कर रहा है? इसका भी वह, आखिर तक गोलमटोल जवाब देते रहे। हो रही चर्चाएं, की जा रही शिकायतें, सांसद की तरफ लगाए जा रहे आरोपों में कितनी सच्चाई है? यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल, जिला पंचायत महकमे की तरफ से ताजा मसले को राजनीति से प्रेरित होने का दावा किया जाता रहा।
कहीं से कोई गड़बड़ी नहीं आई है सामने: एएमओ
अपर मुख्य अधिकारी राजेश कुमार ने फोन पर बताया कि सांसद के साथ मौजूद रहे जिला पंचायत सदस्यों ने उन्हें दो-तीन कार्यों की शिकायत की थी जिसका उन्होंने खुद जाकर जांच की थी और पूरी गुणवत्ता से कार्य कराया था। कार्य में कहीं कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई थी। सांसद की तरफ से चार साल में करोड़ों के घोटाले के लगाए जा रहे आरोप पर कहा कि उनकी जानकारी में कहीं से कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। अगर सांसद को लगता है कि किसी कार्य में गड़बड़ी हुई है तो वह उस कार्य की जानकारी दें, उसके बारे में बताएं, अविलंब जांच कर जरूरी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
विपक्ष को सुर्खियों में बने रहने का बहाना चाहिएः अरूण पटेल
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अरूण पटेल ने फोन पर सांसद छोटेलाल की तरफ से लगाए गए आरोपों को महज एक सियासी शिगूफा बताया। कहा कि वह विपक्ष के सांसद हैं। विपक्ष को सुर्खियों में रहने के लिए कोई न कोई बहाना चाहिए इसीलिए वह इस तरह का झूठा आरोप लगा रहे हैं। वह भी पंाच साल सांसद रहे, उन्होंने क्या किया यह सभी को मालूम है। उन्हें भी अपने पांच साल के कार्यकाल का जवाब देना चाहिए। जहां तक भ्रष्टाचार के लगाए जा रहे आरोप है तो जिला पंचायत पाई-पाई का हिसाब देने को तैयार है, लेकिन उचित माध्यम और उचित फोरम के समक्ष। अध्यक्ष को डमी अध्यक्ष के लगाए गए आरोपों पर कहा कि प्रत्येक बैठक और प्रत्येक कार्यक्रम में अध्यक्ष स्वयं उपस्थित रहती हैं। ऐसे में उन्हें कोई डमी कैसे कह सकता है?
इनकी-इनकी रही मौजूदगी
बैठक में सांसद छोटेलाल के अलावा, एमएलसी विनीत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष राधिका पटेल, जिला पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के समय प्रतिद्वंदी रहे जयप्रकाश पांडेय उर्फ चेखुर, पूर्व जिलाध्यक्ष अध्यक्ष एवं मौजूदा जिला पंचायत सदस्य अनिल यादव, जुबेर आलम, सुनील गोंड़ सहित अन्य मौजूद रहे।