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Sonbhadra News: सोनभद्र से जल्द दौ़ड़ती दिखाई दे सकती हैं कई यात्री ट्रेनें, पूमरे लाइन की डबलिंग कार्य पूर्ण, ट्रायल फाइनल
Sonbhadra Latest News: सोनभद्र में चोपन और मध्यप्रदेश में सिंगरौली रेलवे स्टेशन से जुड़ने वाली पूर्व मध्य रेलवे लाइन की रमना-सिंगरौली रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य पिछले चार वर्ष से कराया जा रहा था।
Sonbhadra News in Hindi: नए साल की शुरूआत सोनभद्र में रेलवे यातायात को लेकर बड़ी सौगात देती नजर आ सकती है। पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से रमना से लेकर सिंगरौली के बीच के रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कराया रहा कार्य पूरी तरह पूर्ण होने के साथ ही, रेलवे लाइन के ट्रायल का भी काम शुक्रवार की शाम सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया। इसी के साथ जहां, पहले से प्रस्तावित और रूट विस्तार की लगातार उठाई जा रही मांग को देखते हुए, नए वित्तीय वर्ष (2025-2026) में सोनभद्र से गुजरे पूर्व मध्य रेलवे के रूट पर कई नई ट्रेनों के दौड़ने की उम्मीद बढ़ गया है। वहीं, ट्रायल कार्य पूर्ण होने के साथ ही पहले से प्रस्तावित तथा जिले से सटी सीमा तक आवागमन करने वाली यात्री ट्रेनों का रूट विस्तार सोनभद्र या सोनभद्र होते हुए आगे के लिए करने की मांग जोर पकड़ने लगी है।
160 किमी लंबी लाइन के दोहरीकरण का कार्य पूरी तरह से हुआ पूर्ण:
सोनभद्र में चोपन और मध्यप्रदेश में सिंगरौली रेलवे स्टेशन से जुड़ने वाली पूर्व मध्य रेलवे लाइन की रमना-सिंगरौली रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य पिछले चार वर्ष से कराया जा रहा था। पिछले दिनों डबलिंग का कार्य पूरी तरह पूर्ण होने के साथ ही, शुक्रवार को संरक्षा आयुक्त (रेलवे) पूर्वी सर्किल, कोलकाता सुवोमोय मित्रा की तरफ से धनबाद मंडल के रमना-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना से जुड़े छह किमी लंबे ओबरा डैम-फफराकुंड रेलखंड का निरीक्षण किया। इसके बाद स्पेशल टेªन के जरिए फफराकुंड से ओबरा डैम तक स्पीड ट्रायल का परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस दौरान डीआरएम धनबाद कमल किशोर सिन्हा सहित रेलवे निर्माण विभाग और धनबाद मंडल के अन्य उच्चाधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि 160 किलोमीटर लंबे रमना-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना के 154 किमी का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका था। महज छह किमी शेष था, जिसे भी शुक्रवार को पूर्ण कर लिया गया। सिंगरौली रेलवे ट्रैक होने, गति क्षमता कम होने से अब तक इस रूट पर गिनी-चुनी ट्रेनों का ही संचालन किया जा रहा था। अब, लंबी दूरी वाली सुपरफास्ट ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
जल्द ही इन-इन ट्रेनों के संचालन की उम्मीद:
गत नवंबर में भुसावल-सिंगरौली पैसेंजर को छठ पर्व के दौरान स्पेशल ट्रेन के रूप में संचालित किया गया था। अब इसे नियमित करने की मांग तेजी से उठाई गई है। सूत्रों पर यकीन करें तो इसको लेकर पश्चिम मध्य रेलवे की तरफ से रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है जिसे जल्द मंजूरी की उम्मीद जताई जा रही है।
- रांची से चलकर चोपन तक संचालित होने वाली चोपन-रांची एक्सप्रेस का विस्तार लंबे समय से सिंगरौली तक किए जाने की आवाज उठाई जा रही है। रमना-सिंगरौली रेलवे लाइन का दोहरीकरण का कार्य पूर्ण होने के बाद, इस रूट विस्तीकरण की भी बाधाएं समाप्त हो गई हैं।
- रांची-लोहरदगा-टोरी नई रेललाइन से होते हुए दो नई ट्रेनों को रांची-सूरत, उधना, अहमदाबाद (गुजरात) रूट पर साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के रूप में चलाने जाने का प्रस्ताव वर्ष 2021 से ही लंबित है। इस ट्रेन को वाया रेनुकूट, चोपन, सिंगरौली, कटनी, भोपाल, उज्जैन होते हुए गुजरात के सूरत, उधना अहमदाबाद रेलवे स्टेशन तक चलाया जाना है।
- इसी तरह झारखंड की राजधानी रांची से लोकमान्य तिलक टर्मिनल (मुंबई) के लिए, वाया रेनुकूट, चोपन, सिंगरौली, कटनी, जबलपुर, भुसावल ट्रेन चलाए जाने का भी प्रस्ताव 2021 से ही पेंडिंग पड़ा है।
- भोपाल से दमोह तक तक चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन का रूट विस्तार करते हुए सोनभद्र होकर वाराणसी तक संचालन का भी मसला पिछले चार साल से प्रक्रियाधीन है। कटनी, सिंगरौली, चोपन चुनार होते हुए वाराणसी तक प्रस्तावित इस ट्रेन के संचालन को लेकर प्रस्तावित समयसारिणी भी तैयार कर ली गई थी लेकिन दोहरीकरण कार्य अधर में होने के कारण, यह कवायद लंबित हो गई।
- उपरोक्त ट्रेनों के साथ ही ऊर्जाधानी सिंगरौली से चलने वाली त्रि साप्ताहिक सिंगरौली निजामुद्दीन सुपरफास्ट एक्सप्रेस और सिंगरौली भोपाल एक्सप्रेस का रुट विस्तार चोपन रेलवे स्टेशन तक किये जाने की कृपा करें। जिससे आदिवासी अंचल जनपद सोनभद्र एवं झारखण्ड राज्य रेल यात्रियों की यात्रा सुलभ हो सके।
इन तथ्यों और आंकड़ों ने भी जगाईं नई ट्रेन की उम्मीदें:
- चोपन रेलवे स्टेशन पर वाशिंग लाइन/पिट लाइन एवं सिक लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चूका है। सिंगरौली रेलवे स्टेशन से चोपन रेलवे स्टेशन की दुरी मात्र 60 किमी है। जिसके रेल दोहरीकरण कार्य काफी पहले पूर्ण हो चुका है। गाड़ियों की धुलाई-मरम्मत की सुविधा भी चोपन रेलवे स्टेशन पर पूरी तरह से उपलब्ध है। इसको देखते हुए रूट विस्तार के साथ ही, नए रेल बजट में नई ट्रेनों के प्रावधान की भी उम्मीद जताई जाने लगी है।
- पावर कैपिटल ऑफ इंडिया का दर्जा रखने वाले सोनभद्र-सिंगरौली औद्योगिक एरिया को जोड़ने वाली इस रेल लाइन से महज माल ढुलाई के जरिए पूर्व मध्य रेलवे को लगभग 15440 करोड़ की आय हुई है। रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बाद, धनबाद, हजारीबाग, डाल्टनगंज, चोपन, रेणुकूट, सिंगरौली, शक्तिनगर के लिए कितनी ट्रेनें मिलेंगी, इसकी आवाज उठने के साथ ही चर्चाएं उठनी शुरू हो गई हैं।
केंद्रीय मंत्री सहित भाजपा के कई सांसद जता चुके हैं जरूरत:
पांच राज्यों को जोड़ने वाले सोनभद्र से गुजरे रेलवे रूट पर सोनभद्र से सीधे महानगरों को जोडने वाली नई ट्रेनों के संचालन और रूट विस्तार की मांग लंबे समय से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, उनके रेलवे प्रतिनिधि श्रीकृष्ण गौतम के साथ ही भाजपा के कई सांसदों द्वारा उठाई जाती रही है। भाजपा के राज्यसभा सांसद रहे सोनभद्र निवासी रामशकल, झारखंड से राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, सांसद खजुराहो, वीडी शर्मा, सीधी सांसद रहीं रीती पाठक के जरिए कई बार इस मसले को विभिन्न बैठकों, रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के समक्ष उठाया जा चुका है।
प्रस्तावों को मूर्तरूप देने के लिए दोहरीकरण का किया जा रहा था इंतजारः
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के प्रतिनिधि श्रीकृष्ण गौतम कहते हैं, धनबाद मंडल की प्रत्येक संसदीय समिति की बैठक में उनकी तरफ से इस मसले को उठाया जाता रहा है। चूंकि रमना-सिंगरौली के दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर था। इसको देखते हुए जहां प्रस्तावित ट्रेन/रूट विस्तार का प्रप्रोजल पेंडिंग रखा गया था। वहीं, कई मांगों पर भी कवायद आगे नहीं बढ पा रही थी। अब दोहरीकरण कार्य पूर्ण हो गया है। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही प्रस्तावित ट्रेनों के रूट विस्तार के प्रस्ताव पर मंजूरी की मुहर के साथ ही, नई ट्रेनों की कवायद, आगे बढ़ाई जाएगी।