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Sonbhadra News: मेडिकल कालेज निर्माण में देरी हुई तो खैर नहीं, DM ने लगाई क्लास
Sonbhadra News: कभी पानी की कमी, कभी मजदूर की कमी तो कभी कुछ और... की आड़ लेकर कार्यदायी संस्था की तरफ से मेडिकल कालेज निर्माण में की जा रही देरी पर अफसरों की त्यौरियां चढ़ने लगी हैं।
Sonbhadra News: कभी पानी की कमी, कभी मजदूर की कमी तो कभी कुछ और... की आड़ लेकर कार्यदायी संस्था की तरफ से मेडिकल कालेज निर्माण में की जा रही देरी पर अफसरों की त्यौरियां चढ़ने लगी हैं। शुक्रवार को यहां पहुंचे डीएम चंद्रविजय सिंह ने कार्य में होती देरी पर नाराजगी जताई ही। साथ ही संबंधित अफसरों को फटकार लगाते हुए कार्य को निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया। देरी के मामले में कार्रवाई की संस्तुति के साथ शासन को पत्र भेजने की चेतावनी दी। निगरानी में बरती जा रही लापरवाही पर भी रोष जताया और संबंधितों को अविलंब सुधार की हिदायत दी।
दोपहर में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का जायजा लेने पहुंचे डीएम ने सड़क निर्माण, भवन निर्माण, विभिन्न संकायों के भवनों के निर्माण कार्यों की स्थिति देखी। निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि से इसके बारे में बिंदुवार जानकारी हासिल की। कालेज एकेडमी बिल्डिंग, ट्रेनिंग हाल, मेडिसीन लैब, इलेक्ट्रिक कक्ष, बायो केमेस्ट्री लैब, लेक्चर थियेटर, गर्ल्स हास्टल, शौचालय आदि के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। पाया कि कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। इस पर डीएम ने जहां प्रोजेक्ट मैनेजर की जमकर क्लास ली। वहीं, निर्माण कार्य शासन की मंशा के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने की हिदायत देते हुए निर्देशित किया कि कार्य में बेहतर गुणवत्ता वाली सामग्री का इस्तेमाल हो, इसका विशेष ख्याल रखें। कार्य में शिथिलता-लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई के लिए उच्च स्तर पर पत्राचार की चेतावनी दी।
नहीं बर्दाश्त होगी मजदूर कम होने की बहानेबाजीः डीएम
डीएम ने प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्माण कार्य में निर्धारित मानक के अनुरूप लेबर, मिस्त्री, कारपेंटर आदि की व्यवस्था करते हुए कार्य में तेजी लाने की हिदायत दी। कहा कि हर हाल में निर्माण कार्य में कामगारों की संख्या बढ़ाया जाए। मजदूर कम होने की बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्देशों पर संजीदगी नहीं बरती गई तो कार्रवाई के लिए शासन से पत्राचार किया जाएगा। डीएम ने कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की। कहा कि अगर कोई समस्या आ रही है तो सभी संबंधित आपस में वार्ता-समन्वय स्थापित कर कार्य में तेजी लाएं। पाया गया कि बीएमसी, जिस पर निर्माण कार्यों के निगरानी की जिम्मेदारी है, उसकी तरफ से दायित्व निर्वहन में लापरवाही बरती जा रही है। इस पर भी डीएम ने नाराजगी जताई और संबंधितों को अविलंब निगरानी कार्य में सुधार लाने का निर्देश दिया।
नवंबर में ही कार्य होना था पूरा, लेटलतीफी ने मार्च तक बढ़ाई अवधि
बताते चलें कि 233 करोड़ की लागत वाले निर्माण कार्य को नवंबर 2022 यानी कार्य शुरू होने के 18 माह के भीतर पूरा कर देना था लेकिन कार्य में लेटलतीफी के चलते, यह अवधि मार्च 2024 तक बढ़ गई। अवधि में वृद्धि हुए लगभग एक साल का वक्त गुजर चुका है लेकिन जिस तरह से अभी भी कार्य की प्रगति धीमी पड़ी हुई है, उसने अफसरों की त्योरियां चढानी शुरू कर दी हैं। सीडीओ सौरभ गंगवार, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. सुरेश कुमार, रेहान अली खान, डीएम के स्टेनो रामअधार आदि मौजूद रहे।