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Sonbhadra News: भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिला उपाध्यक्ष ने छो़ड़ी पार्टी, सोशल मीडिया पर किए कमेंट, ..बनती जा रही सियासी बवंडर की स्थिति
Sonbhadra News Today: पार्टी छोड़ने की सबसे पहली पोस्ट मौर्या की तरफ से 18 जनवरी को सामने आई थी। इसके जरिए संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र देने का ऐलान किया गया था।
Sonbhadra News in Hindi: सोनभद्र । भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिला उपाध्यक्ष जोंिगदर मौर्या ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने खुद इसका ऐलान अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए किया है। सब कुछ बताने के बावजूद भी, आप मुझे नाम समझे... तो मेरा रास्ताच बदलना ही सही था..! जैसे शब्दों के इस्तेमाल के बाद जहां सियासी बवंडर की स्थिति बन गई है। वहीं, सपा नेताओं के साथ, कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोंड़ की तरफ से, तहां पोस्ट को शेयर कर सियासी बवंडर की स्थिति बनाई जा रही है। वहीं, पोस्टों पर तीखे कमेंट भी सामने आ रहे हैं। उधर, भाजपा छोड़ने के ऐलान के बाद से, मौर्या को सपा नेताओं और सपा सांसद के साथ लगातार देखा जा रहा है। उन्हें सपा का दामन थामने की भी बात कही जा रही है।
18 जनवरी को पार्टी छोड़ने की आई पोस्ट, बन गई सियासी बवंडर की स्थिति
पार्टी छोड़ने की सबसे पहली पोस्ट मौर्या की तरफ से 18 जनवरी को सामने आई थी। इसके जरिए संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र देने का ऐलान किया गया था। इस पोस्ट के जरिए 17 वर्ष से भाजपा के लिए काम करने और वर्ष 2018 से उपाध्यक्ष पद का दायित्व संभालने का दावा करते हुए, कहा गया है कि पुराने जनसंघी रहे स्व. दूधनाथ चौबे की तरफ से चतरा ब्लाक में सभी वर्ग-जाति के लोगों को भाजपा से जोड़ते हुए, मजबूत आधार प्रदान किया गया था लेकिन अब कुछ लोगों की महत्वाकांक्षाओं के चलते, स्थिति बिगड़ती रही है।
मंडल अध्यक्षों के चयन के समय से ही चतरा मंडल में अंतर्विरोध की स्थिति
भाजपा के चतरा मंडल में पिछले दिनों मंडल अध्यक्षों के चयन के समय सामने आई सूची के बाद ही, अंतविरोध की स्थिति बनी हुई है। इलाके के भाजपा के मजबूत आधार माने जाने वाले, कई लोग जहां सोशल मीडिया पर खुलकर कमेंट कर रहे हैं। वहीं, अंदरखाने दिखती अंतर्विरोध की स्थिति, आगे चलकर पार्टी के लिए बड़ी चुनौती का सबब न बन जाए, इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि विरोध के समय जिलाध्यक्ष नंदलाल का कहना है कि उनके सामने ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है, न ही किसी कार्यकर्ता द्वारा विरोध दर्ज कराया गया है लेकिन जिस तरह, से सोशल मीडिया पर भाजपा के लोगों में अंतर्विरोध की स्थिति दिख रही है और पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष की ओर से पार्टी छोड़़ने के ऐलान के बाद सपा और कांग्रेस की तरफ से सक्रियता दिखाई जा रही है, उसको देखते हुए कहा जा सकता है चतरा मंडल के आना वाला समय, खासा चुनौतीपूर्ण रहने वाला है।