×

Sonbhadra News: लापरवाही पर डीएम ने दिखाई सख्ती, तीन नेत्र सर्जनों से जवाब तलब, नोडल अधिकारी का रोका वेतन, डीसीएम को जारी की चेतावनी

Sonbhadra News Today: आयुष्मान कार्ड कार्य की समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि इसे बनाने की प्रगति काफी धीमी है। इसके नोडल अधिकारी भी बगैर किसी सूचना के बैठक से नदारद मिले।

Kaushlendra Pandey
Published on: 13 Feb 2025 6:44 PM IST
Sonbhadra News Today DM Gave Instructions To Stop Salary of Nodal Officer
X

Sonbhadra News Today DM Gave Instructions To Stop Salary of Nodal Officer

Sonbhadra News: सोनभद्र, जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी बीएन सिंह के तेवर खासे तीखे बने रहे। इस दौरान आयुष्मान कार्ड निर्माण की धीमी प्रगति पर जहां नोडल अधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। वहीं, नेत्र रोगियों के उपचार में लापरवाही पर जिला अस्पताल में तैनात तीन नेत्र सर्जनों से स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया गया। फाइलेरिया कार्यक्रम में लापरवाही पर चतरा के डीसीएम को चेतावनी जारी गई। साथ ही, बगैर पंजीयन संचालित अस्पतालों, पैथालाजी, मेडिकल स्टोर की आड़ में की जाती मेडिकल प्रैक्टिस को लेकर कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

बगैर पंजीयन संचालित अस्पतालों पर की जाए कार्रवाई: डीएम

आयुष्मान कार्ड कार्य की समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि इसे बनाने की प्रगति काफी धीमी है। इसके नोडल अधिकारी भी बगैर किसी सूचना के बैठक से नदारद मिले। इस पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने नोडल के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। वहीं, जिले में संचालित चिकित्सालयों का निरीक्षण और पंजीयन में दर्शाई गई सुविधाओं-संसाधनों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया। कहा कि सत्यापन में अगर बगैर पंजीयन/अवैध रूप से संचालित चिकित्सालय पाया जाता है, तो इसकी जांच कराते हुए संबंधित के खिलाफ अविलंब विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करें। डीएम ने कहा कि अगर ऐसे चिकित्सालय जो पूर्व में बिना पंजीयन/अवैध रूप से संचालित होते पकड़े गए हों और निर्देश के बाद भी संचालित हैं, तो उनकी सूची उपलब्ध कराते हुए विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, इसके लिए जो भी जिम्मेदार हजैं, उनके खिलाफ एफआईआर की कार्रावई कराई जाए।

तीन नेत्र सर्जन महज 518 नेत्र रोगियों को उपलब्ध करा पाए उपचार

बैठक के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ दवाखानों पर मेडिकल स्टोर की आड़ में प्रैक्टिस किया जा रहा है और बगैर रजिस्ट्रेशन के पैथालाजी का भी संचालन किया जा रहा है।ऐसे पैथालाजी और मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण करते हुए संबंधित को नोटिस जारी करने के साथ ही, विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। नेत्र रोगियो के उपचार के स्थिति की समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि जिला अस्पताल में वर्ष 2024 में 700 नेत्र रोगियों के ईलाज/ऑपरेंशन का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन तीन नेत्र सर्जन रहने के बावजूद महज 516 मरीजों को ही ईलाज मिल पाचा, जो लक्ष्य से काफी कम है, इस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने सीएमएस को निर्देशित किया गया कि संबंधित नेत्र सर्जन के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी करते हुए लक्ष्य के अनुरूप नेत्र रोगियों के उपचार में तेजी लाया जाए।

रोस्टर बनाकर करें निजी चिकित्सालयों का निरीक्षण

निजी चिकित्सालयों के नोडल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्राइवेट चिकित्सालयों का रोस्टर बनाकर निरीक्षण किया जाए और उसकी मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। डीएम ने कहा कि जिन अस्पतालों में निरीक्षण के दौरान मौके पर डाक्टर उपलब्ध न हों, उन अस्पतालों/अस्पताल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने फाईलेरिया मुक्ति अभियान के प्रगति धीमी पाए जाने पर फटकार लगाई और चतरा के डीसीपीएम को चेतावनी जारी की। कहा कि विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में एक वर्ष से 19 वर्ष तक के नागरिकों को एल्बेंडाजॉल का टैबलेट खिलाया जा रहा है, जिसका कोई प्रभाव शरीर पर नहीं पडा। अपील की कि सभी लोग इस दवा का सेवन करें ताकि हमारे पेट में उत्पन्न होने वाले कीड़े नष्ट हों सकें।

दर्ज की जाएं गर्भवती महिलाओं से जुड़ी सभी सूचनाएं

समीक्षा बैठक के डीएम ने जानकारी दी कि मातृ दर की सही स्थिति जानने के लिए सभी गर्भवती महिलाओं की मृत्यु की सूचना जुटाए जाने की योजना बनाई गई है। कहा कि किसी भी गर्भवती महिला की किसी कारण कहीं भी मौत होती है तो इसकी तत्काल संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या किसी अन्य माध्यम से उपलब्ध कराया जाए। सूचना देने वाले को एक हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि जिन एनआरसी सेंटर में चिकित्सक का अभाव है, वहां पर एनएचएम के अधीन नियुक्ति कर संबंधित से कार्य कराया जाए। वहीं ट्रामा सेंटर के संचालन के लिए सीएमओ, सीएमएस, मेडिकल कालेज के प्रिंंिसपल को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय के साथ बैठक कर, कार्ययोजना तैयार करें और जल्द संचालन शुरू कराएं।



Admin 2

Admin 2

Next Story